"अब वक्त नहीं समझाने का, पाकिस्तान को सजा देने का है" – ओवैसी का सख्त संदेश
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पहलगाम हमले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। कहा, पाकिस्तान को अब सबक सिखाने का समय है। 26 मृतकों को शहीद का दर्जा देने की मांग की।

- ओवैसी का कड़ा संदेश: पाकिस्तान को अब समझाने नहीं, सजा देने का वक्त है
- पाकिस्तान पर ओवैसी का हमला: पहलगाम हत्याकांड में उसका हाथ होने का आरोप
- ओवैसी की मांग: पहलगाम हत्याकांड के शहीदों को मिले शहीद का दर्जा
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान को लेकर सख्त रुख अपनाया है। बिहार की एक चुनावी सभा में ओवैसी ने कहा कि अब पाकिस्तान को समझाने का नहीं, बल्कि उसे उसके कृत्यों की सजा देने का समय आ गया है।
उन्होंने कहा, “पाकिस्तान एक नाकाम, निर्लज्ज और गैर-जिम्मेदार देश है। उसने एक बार नहीं, कई बार भारत की पीठ में खंजर घोंपा है – कभी पठानकोट में, कभी मुंबई में और अब पहलगाम में। हम सबूत देते रहे, वह बहाने बनाता रहा। लेकिन अब अगर हम चुप रहे, तो हर कुछ महीनों में हमारे निर्दोष नागरिक मारे जाते रहेंगे।”
ओवैसी ने साफ शब्दों में कहा कि आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए सरकार को सख्त और निर्णायक कदम उठाने होंगे। “हमारा देश शांति चाहता है, लेकिन शांति की कीमत कायरता नहीं हो सकती। पाकिस्तान की भाषा में जवाब देना ही अब एकमात्र रास्ता है,” उन्होंने कहा।
“26 निर्दोषों को शहीद का दर्जा मिले” – ओवैसी की सरकार से अपील
पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए 26 पर्यटकों को लेकर ओवैसी ने एक भावुक अपील की। उन्होंने कहा कि इन निर्दोष नागरिकों को शहीद का दर्जा दिया जाए, ताकि उनके परिवारों को उचित सम्मान मिल सके। “ये सिर्फ़ आंकड़े नहीं हैं, ये हमारे देश की आत्मा हैं। यदि सरकार उन्हें शहीद का दर्जा देती है, तो देश का हर नागरिक गर्व करेगा,” ओवैसी ने भावुक होते हुए कहा।
हिंदू-मुस्लिम एकता पर दिया संदेश
सभा के दौरान ओवैसी ने भारतीय नौसेना के शहीद लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी नरवाल के बयान का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने किसी समुदाय के खिलाफ जहर नहीं उगला, बल्कि सिर्फ़ शांति और न्याय की बात की। “हिमांशी जी का संदेश उन लोगों के लिए करारा जवाब है जो हिंदू-मुस्लिम के नाम पर देश को बांटना चाहते हैं। जब हम एक रहेंगे, तभी दुश्मनों को हराएंगे।”
उन्होंने आगे कहा, “हमें नफरत नहीं, मोहब्बत की जरूरत है। आतंक का जवाब बंदूकों से नहीं, बल्कि राष्ट्रीय एकता से भी दिया जा सकता है। देश जब एकजुट होता है, तब कोई दुश्मन उसे कमजोर नहीं कर सकता।”
"हम जवाब देना जानते हैं" – ओवैसी का दो टूक बयान
ओवैसी ने दो टूक कहा कि भारत को अब सिर्फ़ बयान नहीं, कार्रवाई करनी चाहिए। “दहशतगर्दी की फैक्ट्री पाकिस्तान में है। और जब तक हम उसे उसकी भाषा में जवाब नहीं देंगे, ये सिलसिला नहीं रुकेगा। अब वक्त है कि भारत दुनिया को दिखा दे कि हम सिर्फ़ सहने वाले नहीं, बल्कि जवाब देना भी जानते हैं।”
ओवैसी के इस भाषण को जनता से भी जबरदस्त समर्थन मिला। लोग “भारत माता की जय” और “पाकिस्तान मुर्दाबाद” के नारों से गूंज उठे। उनका यह बयान उस समय आया है जब देश पहलगाम हमले से आहत है और सरकार से ठोस एक्शन की मांग कर रहा है।