भगवान राम पर की आपत्तिजनक टिप्पणी, स्कूल संचालक केरल से गिरफ्तार – देखें जबलपुर में क्यों मचा हड़कंप

मध्यप्रदेश के जबलपुर में भगवान राम और हिंदू समुदाय पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले जॉय स्कूल संचालक अखिलेश मेबन को केरल से गिरफ्तार किया गया। हिंदू संगठनों के प्रदर्शन और तनाव के बाद पुलिस ने 24 घंटे में कार्रवाई की।

भगवान राम पर की आपत्तिजनक टिप्पणी, स्कूल संचालक केरल से गिरफ्तार – देखें जबलपुर में क्यों मचा हड़कंप
भगवान राम पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाला स्कूल संचालक गिरफ्तार

मध्यप्रदेश के जबलपुर में सोशल मीडिया पर भगवान राम और हिंदू समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले जॉय स्कूल के संचालक अखिलेश मेबन को आखिरकार पुलिस ने केरल से गिरफ्तार कर लिया है। अखिलेश ने अपने व्हाट्सएप स्टेटस पर “Bloody Hindu Ram ke bastard children” जैसे अपमानजनक शब्द लिखे थे, जिसके बाद शहर में तनाव और आक्रोश का माहौल बन गया। इस घटना ने धार्मिक भावनाओं को आहत किया, जिसके चलते हिंदू संगठनों, संत समाज और यहाँ तक कि कांग्रेस ने भी आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पुलिस को ज्ञापन सौंपा था।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई, केरल से पकड़ा गया आरोपी

जबलपुर पुलिस को शुरू में सूचना मिली थी कि अखिलेश मेबन बांधवगढ़ में छिपा हुआ है। लेकिन बाद में पता चला कि वह नागपुर के रास्ते फरार हो गया। पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए एक दर्जन से ज्यादा टीमें गठित कीं और लगातार उसकी तलाश जारी रखी। आखिरकार, मोबाइल फोन की लोकेशन ट्रेस करने के बाद जबलपुर पुलिस ने केरल पुलिस के साथ मिलकर अखिलेश को गिरफ्तार कर लिया। अब उसे केरल से जबलपुर लाया जा रहा है, जहाँ उसके खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई होगी।

हिंदू संगठनों का प्रदर्शन, स्कूल में तोड़फोड़

इस मामले ने जबलपुर में तनाव को और बढ़ा दिया। बीते दिन हिंदूवादी संगठनों ने जॉय सीनियर सेकेंडरी स्कूल के बाहर जमकर हंगामा किया। गुस्साए कार्यकर्ताओं ने स्कूल में घुसकर मुख्य गेट का बोर्ड तोड़ दिया और खिड़कियों के शीशे भी फोड़ डाले। मौके पर पहुँची पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लिया। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के कार्यकर्ताओं ने इस घटना को धार्मिक भावनाओं को भड़काने की साजिश करार दिया और कड़ी कार्रवाई की मांग की।

24 घंटे में गिरफ्तारी की माँग, संतों ने दी थी चेतावनी

इससे पहले रविवार को रांझी थाने में धर्मांतरण के आरोपों को लेकर भी हिंदू संगठनों ने हंगामा किया था। इस दौरान ईसाई समुदाय के कुछ पदाधिकारियों के साथ मारपीट की खबरें भी सामने आई थीं। अखिलेश मेबन का विवादित स्टेटस इसी घटना से जुड़ा माना जा रहा है। स्टेटस के बाद जबलपुर में आक्रोश फैल गया। हिंदू संगठनों, युवक कांग्रेस और संस्कारधानी के संतों ने सड़कों पर प्रदर्शन करते हुए 24 घंटे के अंदर गिरफ्तारी की मांग की थी। संतों ने चेतावनी दी थी कि अगर तय समय में आरोपी को पकड़ा नहीं गया, तो पूरे देश में संत आंदोलन करेंगे।

FIR दर्ज, कड़ी सजा की मांग

इस मामले में दुर्गा वाहिनी की प्रांत सह-संयोजिका नेहा प्यासी ने विजयनगर थाने में अखिलेश मेबन के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी। अब जब आरोपी पुलिस की हिरासत में है, लोग कड़ी से कड़ी सजा की मांग कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर लोगों की तीखी प्रतिक्रियाएँ सामने आ रही हैं। कई लोगों का मानना है कि धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने वाले ऐसे कृत्यों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।

क्या है पूरा मामला?

जानकारी के मुताबिक, अखिलेश मेबन ने यह आपत्तिजनक स्टेटस रविवार को हुए धर्मांतरण विवाद के बाद लगाया था। उनके इस कदम ने पहले से तनावपूर्ण माहौल को और भड़का दिया। जबलपुर, जो अपनी सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान के लिए जाना जाता है, वहाँ इस तरह की घटना ने लोगों को गहरे तक आहत किया। पुलिस अब इस मामले की जाँच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या इसके पीछे कोई बड़ी साजिश थी।

आगे की राह

अखिलेश मेबन की गिरफ्तारी के साथ ही इस मामले में एक बड़ा कदम उठाया गया है। लेकिन जबलपुर में अभी भी तनाव का माहौल बना हुआ है। लोग चाहते हैं कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएँ। पुलिस और प्रशासन पर भी नजर रहेगी कि वे इस मामले को कैसे आगे बढ़ाते हैं।