बुरहानपुर में बाबा साहब अंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण: भाजपा की महत्वपूर्ण पहल और कांग्रेस पर आरोप
भाजपा ने संविधान गौरव अभियान के तहत बुरहानपुर में बाबा साहब अंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण किया और कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए। पूर्व महापौर अतुल पटेल ने कांग्रेस की नीतियों और उनके बाबा साहब के प्रति रवैये पर सवाल उठाए।

बुरहानपुर, मध्य प्रदेश: भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) ने 11 से 25 जनवरी 2025 तक "संविधान गौरव अभियान" के तहत एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया, जिसका उद्देश्य बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के योगदान और भारतीय संविधान के महत्व को जन-जन तक पहुंचाना था। इस दौरान बुरहानपुर पब्लिक स्कूल में आयोजित समारोह में भाजपा के कई प्रमुख नेताओं ने हिस्सा लिया, और इस दौरान कांग्रेस पर तीखे आरोप भी लगाए गए।
भा.ज.पा. का संविधान गौरव अभियान
संविधान गौरव अभियान की शुरुआत भारतीय जनता पार्टी ने 11 जनवरी 2025 को की थी, जो 25 जनवरी तक चला। इस अभियान का उद्देश्य भारतीय संविधान के निर्माण में बाबा साहब अंबेडकर के योगदान को उजागर करना और इसे जन-जन तक पहुंचाना था। कार्यक्रम के दौरान भाजपा ने भारतीय संविधान की महत्ता और बाबा साहब के विचारों को जनमानस तक पहुंचाने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए। पार्टी के नेताओं ने बुरहानपुर और अन्य स्थानों पर संबोधन किया और इस मौके पर भाजपा ने बाबा साहब अंबेडकर के प्रति अपने सम्मान को दोहराया।
बुरहानपुर में बाबा साहब की प्रतिमा की स्थापना
बुरहानपुर में बाबा साहब अंबेडकर की प्रतिमा की स्थापना एक ऐतिहासिक और प्रतीकात्मक घटना थी। इस प्रतिमा का अनावरण भाजपा के निरंतर प्रयासों के परिणामस्वरूप 1996-97 में किया गया था। हालांकि, इससे पहले कांग्रेस के शासन में इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए थे। भाजपा नेताओं का कहना है कि यह कदम बाबा साहब के सम्मान को स्थापित करने के लिए उठाया गया, क्योंकि कांग्रेस के नेतृत्व में लंबे समय तक इस दिशा में कोई पहल नहीं की गई थी।
पूर्व महापौर अतुल पटेल ने इस अवसर पर कहा कि 48 से 50 सालों तक बुरहानपुर में बाबा साहब की प्रतिमा लगाने में कोई कदम नहीं उठाए गए। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने बाबा साहब को उचित सम्मान नहीं दिया और उन्हें चुनावी राजनीति के खेल में कमजोर करने की कोशिश की। उनके अनुसार, बुरहानपुर में गांधी जी और नेहरू जी की प्रतिमाएं तो जल्दी लग गईं, लेकिन बाबा साहब की प्रतिमा लगाने में कांग्रेस को एक लंबा समय लगा।
कांग्रेस पर गंभीर आरोप: "दोगली नीति" और वोट बैंक की राजनीति
इस कार्यक्रम में पूर्व महापौर अतुल पटेल ने कांग्रेस पार्टी की नीतियों और उनके दृष्टिकोण पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बाबा साहब अंबेडकर को राजनीतिक फायदा और वोट बैंक की राजनीति के लिए इस्तेमाल किया, लेकिन उन्हें कभी सही सम्मान नहीं दिया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस ने बुरहानपुर में गांधी जी और नेहरू जी की प्रतिमाएं जल्दी स्थापित कीं, लेकिन बाबा साहब की प्रतिमा लगाने के लिए उन्हें 48-50 साल का समय लग गया।
अतुल पटेल ने कांग्रेस की राजनीति को "दोगली नीति" वाली बताया और कहा कि कांग्रेस ने समाज को विभाजित करने और भ्रम फैलाने की रणनीति अपनाई है। उनका कहना था कि कांग्रेस के नेता केवल वोट बैंक की राजनीति में व्यस्त रहते हैं, और बाबा साहब के विचारों को कभी भी सही तरीके से लागू नहीं किया। उन्होंने भाजपा को इस मुद्दे पर एकमात्र पार्टी बताया जो बाबा साहब के विचारों और उनके योगदान को आगे बढ़ाने के लिए हमेशा प्रतिबद्ध रही है।
भा.ज.पा. और बाबा साहब का सम्मान
भा.ज.पा. के नेताओं ने हमेशा बाबा साहब अंबेडकर के योगदान को सम्मानित किया है और भारतीय संविधान की महत्ता को जन-जन तक पहुंचाने के लिए निरंतर प्रयास किए हैं। संविधान गौरव अभियान के तहत भाजपा ने बाबा साहब के विचारों को जनहित में लागू करने की दिशा में कई कदम उठाए हैं। पार्टी का मानना है कि बाबा साहब के योगदान को सही ढंग से पहचानने और उनके विचारों को समाज में लागू करने के लिए एक मजबूत और सशक्त सरकार की आवश्यकता है।
समारोह में मौजूद भाजपा नेता और कार्यकर्ता
इस कार्यक्रम में कई प्रमुख भाजपा नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे, जिनमें डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी मंडल अध्यक्ष रविंद्र काकडे, जिला उपाध्यक्ष रवि गावड़े, पार्षद आशीष शुक्ला, गौरव शिवहरे, रुद्रेश्वर एंडोले, प्रभाकर चौधरी, और राजकुमार वाघ जैसे भाजपा के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता शामिल थे। इन नेताओं ने बाबा साहब अंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए और उनके योगदान को सम्मानित किया।
संविधान गौरव अभियान: भाजपा की प्रतिबद्धता
भा.ज.पा. का संविधान गौरव अभियान और बुरहानपुर में बाबा साहब अंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण न केवल बाबा साहब के योगदान को जन-जन तक पहुंचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह कांग्रेस की नीतियों और उनके रवैये पर भी सवाल उठाता है। भाजपा ने हमेशा बाबा साहब के विचारों और उनके योगदान को सम्मानित किया है, और इस अभियान के माध्यम से यह संदेश देने की कोशिश की है कि संविधान और बाबा साहब के विचारों को सही तरीके से लागू करने के लिए निरंतर प्रयास किए जाने चाहिए। कांग्रेस पर लगाए गए आरोपों के बावजूद, भाजपा ने यह साबित करने की कोशिश की है कि वह बाबा साहब के विचारों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है और भविष्य में भी इस दिशा में प्रयासरत रहेगी।