रायसेन लव जिहाद: महिला सब-इंस्पेक्टर को धोखे में फंसाया! इश्तिहाक अहमद गिरफ्तार, जानें क्या है पूरा सच

मध्य प्रदेश के रायसेन में लव जिहाद का सनसनीखेज मामला सामने आया, जहां इश्तिहाक अहमद ने अमन बनकर महिला सब-इंस्पेक्टर से शादी की। धोखे का खुलासा होने पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा।

रायसेन लव जिहाद: महिला सब-इंस्पेक्टर को धोखे में फंसाया! इश्तिहाक अहमद गिरफ्तार, जानें क्या है पूरा सच
सांकेतिक तस्वीर

हाइलाइट्स
  • महिला सब-इंस्पेक्टर से धोखे की शादी
  • लव जिहाद का खुलासा, मारपीट की शिकायत
  • इश्तिहाक अहमद गिरफ्तार, जेल भेजा गया

मध्य प्रदेश के रायसेन जिले के मंडीदीप में एक बार फिर लव जिहाद का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। इस बार पीड़िता कोई और नहीं, बल्कि एक महिला सब-इंस्पेक्टर हैं, जिन्हें धोखे से शादी के जाल में फंसाया गया। आरोपी ने खुद को हिंदू बताकर शादी की, लेकिन दो साल बाद सच सामने आया कि वह हिंदू नहीं, बल्कि मुस्लिम है और उसका असली नाम इश्तिहाक अहमद है। इस मामले ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है।

क्या है पूरा मामला?

बात शुरू होती है भोपाल से, जहां पीड़िता उस समय पुलिस आरक्षक के पद पर तैनात थी। साल 2019 में उसकी मुलाकात इश्तिहाक अहमद से हुई, जो खुद को अमन के नाम से पेश करता था। दोनों में दोस्ती हुई और जल्द ही यह रिश्ता शादी तक पहुंच गया। शादी के बाद दोनों की जिंदगी में सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन धीरे-धीरे रिश्ते में खटास आने लगी। इश्तिहाक अपनी पत्नी के साथ अक्सर झगड़ा करता और मारपीट तक की नौबत आ जाती। 

साल 2020 में पीड़िता को एक बड़ा झटका तब लगा, जब उसे पता चला कि उसका पति अमन नहीं, बल्कि इश्तिहाक अहमद है और वह मुस्लिम है। यह खुलासा पीड़िता के लिए किसी सदमे से कम नहीं था। उस समय तक उनके एक बेटा भी हो चुका था, जिसके चलते उसने चुप रहने का फैसला किया। लेकिन इश्तिहाक की मारपीट और घरेलू हिंसा ने उसे मजबूर कर दिया कि वह इस मामले को पुलिस तक ले जाए। 

पुलिस ने की कार्रवाई

पीड़िता, जो अब सब-इंस्पेक्टर के पद पर तैनात है, ने इश्तिहाक के खिलाफ घरेलू हिंसा की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने जब इस मामले की गहराई से जांच शुरू की, तो लव जिहाद का यह सनसनीखेज मामला सामने आया। जांच में पता चला कि इश्तिहाक भोपाल के जहांगीराबाद इलाके में एक कैफे चलाता है और उसने अपनी असली पहचान छिपाकर शादी की थी। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इश्तिहाक अहमद को गिरफ्तार कर लिया। 

पुलिस ने इस मामले में मध्य प्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम की धाराएं लगाईं, क्योंकि इश्तिहाक ने धोखे से अपनी धार्मिक पहचान छिपाकर शादी की थी। गिरफ्तारी के बाद उसे जेल भेज दिया गया है। इस मामले की जांच अभी भी जारी है, और पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कहीं और भी इस तरह के मामले तो नहीं हैं। 

लव जिहाद पर मध्य प्रदेश सरकार का सख्त रुख

मध्य प्रदेश में लव जिहाद के मामले पिछले कुछ समय से चर्चा में हैं। हाल ही में भोपाल में एक कॉलेज से जुड़ा लव जिहाद का मामला भी सामने आया था, जिसके बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सख्त बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि प्रदेश में किसी भी तरह के लव जिहाद को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी। इस मामले में भी पुलिस की त्वरित कार्रवाई से यह साफ है कि सरकार इस मुद्दे पर गंभीर है।

समाज में बहस का मुद्दा

यह मामला न केवल कानूनी दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि सामाजिक स्तर पर भी कई सवाल खड़े करता है। धोखे से शादी और धार्मिक पहचान छिपाने जैसे मामले न केवल पीड़ित के जीवन को प्रभावित करते हैं, बल्कि समाज में विश्वास की कमी को भी बढ़ाते हैं। इस मामले ने एक बार फिर लव जिहाद जैसे संवेदनशील मुद्दे को सुर्खियों में ला दिया है। 

आगे क्या?

पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है। पीड़िता की शिकायत के आधार पर इश्तिहाक के खिलाफ घरेलू हिंसा और धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है। साथ ही, यह भी देखा जा रहा है कि कहीं इश्तिहाक ने और लोगों को तो इस तरह के जाल में नहीं फंसाया। इस मामले ने मध्य प्रदेश में लव जिहाद के खिलाफ चल रही मुहिम को और तेज कर दिया है। 

जागरूकता और सख्ती की जरूरत

रायसेन के इस मामले ने एक बार फिर यह दिखाया है कि धोखे और छल से रिश्ते बनाना कितना खतरनाक हो सकता है। पीड़िता की हिम्मत और पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने इस मामले को सामने लाया। अब यह जरूरी है कि ऐसे मामलों को रोकने के लिए जागरूकता बढ़ाई जाए और सख्त कानूनी कदम उठाए जाएं।