शहादा बस स्टैंड और धुले के बीच दिनदहाड़े तीन महिलाओं के मंगलसूत्र गायब, पुलिस खाली हाथ – क्या यात्री सुरक्षित हैं?
महाराष्ट्र के नंदुरबार जिले के शहादा बस स्टेशन पर तीन महिलाओं से मंगलसूत्र चोरी की वारदात ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस जांच में जुटी, CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं।

- शहादा बस स्टैंड पर तीन महिलाओं के मंगलसूत्र दिनदहाड़े चोरी, भीड़ का उठाया गया फायदा
- पीड़ित महिलाओं ने पुलिस को दी शिकायत, सीसीटीवी खंगालने के बावजूद चोरों का सुराग नहीं
- यात्रियों में बढ़ा डर, स्थानीय लोग सुरक्षा बढ़ाने की कर रहे मांग
महाराष्ट्र के नंदुरबार जिले के शहादा बस स्टैंड पर उस वक्त हड़कंप मच गया, जब दिनदहाड़े तीन महिलाओं के गले से सोने के मंगलसूत्र बीच रास्ते में चोरी हो गए। शादी-ब्याह और गर्मियों की छुट्टियों के सीजन में बस स्टेशनों पर भीड़ बढ़ने के साथ ही अब अपराधियों का हौसला भी बुलंद होता दिख रहा है। लगातार बढ़ती चोरी की घटनाएं पुलिस प्रशासन के लिए चुनौती बनती जा रही हैं।
गहने पहनकर सफर कर रहीं महिलाओं को बनाया निशाना
बताया जा रहा है कि ये तीनों महिलाएं अकुलबुवा डिपार्टमेंट की बस में सफर कर रही थीं। जैसे ही वे शहादा बस स्टैंड पर उतरीं, उन्हें अहसास हुआ कि उनके गले से मंगलसूत्र गायब हैं। शुरू में उन्होंने समझा कि गहने कहीं गिर तो नहीं गए, लेकिन जब आसपास खोजबीन की गई और कुछ नहीं मिला, तब उन्हें समझ आया कि वे किसी शातिर चोर के निशाने पर थीं।
तुरंत दी पुलिस को जानकारी, लेकिन चोर का कोई सुराग नहीं
घटना की जानकारी मिलते ही पीड़ित महिलाओं ने शहादा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस की टीम तुरंत मौके पर पहुंची, बस स्टैंड का निरीक्षण किया और अन्य यात्रियों से पूछताछ भी की। हालांकि, अब तक चोरों का कोई सुराग नहीं लग पाया है। भीड़भाड़ का फायदा उठाकर चोर मौके से आसानी से फरार हो गए।
पहली बार नहीं हुई ऐसी वारदात, महिलाओं में डर का माहौल
स्थानीय लोगों का कहना है कि शहादा बस स्टैंड पर पहले भी चोरी की छोटी-मोटी घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन महिलाओं को खासतौर पर निशाना बनाकर मंगलसूत्र जैसी कीमती चीजें चुराने की घटनाएं अब बार-बार सामने आने लगी हैं। इससे साफ है कि अपराधी अब संगठित तरीके से महिलाओं को टारगेट कर रहे हैं।
CCTV फुटेज खंगाल रही है पुलिस, लेकिन राह आसान नहीं
शहादा पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पूरे बस स्टैंड और आसपास के क्षेत्र में लगे CCTV कैमरों के फुटेज खंगालने शुरू कर दिए हैं। लेकिन पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह है कि बस स्टैंड पर पर्याप्त कैमरे नहीं हैं और जो हैं भी, उनकी क्वालिटी अच्छी नहीं है। साथ ही चोरों ने चेहरे ढक रखे थे और भीड़ में घुल-मिल गए थे, जिससे पहचान मुश्किल हो रही है।
नागरिकों की मांग – बढ़ाई जाए सुरक्षा
इस घटना के बाद नागरिकों और यात्रियों में गुस्सा और चिंता दोनों देखने को मिल रही है। लोगों का कहना है कि बस स्टैंड जैसे सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था बेहद कमजोर है। न तो गार्ड हैं, न ही कोई महिला सुरक्षा व्यवस्था। अब आम लोग मांग कर रहे हैं कि यहां सुरक्षा बढ़ाई जाए, महिला पुलिस की तैनाती की जाए और CCTV कैमरों की संख्या और क्वालिटी दोनों सुधारी जाएं।
पुलिस के लिए अग्निपरीक्षा जैसी चुनौती
फिलहाल पुलिस चोरी के इस मामले को सुलझाने में जुटी है, लेकिन बिना ठोस सुरागों के उनके लिए यह काम आसान नहीं होगा। यह घटना न सिर्फ शहादा पुलिस के लिए बल्कि जिला प्रशासन के लिए भी एक चेतावनी है कि बस स्टेशनों और सार्वजनिक जगहों की सुरक्षा को लेकर गंभीरता से काम करने का वक्त आ गया है।
क्या करना चाहिए यात्रियों को?
- यात्रा के दौरान कीमती गहनों को ढककर रखें या ना पहनें।
- बस स्टैंड या अन्य भीड़भाड़ वाले स्थानों पर सतर्क रहें।
- अनजान लोगों से दूरी बनाए रखें और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
अब लापरवाही नहीं चलेगी, चाहिए ठोस सुरक्षा कदम
इस तरह की घटनाएं यह साफ कर देती हैं कि बस स्टैंड और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में सुरक्षा को लेकर अब कोई कोताही नहीं बरती जा सकती। पुलिस को चाहिए कि वो ना सिर्फ घटनाओं के बाद कार्रवाई करे, बल्कि पहले से निगरानी व्यवस्था मजबूत बनाए ताकि ऐसे अपराध रोके जा सकें।