नंदुरबार में पकड़ा गया करोड़ों का शराब सिंडिकेट? पुलिस छापे में मिला 10 लाख का माल – देखें पूरी कहानी!

नंदुरबार में पुलिस ने विसरवाडी के एक अवैध शराब कारखाने पर छापा मारकर 10 लाख से ज्यादा का माल जब्त किया और तीन लोगों को गिरफ्तार किया। पूरी खबर पढ़ें।

नंदुरबार में पकड़ा गया करोड़ों का शराब सिंडिकेट? पुलिस छापे में मिला 10 लाख का माल – देखें पूरी कहानी!
अवैध शराब के कारखाने पर मारा छापा

हाइलाइट्स
  • नंदुरबार पुलिस ने विसरवाडी में नकली शराब के कारखाने पर छापा मारकर 10 लाख का माल पकड़ा
  • तीन आरोपी धरे गए, हुसेनभाई की तलाश में पुलिस की सख्ती बरकरार
  • गडदाणी गांव में नकली शराब का खतरनाक खेल खत्म, समाज को मिली राहत

महाराष्ट्र के नंदुरबार से एक बड़ी खबर सामने आई है। पुलिस ने विसरवाडी में एक अवैध शराब के कारखाने पर छापा मारकर सबको चौंका दिया है। यह कार्रवाई 13 मई 2025 को हुई, जब जिला पुलिस अधीक्षक श्रवण दत्त को एक गुप्त सूचना मिली कि गडदाणी गांव में अमृत पंतु गावीत के अधूरे बने घर में नकली शराब का खेल चल रहा है। और फिर क्या, पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया और इस गैरकानूनी धंधे का भंडाफोड़ कर दिया।

पुलिस ने कैसे की कार्रवाई?

श्रवण दत्त ने अपनी टीम को फटाफट तैयार किया। इसमें स्थानीय अपराध शाखा के इंस्पेक्टर हेमंत पाटील और विसरवाडी पुलिस स्टेशन के प्रभारी नरेंद्र साबळे शामिल थे। दोनों ने मिलकर गडदाणी गांव में उस अधूरे घर पर छापा मारा। वहां का नजारा देखकर पुलिस भी हैरान रह गई। तीन लोग बड़े आराम से नकली शराब बना रहे थे और मशीन से प्लास्टिक की बोतलों में भर रहे थे। पुलिस ने उन्हें मौके पर ही धर दबोचा।

कौन-कौन पकड़ा गया?

पकड़े गए लोगों के नाम हैं:

  • पवन सिताराम शर्मा (25) - धुले के माधवपुरा से।
  • हरिष राजेंद्र चौधरी (37) - धुले के श्रीरामनगर से।
  • अमृत पंतु गावीत (33) - गडदाणी, नंदुरबार से।

इन तीनों ने पूछताछ में बताया कि उन्हें कच्चा माल एक हुसेनभाई नाम का शख्स धुले से सप्लाई करता था। लेकिन हुसेनभाई अभी पुलिस की पकड़ से बाहर है और उसकी तलाश जारी है।

क्या-क्या जब्त हुआ?

पुलिस ने छापे में ढेर सारा सामान बरामद किया। इसमें नकली देशी और विदेशी शराब की बोतलें थीं, जो देखने में बिल्कुल असली ब्रांड्स की तरह लग रही थीं। इसके अलावा शराब बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले केमिकल्स, बड़े-बड़े कंटेनर, एक मशीन और एक वाहन भी जब्त किया गया। कुल मिलाकर यह सारा सामान 10,79,882 रुपये का था। यानी 10 लाख से भी ज्यादा का माल पुलिस के हाथ लगा!

नकली शराब क्यों है खतरनाक?

अब आप सोच रहे होंगे कि इसमें इतनी हाय-तौबा क्यों? दोस्तों, नकली शराब सिर्फ गैरकानूनी नहीं होती, बल्कि यह जानलेवा भी हो सकती है। इसमें अक्सर मेथेनॉल जैसे जहरीले पदार्थ मिलाए जाते हैं, जो इंसान को अंधा कर सकते हैं, शरीर के अंगों को खराब कर सकते हैं या फिर मौत तक ले जा सकते हैं। देश में कई बार ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, जहां लोगों ने ऐसी शराब पीकर अपनी जान गंवाई। इसलिए पुलिस इसे लेकर इतनी सख्त है।

क्या बोले पुलिस अधीक्षक?

श्रवण दत्त ने अपनी टीम की तारीफ करते हुए कहा, "यह कामयाबी हमारी पुलिस टीम की मेहनत और सतर्कता का नतीजा है। हम ऐसे गैरकानूनी धंधों को खत्म करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं, जो हमारे समाज को नुकसान पहुंचाते हैं।" उनकी बात से साफ है कि नंदुरबार पुलिस इस मामले में कोई ढील नहीं बरत रही।

गांव वालों का क्या कहना है?

विसरवाडी जैसे छोटे और शांत गांव में यह सब सुनकर लोग हैरान हैं। कुछ लोग कह रहे हैं कि अच्छा हुआ पुलिस ने वक्त रहते कार्रवाई कर ली, वरना पता नहीं क्या होता। वहीं कुछ लोग अपनी सुरक्षा को लेकर थोड़े चिंतित भी हैं। लेकिन कुल मिलाकर यह छापा गांव में चर्चा का विषय बन गया है।

अब आगे क्या?

पकड़े गए तीनों आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और महाराष्ट्र निषेध अधिनियम के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अभी भी जांच कर रही है और फरार हुसेनभाई को पकड़ने की कोशिश में जुटी है। यह कार्रवाई नंदुरबार पुलिस की सख्ती का एक बड़ा उदाहरण है।

समाज के लिए एक संदेश

यह छापा सिर्फ एक कार्रवाई नहीं, बल्कि एक संदेश भी है कि गैरकानूनी काम करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। नंदुरबार पुलिस लगातार ऐसी गतिविधियों पर नजर रख रही है और लोगों की सुरक्षा के लिए हर कदम उठा रही है। तो अगली बार अगर कोई नकली शराब का धंधा करने की सोचेगा, तो उसे दो बार सोचना पड़ेगा!