रीवा में श्वान पर 100 डायल वाहन चढ़ाने का मामला, वायरल वीडियो के बाद पुलिस ने कहा – होगी जांच
रीवा के दूध मंडी क्षेत्र में 100 डायल वाहन द्वारा एक श्वान पर गाड़ी चढ़ाने का मामला सामने आया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस ने जांच का आश्वासन दिया है।

मध्य प्रदेश के रीवा जिले के दूध मंडी क्षेत्र में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जिसमें 100 डायल वाहन द्वारा एक बेजुबान श्वान को लापरवाही से अपनी गाड़ी के नीचे चढ़ा दिया गया। यह घटना मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात लगभग 3:45 बजे हुई। सड़क पर सो रहे एक श्वान को 100 डायल की गाड़ी ने अपनी गाड़ी से कुचल दिया। घटना का सीसीटीवी फुटेज अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में जांच का आश्वासन दिया है।
घटना का संपूर्ण विवरण
यह पूरी घटना रीवा शहर के सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र में दूध मंडी के पास घटित हुई। रात के समय सड़क पर एक कुत्ता सो रहा था, और उसी वक्त 100 डायल वाहन चालक ने लापरवाही से गाड़ी चलाई। चालक ने श्वान को देखकर भी गाड़ी को न रोकते हुए उस पर गाड़ी चढ़ा दी। सीसीटीवी कैमरे में इस घटना का स्पष्ट वीडियो रिकॉर्ड हुआ है, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि गाड़ी श्वान के ऊपर चढ़ जाती है और वाहन चालक बिना किसी रुकावट के वहां से निकल जाता है।
वीडियो में यह भी दिखाई देता है कि जैसे ही गाड़ी श्वान के ऊपर चढ़ी, आसपास के अन्य कुत्ते उसके पास पहुंच गए। वे सभी घबराए हुए थे और यह दृश्य बेहद दर्दनाक था। हालांकि, घटनास्थल पर कोई भी व्यक्ति या पुलिसकर्मी नहीं रुका और वाहन चालक गाड़ी लेकर वहां से चला गया। इसके बाद यह सवाल उठता है कि क्या किसी बेजुबान जानवर की जान की कोई अहमियत नहीं है? क्या पुलिस का कर्तव्य सिर्फ इंसानों तक ही सीमित है?
मप्र के रीवा में खाकी की संवेदनहीनता: डायल-100 की गाड़ी से सड़क में लेटे अपंग कुत्ते को कुचला. शर्मनाक...घटना होने के बाद रूकने के बजाय मौके से भाग निकली पुलिस...!@Manekagandhibjp pic.twitter.com/WXUyO63iqs — Rupesh Mishra (@rupeshmishramp) January 15, 2025
सीसीटीवी फुटेज और सोशल मीडिया पर वायरल होने का असर
घटना के बाद, सीसीटीवी में रिकॉर्ड वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो को देखकर लोग इस घटना की कड़ी आलोचना कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि पुलिस की गाड़ी द्वारा एक बेजुबान श्वान को इतनी बेरहमी से कुचल देना क्या उचित है? क्या इस घटना के बाद गाड़ी चालक और पुलिसकर्मियों को जिम्मेदारी नहीं लेनी चाहिए थी? इस घटना ने पुलिस की कार्यप्रणाली और जिम्मेदारी पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
पुलिस का बयान और जांच की प्रक्रिया
वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से लिया। पुलिस ने कहा कि इस घटना के संबंध में जांच की जाएगी और दोषी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। रीवा पुलिस ने इस पर बयान जारी किया कि मामले की जांच की जा रही है और अगर जांच में यह पाया गया कि चालक ने लापरवाही से गाड़ी चलाई थी तो उस पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस ने यह भी कहा कि वह इस बात की जांच करेंगे कि घटना के बाद पुलिसकर्मियों ने उस श्वान की स्थिति की जांच क्यों नहीं की और उसे तुरंत सहायता क्यों नहीं दी। पुलिस का कहना है कि यह घटना किसी भी रूप में स्वीकार नहीं की जा सकती, और ऐसे मामलों में तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
मानवता और जिम्मेदारी का प्रश्न
इस घटना ने एक महत्वपूर्ण सवाल उठाया है कि हम अपने समाज में बेजुबान जानवरों के प्रति अपनी जिम्मेदारी को कितनी गंभीरता से लेते हैं। यह सिर्फ एक सड़क दुर्घटना नहीं थी, बल्कि यह हमारे समाज की मानवता और जिम्मेदारी का एक उदाहरण भी थी। पुलिसकर्मी जो समाज की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार होते हैं, उन्हें इस तरह की घटना के बाद मौके पर रुक कर उस श्वान को देखना चाहिए था और उसे प्राथमिक उपचार या सहायता प्रदान करनी चाहिए थी।
यह घटना हमें यह याद दिलाती है कि हर प्राणी की जिंदगी की अहमियत है, चाहे वह इंसान हो या कोई जानवर। हमें अपनी संवेदनाओं और जिम्मेदारियों को समझने की जरूरत है। यदि किसी जानवर को चोट लगती है या वह किसी दुर्घटना का शिकार होता है, तो हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम उसे मदद पहुंचाएं, बजाय इसके कि हम उसे छोड़ कर चले जाएं।
सभी प्राणियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी, पुलिस कार्रवाई की उम्मीद
इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी घटना को केवल इंसानों तक सीमित नहीं माना जा सकता, बल्कि हमें सभी प्राणियों की सुरक्षा और भलाई के लिए भी काम करना चाहिए। यह भी जरूरी है कि हमारे समाज और पुलिस विभाग से यह अपेक्षा की जाए कि वे इस तरह की घटनाओं पर गंभीरता से विचार करें और इसके खिलाफ कार्रवाई करें ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
इस घटना के बाद, रीवा पुलिस द्वारा जांच के बाद की जाने वाली कार्रवाई का इंतजार किया जा रहा है और उम्मीद की जा रही है कि दोषियों को सजा मिलेगी।