मां बिजासन के मंदिर में बंदर ने दंडवत प्रणाम कर त्याग दिए प्राण, श्रद्धालुओं की आंखें हुईं नम
उज्जैन के मां बिजासन मंदिर में एक अनोखी घटना घटी, जहां एक बंदर ने माता को दंडवत प्रणाम कर मंदिर परिसर में ही अपने प्राण त्याग दिए। श्रद्धालुओं ने किया अंतिम संस्कार, वीडियो हुआ वायरल।

मध्य प्रदेश: धर्म, आस्था और चमत्कारों की नगरी उज्जैन एक बार फिर एक रहस्यमयी और भावुक कर देने वाली घटना के चलते सुर्खियों में है। यहां स्थित मां बिजासन मंदिर में एक अद्भुत दृश्य देखने को मिला, जिसने हर किसी को हैरान और भावुक कर दिया। एक बंदर मंदिर में पहुंचा, मां के सामने दंडवत प्रणाम किया और फिर वहीं पर अपने प्राण त्याग दिए।
यह घटना सिर्फ एक संयोग नहीं बल्कि श्रद्धालुओं के लिए आस्था और भक्ति का प्रतीक बन गई है। घटना के प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बंदर ने जिस तरह से माता के सामने सिर झुकाया, वो दृश्य देखकर ऐसा प्रतीत हुआ जैसे वह स्वयं को माता के चरणों में समर्पित कर चुका हो।
बंदर ने मंदिर में घुसने से पहले की थी खास तैयारी
घटना उज्जैन के छत्री चौक क्षेत्र स्थित मोचीवाड़ा इलाके की है, जहां सिटी पोस्ट ऑफिस के पीछे श्रवण कुमार उज्जैनिया के निवास स्थान पर स्थित है अति प्राचीन मां बिजासन देवी का मंदिर। रोजाना सैकड़ों श्रद्धालु यहां माता के दर्शन करने पहुंचते हैं। बुधवार को मंदिर में कुछ अलग ही नज़ारा देखने को मिला।
बताया जा रहा है कि एक बंदर मंदिर की ध्वजा के पास काफी देर तक बैठा रहा। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के बीच जैसे ही उसे मौका मिला, वह सीधे मंदिर के अंदर गया। वहां जाकर उसने मां बिजासन को दंडवत प्रणाम किया और फिर शांत भाव में अपने प्राण त्याग दिए।
श्रद्धालुओं की आंखें हुईं नम, पुजारी बोले- मां का सच्चा भक्त था ये बंदर
इस पूरी घटना को देखने वाले श्रद्धालु और पुजारी परिवार इस नज़ारे से भावविभोर हो उठे। किसी ने नहीं सोचा था कि एक पशु इस तरह से भक्ति का उदाहरण पेश करेगा। पुजारी परिवार और श्रद्धालुओं ने बंदर की इस दिव्य मृत्यु को एक भक्त की तरह देखा और उसका अंतिम संस्कार विधिपूर्वक किया।
हनुमान जी का स्वरूप मानते हुए किया गया अंतिम संस्कार
मंदिर समिति से जुड़े विनायक उज्जैनिया ने बताया कि "हम बंदर को भगवान हनुमान का स्वरूप मानते हैं। इसलिए हमने उसे एक भक्त की तरह अंतिम विदाई दी। बंदर के शव को लाल कपड़े में लपेटकर भूखी माता क्षेत्र ले जाया गया, जहां विधिविधान से उसका अंतिम संस्कार किया गया।"
उन्होंने बताया कि इस दौरान परिवार के सदस्य काफी भावुक हो गए थे और उन्होंने बंदर की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना भी की।
वायरल हो रहा अंतिम संस्कार का वीडियो, लोग कर रहे उज्जैनिया परिवार की सराहना
इस पूरे घटना क्रम का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि उज्जैनिया परिवार के सदस्य बंदर को पूरे सम्मान के साथ अंतिम विदाई दे रहे हैं। आमतौर पर इस तरह की घटनाओं में जानवरों को इधर-उधर फेंक दिया जाता है, लेकिन यहां परिवार ने मानवीयता का परिचय देते हुए भक्ति और संवेदना का दुर्लभ उदाहरण पेश किया है।
श्रद्धालु बोले – ये कोई सामान्य बंदर नहीं था, मां का विशेष भक्त था
मंदिर में उपस्थित श्रद्धालुओं का कहना है कि इस बंदर को उन्होंने पहले कभी नहीं देखा था। एक श्रद्धालु ने कहा, “इस बंदर की आंखों में एक अजीब सी चमक और शांति थी। ऐसा लगता था जैसे यह मां का सच्चा भक्त है और अपने अंतिम क्षणों में माता के चरणों में ही जाना चाहता था।”
यह घटना उज्जैन की आध्यात्मिक पहचान को और मजबूत करती है, जहां पशु-पक्षी भी भक्ति में लीन होकर ईश्वर के प्रति अपनी श्रद्धा प्रकट करते हैं।