धुले: ‘इंडियन करेंसी’ के नाम पर ठगी करने वाली गैंग का पर्दाफाश, 7 लोग गिरफ्तार
धुले तालुका पुलिस ने ‘इंडियन सेकंड करेंसी’ के नाम पर ठगी करने वाली गैंग का भंडाफोड़ किया। 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर 3 लाख रुपये जब्त। पढ़ें पूरी खबर।

- धुले पुलिस ने ‘इंडियन सेकंड करेंसी’ के नाम से ठगी करने वाले गैंग के 7 आरोपियों को पकड़ा
- सोशल मीडिया पर लुभावने रील्स के जरिए लोगों को लूटने वाली गैंग से 3 लाख रुपये नकद जब्त
- अजनाले और हेंकळवाडी में कॉम्बिंग ऑपरेशन से धुले के नागरिकों को मिली बड़ी राहत
महाराष्ट्र के धुले तालुका पुलिस ने एक बड़ी ठगी की गैंग का भंडाफोड़ किया है, जो ‘इंडियन सेकंड करेंसी’ के नाम पर लोगों को लूट रही थी। इंस्टाग्राम और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर झूठे वादों के जरिए लोगों को फंसाने वाली इस गैंग के 7 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। अजनाले और हेंकळवाडी गांवों में चलाए गए विशेष ‘कॉम्बिंग ऑपरेशन’ की वजह से यह कार्रवाई सफल रही। इस मामले में धुले तालुका पुलिस स्टेशन में दो मामले दर्ज किए गए हैं, और पुलिस ने 3 लाख रुपये नकद समेत अन्य सामान जब्त किया है।
कैसे होती थी ठगी?
यह गैंग सोशल मीडिया पर ‘1 लाख के बदले 7 लाख, 2 लाख के बदले 15 लाख’ जैसे लुभावने ऑफर वाले रील्स बनाकर लोगों को अपने जाल में फंसाती थी। इन आकर्षक रील्स को देखकर लोग उनके झांसे में आ जाते थे। रील्स लाइक करने वालों से संपर्क करके उन्हें अजनाले और हेंकळवाडी के आसपास सुनसान जगहों पर बुलाया जाता था। वहां हथियारों का डर दिखाकर, गाली-गलौज और मारपीट करके पीड़ितों से नकदी, गहने और मोबाइल लूट लिए जाते थे। इन घटनाओं से इलाके में दहशत फैल गई थी।
पुलिस की तेज कार्रवाई
प्रोबेशनरी पुलिस उप-अधीक्षक सागर देशमुख के मार्गदर्शन में धुले तालुका पुलिस ने जांच को तेज किया। गुप्त सूचना के आधार पर पहली कार्रवाई में कलीम मैनेजर भोसले और भुर्या सुदाम भोसले को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से 3 लाख रुपये नकद बरामद किए गए। दूसरे मामले में पुलिस उप-निरीक्षक दीपक धनवटे और सागर देशमुख की संयुक्त टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए शामलाल भारलाल पवार, अजय रॉकेट भोसले, अल्पेश उगलाल भोसले, रामदास भारलाल पवार और गोपाल गंजीधर पवार को हिरासत में लिया। इनमें से कुछ आरोपियों के खिलाफ पहले भी विभिन्न पुलिस स्टेशनों में मामले दर्ज हैं।
ऑपरेशन में कौन-कौन शामिल था?
इस सफल कार्रवाई में पुलिस उप-निरीक्षक अनिल महाजन, कृष्णा पाटील, कुणाल पानपाटील, उमेश पवार, विशाल पाटील, कुणाल शिंगाने, धीरज सांगळे, राकेश मोरे, रवींद्र सोनवणे, गजेंद्र मुंढे और योगेश कोळी शामिल थे। इस टीम ने कुछ ही घंटों में गैंग का भंडाफोड़ कर इलाके के लोगों को बड़ी राहत दी।
लोगों को राहत
इस कार्रवाई से धुले तालुका के लोगों में सुरक्षा की भावना बढ़ी है। सोशल मीडिया पर ऐसी ठगी की घटनाएं बढ़ रही हैं, इसलिए पुलिस ने लोगों से सावधान रहने की अपील की है। पुलिस ने सलाह दी है कि ‘ज्यादा रिटर्न देने वाले ऑफर पर भरोसा न करें और अनजान लोगों से संपर्क करने से बचें।’
सावधानी जरूरी!
सोशल मीडिया पर ऐसी ठगी की योजनाएं अब आम हो गई हैं। ‘ज्यादा पैसे कमाने’ का लालच देने वाली जाहिरातों पर भरोसा करने से पहले उनकी सच्चाई जांचना जरूरी है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि ऐसी किसी घटना की जानकारी तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन को दें। धुले पुलिस की यह कार्रवाई निश्चित रूप से सराहनीय है, क्योंकि इससे कई परिवारों का आर्थिक नुकसान टल गया।
पुलिस की तारीफ
धुले तालुका पुलिस की इस कार्रवाई की इलाके में खूब चर्चा हो रही है। सोशल मीडिया के जरिए होने वाली ठगी को रोकने के लिए ऐसी कार्रवाइयां बहुत जरूरी हैं। पुलिस का यह प्रयास निश्चित रूप से अन्य पुलिस बलों के लिए प्रेरणादायक है।