Burhanpur Andhe Katla Ka Khulasa: पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर की पति की हत्या

Burhanpur Andhe Katla Ka Khulasa: मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में इच्छापुर हाईवे पर हुए अंधे कत्ल का शिकारपुर पुलिस ने खुलासा किया। मृतक की पत्नी ने प्रेमी और साथियों के साथ मिलकर रची हत्या की साजिश। पढ़ें पूरी कहानी।

Burhanpur Andhe Katla Ka Khulasa: पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर की पति की हत्या
पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर की पति की हत्या

Burhanpur Andhe Katla Ka Khulasa: मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में इच्छापुर हाईवे के पास हुए एक अंधे कत्ल ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया था। लेकिन अब शिकारपुर पुलिस ने इस मामले का खुलासा कर दिया है। चौंकाने वाली बात यह है कि इस हत्या के पीछे मृतक की पत्नी और उसके प्रेमी की साजिश थी। पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, और इस घटना ने प्रेम प्रसंग के खतरनाक परिणामों को एक बार फिर उजागर किया है। आइए, जानते हैं इस सनसनीखेज मामले की पूरी कहानी।

घटना का विवरण: कैसे हुआ हादसा?

13 अप्रैल 2025 को इच्छापुर हाईवे पर आईटीआई कॉलेज के सामने झाड़ियों में एक शव मिलने की सूचना पुलिस को मिली। शिकारपुर पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। मृतक की पहचान राहुल उर्फ गोल्डन पिता रामचंद्र पांडेय के रूप में हुई, जो शाहपुर का रहने वाला था। शव पर गंभीर चोटों के निशान थे, जिसके आधार पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया।

पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू की और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला कि राहुल की हत्या बेरहमी से की गई थी। शरीर पर कई गहरे घाव और चोटें थीं, जो साफ तौर पर हत्या की ओर इशारा कर रही थीं। इसके बाद पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया और एक विशेष टीम गठित की।

पुलिस की जांच: साजिश का पर्दाफाश

पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार पाटीदार के नेतृत्व में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अंतर सिंह कनेश और नगर पुलिस अधीक्षक गौरव पाटिल ने इस मामले की गहन जांच शुरू की। थाना प्रभारी शिकारपुर ने एक विशेष टीम बनाई, जिसमें निरीक्षक कमल सिंह पंवार, उपनिरीक्षक हेमेंद्र सिंह चौहान, और अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे। 

जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि मृतक की पत्नी घटना के दिन से ही फरार थी। उसका एक युवराज नाम के व्यक्ति के साथ प्रेम प्रसंग था। पुलिस ने युवराज को हिरासत में लिया और पूछताछ शुरू की। युवराज ने कबूल किया कि उसने और राहुल की पत्नी ने मिलकर हत्या की साजिश रची थी। उसने बताया कि 12 अप्रैल की रात को राहुल की पत्नी ने उसे वीडियो कॉल पर राहुल का खून से सना शव दिखाया और कहा कि "काम हो गया।"

हत्या की साजिश: कैसे दिया गया अंजाम?

पुलिस की पूछताछ में मृतक की पत्नी ने पूरी साजिश का खुलासा किया। उसने बताया कि उसने अपने प्रेमी युवराज और उसके दोस्तों—ललित और एक नाबालिग (अपचारी बालक)—के साथ मिलकर राहुल की हत्या की योजना बनाई थी। योजना के मुताबिक, 12 अप्रैल को शाम 6 बजे पत्नी ने राहुल को बहाने से बुरहानपुर शॉपिंग के लिए ले गई। 

वापसी के दौरान, उन्होंने संजय ढाबे पर खाना खाया। इसके बाद पत्नी ने जानबूझकर अपनी चप्पल आईटीआई कॉलेज के पास ब्रेकर पर गिरा दी और राहुल से गाड़ी रोकने को कहा। जैसे ही राहुल ने गाड़ी रोकी, ललित और अपचारी बालक मोटरसाइकिल से वहां पहुंचे। उन्होंने राहुल को जबरन झाड़ियों में खींच लिया। 

वहां पत्नी ने बियर की खाली बोतल से राहुल के सिर पर वार किया, जिससे वह बेहोश हो गया। इसके बाद ललित और अपचारी बालक ने गुप्ती से राहुल के शरीर पर कई वार किए। गर्दन, पेट, और सिर पर गहरे घावों की वजह से राहुल की मौके पर ही मौत हो गई। हत्या के बाद सभी आरोपी रावेर रेलवे स्टेशन पहुंचे और वहां से ट्रेन पकड़कर इटारसी, फिर उज्जैन के लिए निकल गए।

गिरफ्तार आरोपी

पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है:

  1. भारत उर्फ युवराज पिता कैलाश पाटील (उम्र 20 वर्ष, शाहपुर, बुरहानपुर)
  2. ललित पिता संतोष पाटील (उम्र 20 वर्ष, शाहपुर, बुरहानपुर)
  3. मृतक की पत्नी (नाम गोपनीय)
  4. अपचारी बालक (नाबालिग, नाम गोपनीय)

पुलिस की तारीफ

इस सनसनीखेज मामले को सुलझाने में शिकारपुर पुलिस की टीम ने दिन-रात मेहनत की। पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार पाटीदार ने कहा, "हमारी टीम ने त्वरित कार्रवाई और सटीक जांच के जरिए इस अंधे कत्ल का खुलासा किया। यह एक जटिल मामला था, लेकिन हमने सभी आरोपियों को पकड़ लिया।" 

टीम में शामिल सायबर आरक्षक दुर्गेश पटेल, आरक्षक ललित चौहान, और महिला आरक्षक रीया पटवा सहित कई पुलिसकर्मियों की भूमिका सराहनीय रही। 

क्या है इस घटना का सबक?

यह घटना एक बार फिर यह सवाल उठाती है कि प्रेम प्रसंग और अवैध रिश्ते कितने खतरनाक हो सकते हैं। एक पत्नी ने अपने पति को रास्ते से हटाने के लिए इतनी क्रूर साजिश रची, जो किसी को भी हैरान कर सकती है। समाज में बढ़ते ऐसे मामलों को रोकने के लिए जागरूकता और आपसी विश्वास की जरूरत है। 

आगे की कार्रवाई

पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ धारा 103(1) और 238 बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया है। जांच अभी भी जारी है, और पुलिस अन्य संभावित सबूतों की तलाश में है।