बुरहानपुर में मोहम्मद फैज खान की हनुमान कथा: गौ सेवा और वक्फ बिल पर बोले
मशहूर कथावाचक मोहम्मद फैज खान बुरहानपुर में हनुमान कथा के लिए पहुंचे। गौ सेवा और वक्फ संशोधन बिल को समाज हित में बताया। पूरी खबर पढ़ें।

मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में हनुमान जयंती का जश्न बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस खास मौके पर मशहूर कथावाचक और गौ सेवक मोहम्मद फैज खान शहर में पहुंचे हैं। वो राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के संयोजक भी हैं और 2012 से गौ सेवा के लिए काम कर रहे हैं। बुरहानपुर में हनुमान जी की कथा का आयोजन हुआ, जिसमें उन्होंने भक्तों को कथा सुनाकर मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके साथ ही उन्होंने वक्फ संशोधन बिल पर भी अपनी राय रखी और इसे मुस्लिम समाज के हित में बताया। आइए जानते हैं उनकी यात्रा, कथा और विचारों के बारे में विस्तार से।
बुरहानपुर में हनुमान कथा का आयोजन
हनुमान जन्मोत्सव के मौके पर इच्छेश्वर हनुमान मंदिर समिति ने कथा का आयोजन किया था। कर्नाटक एक्सप्रेस से बुरहानपुर पहुंचे मोहम्मद फैज खान ने इस दौरान शहर के ऐतिहासिक और धार्मिक स्थानों का दौरा किया। मंदिरों में दर्शन किए और ताप्ती नदी के किनारे बसे इस शहर की खूबसूरती को सराहा। उन्होंने कहा, "यहां आकर बहुत सुकून मिला। बुरहानपुर का इतिहास जितना खास है, उतना ही इसकी धार्मिक अहमियत भी है। भक्ति का माहौल देखकर दिल खुश हो गया।"
फैज खान पिछले 12 सालों से गौ सेवा में जुटे हैं। वो गौ माता की महिमा पर कथाएं सुनाते हैं और श्री राम कथा व हनुमान कथा भी करते हैं। उनके मुताबिक, "हनुमान जी की कथा हर बार नई लगती है। जितनी बार सुनो, उतनी बार नई प्रेरणा मिलती है। हनुमान जी बल, बुद्धि और विद्या के प्रतीक हैं। रामायण में उनकी रणनीति और भक्ति की मिसाल देखने को मिलती है। उनकी जिंदगी से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है।"
गौ सेवा के लिए अनोखी यात्रा
मोहम्मद फैज खान ने गौ सेवा के प्रति अपनी लगन को साबित करने के लिए एक खास यात्रा भी की थी। उन्होंने लद्दाख से रामेश्वरम तक 1800 किलोमीटर की पैदल यात्रा की, जिसमें वो सिर्फ गाय का दूध पीकर आगे बढ़े। इस दौरान उनकी तबीयत भी बिगड़ी, डॉक्टरों ने कई सलाह दीं, लेकिन उन्होंने सिर्फ गौ माता के दूध पर भरोसा रखा। 51 दिन की इस कठिन यात्रा को पूरा करने के बाद वो आज पूरी तरह स्वस्थ हैं। वो कहते हैं, "ये सब गौ माता की कृपा से हुआ।"
वक्फ संशोधन बिल पर खुलकर बोले
कथा के दौरान फैज खान ने वक्फ संशोधन बिल पर भी अपने विचार रखे। उन्होंने इसे मुस्लिम समाज के लिए फायदेमंद बताया। उनके मुताबिक, "ये बिल गरीब मुसलमानों के हित में है। जो लोग वक्फ की संपत्तियों पर सालों से कब्जा जमाए बैठे हैं, उन्हें अब तकलीफ हो रही है। इस बिल से वक्फ की जमीन का सही इस्तेमाल होगा और गरीबों के लिए काम आएगा।"
उन्होंने मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी पर भी निशाना साधा। फैज खान का कहना था, "जो लोग वक्फ संपत्तियों पर कब्जा किए हुए हैं, उन्हें अब छोड़ना पड़ रहा है, इसलिए वो बिल का विरोध कर रहे हैं। ये बिल मुस्लिम विरोधी नहीं, बल्कि समाज के हित में है। विपक्ष इसे गलत तरीके से पेश कर रहा है।"
हनुमान कथा में भक्तों का उत्साह
हनुमान कथा के दौरान हजारों भक्त शामिल हुए। मोहम्मद फैज खान ने अपनी वाणी से हनुमान जी की भक्ति और उनके जीवन की कहानियां सुनाईं। भक्त कथा सुनते हुए झूमते नजर आए। फैज खान की सादगी और उनकी कथा की शैली ने सबका दिल जीत लिया। वो कहते हैं, "हनुमान जी की भक्ति से जिंदगी में सकारात्मक ऊर्जा आती है। उनकी कथा सुनाने और सुनने का अलग ही आनंद है।"
बुरहानपुर का धार्मिक महत्व
बुरहानपुर ताप्ती नदी के किनारे बसा एक ऐतिहासिक शहर है। यहां की धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत इसे खास बनाती है। मोहम्मद फैज खान ने भी इसकी तारीफ की और कहा कि ऐसे शहर में कथा करना उनके लिए सौभाग्य की बात है।
भक्ति और सेवा का अनूठा संगम
मोहम्मद फैज खान एक ऐसे शख्स हैं जो गौ सेवा, भक्ति और सामाजिक सुधार के लिए काम कर रहे हैं। बुरहानपुर में उनकी कथा ने भक्तों को जोड़ा, वहीं वक्फ संशोधन बिल पर उनके विचारों ने समाज में चर्चा छेड़ दी। उनकी ये कोशिशें दिखाती हैं कि धर्म और सेवा के जरिए समाज को एक नई दिशा दी जा सकती है।