खरगौन गौतस्करी विवाद: पुलिस कार्रवाई पर सवाल, परिजनों का गोली चलने का आरोप

मध्य प्रदेश के खरगौन में गौतस्करी कार्रवाई विवादों में। पुलिस ने टक्कर से घायल होने का दावा किया, परिजनों ने लगाया गोली चलने का आरोप। पढ़ें पूरी खबर।

खरगौन गौतस्करी विवाद: पुलिस कार्रवाई पर सवाल, परिजनों का गोली चलने का आरोप
गौतस्करी कार्रवाई विवादों में

मध्य प्रदेश के खरगौन जिले के हेलापडावा पुलिस चौकी क्षेत्र में बीती रात हुई गौतस्करी की कार्रवाई ने एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। इस घटना ने स्थानीय पुलिस और घायल के परिजनों के बीच तनाव पैदा कर दिया है। पुलिस का कहना है कि गौतस्करी में शामिल एक पिकअप वाहन चालक ने उनके वाहन को टक्कर मार दी, जिसके चलते एक तस्कर घायल हो गया। वहीं, घायल के परिवार वालों ने पुलिस पर गोली चलाने का गंभीर आरोप लगाया है। इस घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया और पुलिस महकमा अलर्ट मोड पर आ गया। आइए, इस घटना के हर पहलू को करीब से समझते हैं।

क्या हुआ हेलापडावा में?

हेलापडावा पुलिस चौकी क्षेत्र, जो कि आदिवासी बहुल इलाका है, में बीती रात पुलिस ने गौतस्करी के खिलाफ कार्रवाई शुरू की। पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ लोग पिकअप वाहन में गौवंश को ले जा रहे हैं। कार्रवाई के दौरान पुलिस ने वाहन को रोकने की कोशिश की, लेकिन पिकअप चालक ने पुलिस के वाहन को टक्कर मार दी और भागने का प्रयास किया। इस हादसे में एक युवक, जिसका नाम श्रवण डावर बताया जा रहा है, घायल हो गया। पुलिस ने तुरंत उसे जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसकी हालत गंभीर होने के कारण उसे इंदौर रेफर कर दिया गया।

एएसपी नरेंद्र रावत ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि पिकअप में सवार दो लोग मौके से फरार हो गए, जबकि श्रवण डावर घायल अवस्था में मिला। पुलिस ने उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया। रावत ने यह भी स्पष्ट किया कि घायल के शरीर पर गोली का कोई निशान नहीं मिला है। उसका एक्स-रे और सिटी स्कैन कराया गया, जिसमें कोई गनशॉट की पुष्टि नहीं हुई।

परिजनों के आरोपों ने दिया नया मोड़

दूसरी ओर, श्रवण डावर के परिजनों ने पुलिस के दावे को सिरे से खारिज कर दिया। उनका कहना है कि श्रवण को गोली मारी गई, जिसके चलते वह गंभीर रूप से घायल हुआ। इस आरोप ने मामले को और उलझा दिया है। परिजनों के हंगामे और विरोध के बाद जिला अस्पताल पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। सिविल सर्जन ने बताया कि श्रवण के सिर में गंभीर चोट है, लेकिन यह गोली से हुई या किसी अन्य वजह से, यह अभी स्पष्ट नहीं है। हालत नाजुक होने के कारण उसे इंदौर भेजा गया है।

इलाके में तनाव, पुलिस अलर्ट

हेलापडावा क्षेत्र में इस घटना के बाद तनाव का माहौल है। आदिवासी समुदाय के बीच आक्रोश फैलने की आशंका को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं इलाके में पहले भी विवाद का कारण बन चुकी हैं। पुलिस अब फरार हुए दो अन्य संदिग्धों की तलाश में जुट गई है और मामले की गहन जांच शुरू कर दी गई है।

गौतस्करी का बढ़ता मामला

मध्य प्रदेश में गौतस्करी के मामले समय-समय पर सुर्खियों में रहे हैं। खरगौन जिला, जो ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों से घिरा है, में यह समस्या और भी गंभीर हो जाती है। गौवंश की तस्करी रोकने के लिए पुलिस लगातार अभियान चला रही है, लेकिन कई बार ऐसी कार्रवाइयां विवादों में घिर जाती हैं। इस घटना ने एक बार फिर सवाल उठाया है कि क्या पुलिस की कार्रवाई पूरी तरह पारदर्शी थी, या इसमें कोई चूक हुई?

आगे क्या?

फिलहाल, पुलिस और परिजनों के बयानों में विरोधाभास के चलते जांच का इंतजार किया जा रहा है। श्रवण डावर की मेडिकल रिपोर्ट और इंदौर से आने वाली अपडेट इस मामले की सच्चाई को सामने ला सकती है। पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और आश्वासन दिया है कि जांच निष्पक्ष होगी।

इस घटना ने खरगौन में गौतस्करी और पुलिस कार्रवाई को लेकर बहस छेड़ दी है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मामले का सच क्या सामने आता है।