अघोरी ने विक्रांत भैरव की प्रतिमा पर चढ़कर बनाई रील, बाबा बम बम नाथ के अनुयायियों ने दी सजा
उज्जैन के चक्रतीर्थ शमशान घाट स्थित विक्रांत भैरव की प्रतिमा पर अघोरी द्वारा की गई आपत्तिजनक हरकत की वायरल वीडियो के बाद बाबा बम बम नाथ के अनुयायियों ने उसे पकड़कर सजा दी। जानिए पूरी घटना।
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मध्य प्रदेश के उज्जैन के चक्रतीर्थ शमशान घाट स्थित विक्रांत भैरव के मंदिर की एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें एक अघोरी भगवान विक्रांत भैरव की प्रतिमा पर चढ़कर सिगरेट पीते नजर आ रहे हैं। इस वीडियो के वायरल होने के बाद, स्थानीय धर्म के अनुयायी और बाबा बम बम नाथ के भक्तों ने इस कृत्य को लेकर सख्त प्रतिक्रिया व्यक्त की है। अघोरी द्वारा की गई इस हरकत को बर्दाश्त न करते हुए, बाबा बम बम नाथ के अनुयायी उस व्यक्ति को पकड़ने में सफल हो गए और उसे सजा दी।
मध्य प्रदेश के उज्जैन में धार्मिक स्थलों और आस्थाओं का सम्मान करना सभी की जिम्मेदारी है। विक्रांत भैरव की प्रतिमा पर की गई आपत्तिजनक हरकत के बाद, सही शिक्षा मिली। #विक्रांतभैरव #अघोरी #धार्मिकसम्मान #सोशलमीडिया #धर्म #उज्जैन #पुष्पराज #बाबाबंबमनाथ #धर्मिकअपमान #सोशलमीडियावायरल pic.twitter.com/weRFgdNn6V — Fact Finding (@factfindingmp) March 1, 2025
वीडियो में क्या था?
वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि एक अधेड़ व्यक्ति, जो अघोरी के कपड़े पहने हुए है, विक्रांत भैरव की प्रतिमा पर चढ़कर सिगरेट पी रहा है। वह व्यक्ति अपने आपको पुष्पराज बताता है और यह दावा करता है कि वह किसी के सामने नहीं झुकेगा। वीडियो बनाने के दौरान, यह व्यक्ति न केवल भगवान की प्रतिमा का अपमान करता है, बल्कि उसके व्यवहार से यह भी प्रतीत होता है कि वह इस कृत्य को मजाक के तौर पर देख रहा है।
यह वीडियो तब वायरल हो गया जब एक ऑटो रिक्शा चालक और एक अन्य युवक ने इसे शूट किया और सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। वीडियो को देखकर बाबा बम बम नाथ के अनुयायी काफी गुस्से में आ गए और उन्होंने उस अघोरी की पहचान करने के बाद उसे पकड़ने की योजना बनाई।
अघोरी की पिटाई और माफी
बाबा बम बम नाथ के अनुयायी इस वीडियो के वायरल होने के बाद सक्रिय हो गए। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए इस अघोरी की पहचान की और उसे ढूंढ निकाला। अघोरी का असली नाम यशवंत बताया जा रहा है। जब वह शमशान घाट पहुंचा, तो बाबा बम बम नाथ के अनुयायियों ने उसे पकड़ लिया और उसकी जमकर पिटाई शुरू कर दी। इस दौरान वहां हंगामा मच गया और आसपास मौजूद लोग इस पूरे घटनाक्रम को देख रहे थे।
अघोरी ने शुरुआत में अपनी गलती मानने से इनकार कर दिया, लेकिन जब उसे बताया गया कि उसने न सिर्फ विक्रांत भैरव की प्रतिमा का अपमान किया, बल्कि सोशल मीडिया पर अपशब्द भी कहे थे, तो उसने अंततः अपनी गलती स्वीकार की। इसके बाद वह बाबा बम बम नाथ के सामने गया और उनके पैर पकड़कर माफी मांगी।
पूरे मामले में पुलिस कार्रवाई नहीं
अधिकारियों के अनुसार, इस मामले में अभी तक कोई भी शिकायत थाने में दर्ज नहीं की गई है। हालांकि, घटनास्थल के आसपास के लोग यह दावा कर रहे हैं कि बाबा बम बम नाथ के अनुयायियों द्वारा की गई पिटाई के बाद यह मामला थाने तक पहुंच सकता था, लेकिन फिलहाल कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई है।
हालांकि, इस घटनाक्रम ने उज्जैन के स्थानीय लोगों को एक संदेश दिया कि धार्मिक स्थलों और भगवान की प्रतिमाओं का अपमान नहीं किया जाना चाहिए। इस घटना ने धर्म के प्रति सम्मान और श्रद्धा की आवश्यकता को भी उजागर किया है।
धार्मिक स्थल पर की गई आपत्तिजनक हरकतें
यह घटना न केवल विक्रांत भैरव की प्रतिमा के अपमान को लेकर है, बल्कि इसने धार्मिक भावनाओं को भी ठेस पहुंचाई है। सोशल मीडिया के इस युग में, जहां हर चीज़ तेजी से वायरल होती है, यह घटनाएँ लोगों को जागरूक करने का काम करती हैं कि हमें किसी भी धार्मिक स्थान या प्रतिमा का सम्मान करना चाहिए।
धार्मिक सम्मान की आवश्यकता: एक महत्वपूर्ण संदेश
विक्रांत भैरव की प्रतिमा पर चढ़कर सिगरेट पीने का मामला न सिर्फ एक धार्मिक अपमान था, बल्कि यह भी दिखाता है कि आजकल लोग सोशल मीडिया की लोकप्रियता के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं। हालांकि, इस घटना के बाद इस व्यक्ति को सजा दी गई और उसने अपनी गलती स्वीकार की, फिर भी यह एक महत्वपूर्ण संदेश देता है कि हमें धर्म, श्रद्धा और आस्था का सम्मान करना चाहिए।