इंदौर लोकायुक्त की बड़ी कार्रवाई: रिश्वत लेते परिवहन अधिकारी और एजेंट पकड़े गए
इंदौर लोकायुक्त ने बड़वानी में 10,000 रुपये की रिश्वत लेते जिला परिवहन अधिकारी रीना किराडे और एजेंट विवेक मलतारे को रंगे हाथों पकड़ा। पढ़ें पूरी खबर।

- इंदौर लोकायुक्त ने बड़वानी में 10,000 रुपये की रिश्वत लेते परिवहन अधिकारी और एजेंट को पकड़ा
- चेतन शर्मा की शिकायत पर ट्रैप कार्रवाई, रीना किराडे और विवेक मलतारे रंगे हाथों धरे गए
- भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज, कार्रवाई जारी
मध्य प्रदेश: इंदौर लोकायुक्त इकाई ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा कदम उठाते हुए बड़वानी जिले के परिवहन कार्यालय में एक बड़ी ट्रैप कार्रवाई को अंजाम दिया। इस कार्रवाई में जिला परिवहन अधिकारी श्रीमती रीना किराडे और प्राइवेट एजेंट विवेक मलतारे को 10,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। यह कार्रवाई महानिदेशक लोकायुक्त श्री योगेश देशमुख के सख्त निर्देशों के बाद की गई।
क्या है पूरा मामला?
बड़वानी जिले के अंजड़ निवासी चेतन शर्मा ने जिला परिवहन कार्यालय में अपने ड्राइविंग लाइसेंस को रिन्यू करने और नया लाइसेंस बनवाने के लिए आवेदन किया था। जब वे इस काम के लिए जिला परिवहन अधिकारी श्रीमती रीना किराडे से मिले, तो उन्हें प्राइवेट एजेंट विवेक मलतारे से संपर्क करने को कहा गया। विवेक मलतारे ने चेतन से लाइसेंस रिन्यू और नया लाइसेंस बनवाने के बदले 10,000 रुपये की रिश्वत मांगी।
रिश्वत की इस मांग से परेशान चेतन ने इसकी शिकायत इंदौर लोकायुक्त कार्यालय के पुलिस अधीक्षक श्री राजेश सहाय से की। शिकायत की जांच में बात सही पाए जाने के बाद लोकायुक्त ने ट्रैप की योजना बनाई। 4 जून 2025 को लोकायुक्त की टीम ने कार्रवाई करते हुए विवेक मलतारे को चेतन से 10,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए मौके पर धर दबोचा।
लोकायुक्त की ट्रैप टीम
इस कार्रवाई को अंजाम देने वाली टीम में कार्यवाहक निरीक्षक श्रीमती प्रतिभा तोमर, आरक्षक विजय कुमार, कमलेश परिहार, चेतन सिंह परिहार, सतीश यादव, आदित्य सिंह भदोरिया, कृष्ण अहिरवार और चालक शेरसिंह ठाकुर शामिल थे।
आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई
श्रीमती रीना किराडे और विवेक मलतारे के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 और बीएनएस की धारा 61(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है। दोनों आरोपियों के खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा संदेश
यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ लोकायुक्त की सख्त नीति को दर्शाती है। आम नागरिकों से अपील है कि वे किसी भी तरह की रिश्वत की मांग की शिकायत तुरंत लोकायुक्त कार्यालय से करें, ताकि भ्रष्टाचार पर लगाम लगाई जा सके।