बुरहानपुर में हथियार तस्कर गिरफ्तार: 18 पिस्टल-14 मैगजीन बरामद, पूरी रिपोर्ट पढ़ें
मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में थाना खकनार पुलिस ने एक अंतरराज्यीय हथियार तस्कर को पकड़ा। 18 देसी पिस्टल, 14 मैगजीन और मोबाइल जब्त। जानें पूरी खबर।

मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में पुलिस ने एक अंतरराज्यीय अवैध हथियार तस्कर को धर दबोचा है। यह कार्रवाई थाना खकनार की टीम ने की, जिसमें तस्कर के पास से 18 देसी पिस्टल, 14 खाली मैगजीन और एक मोबाइल फोन जब्त किया गया। इन सभी सामानों की कुल कीमत करीब 3.98 लाख रुपये आंकी गई है। यह सफलता पुलिस के लिए बड़ी कामयाबी मानी जा रही है, क्योंकि अवैध हथियारों की तस्करी पर लगाम लगाने के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही थी। आइए जानते हैं इस घटना के बारे में विस्तार से।
पुलिस को मिली गुप्त सूचना, फिर शुरू हुआ ऑपरेशन
6 अप्रैल 2025 को थाना प्रभारी अभिषेक जाधव को मुखबिर से सूचना मिली कि एक शख्स अवैध हथियारों की तस्करी के लिए इलाके में मौजूद है। इस सूचना के आधार पर तुरंत एक टीम तैयार की गई। टीम में अभिषेक जाधव के साथ सब-इंस्पेक्टर शिवपाल सरयाम, प्रधान आरक्षक शादाब अली, निखिलेश और कई अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे। टीम कुंडिया नाला फाटा मेन रोड पर पहुंची, जहां एक यात्री प्रतीक्षालय के पास संदिग्ध दिखाई दिया। पुलिस ने उसे घेर लिया और पूछताछ शुरू की।
कौन है पकड़ा गया तस्कर?
पकड़े गए शख्स ने अपना नाम राजू बताया, जो उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के चांदपुर थाना क्षेत्र के हातमपुर शेखपुरा का रहने वाला है। उसकी उम्र 38 साल है और वह बाल्मीकि जाति से ताल्लुक रखता है। जब उसके बैग की तलाशी ली गई, तो उसमें से 18 देसी पिस्टल, 14 मैगजीन और एक मोबाइल फोन बरामद हुआ। पुलिस ने उसे तुरंत हिरासत में ले लिया और थाने लाकर मामला दर्ज किया। उसके खिलाफ थाना खकनार में अपराध क्रमांक 165/2025 के तहत आर्म्स एक्ट की धारा 25 (1-B) (a) के तहत केस दर्ज किया गया।
हथियार कहां से आए? जांच में बड़ा खुलासा
पूछताछ में राजू ने बताया कि ये हथियार उसने अरविंद सिंह नाम के एक शख्स से खरीदे थे, जो पचौरी का रहने वाला है और सिकलीगर समुदाय से ताल्लुक रखता है। पुलिस अब अरविंद सिंह की तलाश में जुट गई है। साथ ही, राजू से हथियारों के स्रोत और तस्करी के नेटवर्क के बारे में और जानकारी हासिल करने की कोशिश की जा रही है।
राजू का आपराधिक रिकॉर्ड भी चौंकाने वाला
पुलिस ने जब राजू के पिछले रिकॉर्ड खंगाले, तो पता चला कि वह कोई नया अपराधी नहीं है। उसके खिलाफ पहले से कई मामले दर्ज हैं:
- हरियाणा के रोहतक में: 2017 में लूट और डकैती की तैयारी के लिए अपराध क्रमांक 510/2017 दर्ज हुआ था।
- बिजनौर में: 2020 में हत्या के प्रयास और डकैती की तैयारी के लिए अपराध क्रमांक 453/2020 दर्ज।
- बिजनौर में ही: उसी साल अवैध हथियार रखने के लिए अपराध क्रमांक 457/2020 दर्ज हुआ था।
इससे साफ है कि राजू लंबे समय से अपराध की दुनिया में सक्रिय है और अवैध हथियारों का धंधा उसका पुराना पेशा रहा है।
पुलिस के आला अधिकारियों के सख्त निर्देश
इस कार्रवाई के पीछे पुलिस महानिरीक्षक इंदौर जोन (ग्रामीण) अनुराग और डीआईजी निमाड़ रेंज सिद्धार्थ बहुगुणा के सख्त निर्देश थे। दोनों ने अवैध हथियारों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने को कहा था। इसके बाद बुरहानपुर के पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पाटीदार ने सभी थाना प्रभारियों को ऐसे अपराधियों पर नकेल कसने के लिए लगातार कार्रवाई करने का आदेश दिया। इस ऑपरेशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अंतर सिंह कनेश और एसडीओपी नेपानगर निर्भय सिंह अलावा का भी मार्गदर्शन शामिल रहा।
जब्त सामान की डिटेल
पुलिस ने राजू के पास से जो सामान बरामद किया, उसकी कीमत इस तरह है:
- 18 देसी पिस्टल: 3,60,000 रुपये
- 14 खाली मैगजीन: 28,000 रुपये
- एक मोबाइल फोन: 10,000 रुपये
- कुल कीमत: 3,98,000 रुपये
पुलिस टीम की मेहनत को सलाम
इस ऑपरेशन में थाना प्रभारी अभिषेक जाधव के नेतृत्व में पूरी टीम ने शानदार काम किया। सब-इंस्पेक्टर शिवपाल सरयाम, प्रधान आरक्षक शादाब अली, निखिलेश जगताप, जितेंद्र चौहान, सुनिल धुर्वे, गोविंदा मुजाल्दे, गोलू खान, संदीप कास्डे और साइबर सेल के दुर्गेश पटेल जैसे पुलिसकर्मियों की मेहनत ने इस कामयाबी को मुमकिन बनाया।
आगे क्या?
पुलिस अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही है। अरविंद सिंह की तलाश जारी है और यह पता लगाया जा रहा है कि ये हथियार कहां सप्लाई होने वाले थे। अवैध हथियारों की तस्करी का यह नेटवर्क कितना बड़ा है, इसकी भी पड़ताल की जा रही है। बुरहानपुर पुलिस की यह कार्रवाई न सिर्फ इलाके में शांति बनाए रखने की दिशा में एक कदम है, बल्कि अपराधियों के लिए भी सख्त संदेश है।