इंदौर में बुजुर्ग ने की पत्नी की हत्या, फिर तीसरी मंजिल से कूदकर दी जान
इंदौर के सिल्वर पैलेस कॉलोनी में 70 साल के ताराचंद खत्री ने पत्नी सीमा की कैंची से हत्या की और फिर आत्महत्या कर ली। जानें इस दिल दहला देने वाली घटना की पूरी कहानी।

इंदौर में एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक 70 साल के बुजुर्ग ने अपनी पत्नी की कैंची से वार कर हत्या कर दी और फिर खुद तीसरी मंजिल से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। यह दुखद घटना मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के अन्नपूर्णा रोड स्थित सिल्वर पैलेस कॉलोनी में हुई। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है और लोग हैरान हैं कि आखिर एक बुजुर्ग दंपति के बीच ऐसा क्या हुआ कि बात इतनी बढ़ गई।
क्या हुआ उस दिन?
जानकारी के मुताबिक, यह घटना शुक्रवार दोपहर की है। 70 वर्षीय ताराचंद खत्री और उनकी 65 साल की पत्नी सीमा खत्री अपने बेटे और बहू के साथ रहते थे। उस दिन दोपहर करीब 1 बजे, जब कचरा गाड़ी आई, तो उनकी बहू रिद्धि कूड़ा फेंकने के लिए बाहर गई। घर में उस वक्त सीमा अकेली थीं और मोबाइल देख रही थीं। इसी बीच ताराचंद अपने कमरे से एक बड़ी कैंची लेकर आए और अपनी पत्नी पर हमला कर दिया। उन्होंने पहले सीमा के सीने पर कैंची से वार किया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गईं और चिल्लाने लगीं।
सीमा की चीख सुनकर बहू रिद्धि दौड़कर घर के अंदर आई। उसने ताराचंद को धक्का देकर बाहर किया और दरवाजा बंद कर लिया। इस दौरान ताराचंद बाहर दरवाजा पीटते रहे और चिल्लाते रहे कि दरवाजा खोलो। रिद्धि ने तुरंत ताराचंद की बेटी को फोन किया, जो उसी बिल्डिंग की तीसरी मंजिल पर रहती थी। लेकिन इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, ताराचंद तीसरी मंजिल पर पहुंच गए और वहां से नीचे कूद गए। ऊंचाई से गिरने की वजह से उनकी मौके पर ही मौत हो गई। दूसरी तरफ, सीमा भी गंभीर चोटों की वजह से बच नहीं सकीं और उनकी भी मौत हो गई।
दंपति के बीच अक्सर होती थी कहासुनी
पड़ोसियों और परिवार वालों के मुताबिक, ताराचंद का स्वभाव काफी गुस्सैल था। वह छोटी-छोटी बातों पर अपनी पत्नी सीमा से उलझ पड़ते थे। दोनों के बीच अक्सर किसी न किसी बात को लेकर तनातनी रहती थी। उस दिन भी कुछ ऐसा ही हुआ होगा, जिसने इस भयानक घटना को जन्म दिया। पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच में यह घरेलू विवाद का मामला लग रहा है, लेकिन पूरी तफ्तीश के बाद ही साफ हो पाएगा कि आखिर हत्या और आत्महत्या की वजह क्या थी।
परिवार और पड़ोसियों में शोक की लहर
इस घटना के बाद ताराचंद और सीमा के परिवार में मातम छा गया है। उनकी बहू रिद्धि और बेटी इस सदमे से उबर नहीं पा रही हैं। पड़ोसियों का कहना है कि ताराचंद और सीमा सामान्य जिंदगी जीते थे, लेकिन ताराचंद का गुस्सा अक्सर परेशानी का कारण बनता था। इस घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है।
पुलिस जांच में जुटी
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उस दिन दोनों के बीच क्या बात हुई थी, जिसने ताराचंद को इतना उग्र कर दिया। आसपास के लोगों से भी पूछताछ की जा रही है ताकि घटना की पूरी तस्वीर साफ हो सके।
एक सबक देने वाली घटना
यह घटना न सिर्फ दुखद है, बल्कि समाज के लिए एक सबक भी है। गुस्से और छोटे-मोटे विवादों को अगर वक्त रहते सुलझाया न जाए, तो वे कितने खतरनाक रूप ले सकते हैं, इसका यह एक जीता-जागता उदाहरण है। इस तरह की घटनाएं हमें सोचने पर मजबूर करती हैं कि परिवार में आपसी समझ और संवाद कितना जरूरी है।