सिंगरौली में सेप्टिक टैंक से मिले 4 शव, परिजनों पर हत्या का शक - हत्या के हर पहलू पर जांच जारी

सिंगरौली के बड़ोखर गांव में सेप्टिक टैंक से मिले चार शवों के मामले में पुलिस ने परिजनों और करीबी रिश्तेदारों पर हत्या का शक जताया है। डीआईजी साकेत पांडे ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और हर पहलू पर जांच के निर्देश दिए।

सिंगरौली में सेप्टिक टैंक से मिले 4 शव, परिजनों पर हत्या का शक - हत्या के हर पहलू पर जांच जारी
सेप्टिक टैंक में मिले चार शव

सिंगरौली के बड़ोखर गांव में स्थित एक मकान के सेप्टिक टैंक से चार शवों का मिलना इलाके में सनसनी फैलाने वाला मामला बन गया है। इस हत्याकांड में पुलिस ने परिजनों और करीबी रिश्तेदारों को शक के दायरे में लिया है। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि यह हत्या का मामला हो सकता है, जिसमें आरोपी मृतकों के करीबी रिश्तेदार हो सकते हैं। घटना की गंभीरता को देखते हुए रीवा के डीआईजी साकेत पांडे ने घटनास्थल का दौरा किया और मामले की जांच के लिए अतिरिक्त निर्देश दिए।

घटना का संपूर्ण विवरण

शनिवार को सिंगरौली जिले के बड़ोखर गांव में स्थित हरिप्रसाद प्रजापति के मकान के पीछे बने सेप्टिक टैंक में चार शव पाए गए। शवों की पहचान सुरेश प्रजापति, करण साहू, राकेश सिंह और जोगेंद्र महतो के रूप में की गई। सुरेश, हरिप्रसाद का बेटा था, जबकि अन्य तीन युवक उसके दोस्त थे। यह शव एक के ऊपर एक रखे हुए थे, और स्थिति ने पुलिस को मामले को गंभीरता से जांचने पर मजबूर किया।

डीआईजी साकेत पांडे ने घटनास्थल का दौरा किया और पुलिस को निर्देश दिए कि मामले की तह तक जाने के लिए सभी पहलुओं पर जांच की जाए। उन्होंने कहा, "मृतक सुरेश के कमरे से कुछ आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद की गई है, जो अनैतिक संबंधों की तरफ इशारा करती है। इस कारण से हम सुरेश के करीबी रिश्तेदारों पर शक कर रहे हैं।"

सुरेश प्रजापति का आपराधिक इतिहास

पुलिस के मुताबिक, मृतक सुरेश प्रजापति का आपराधिक इतिहास था। वह विन्ध्यनगर थाने का निगरानी बदमाश था और उस पर चोरी, अवैध हथियार रखने, और लूट के कई मामले दर्ज थे। पुलिस ने बताया कि मृतक के कमरे से वियाग्रा गोली और कुछ अन्य आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद की गई हैं। इस आधार पर पुलिस को संदेह है कि घटना से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी इन सामग्रियों से मिल सकती है।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, घटना के बारे में 6 से 7 संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। आशंका है कि मृतकों को नशीला पदार्थ देकर उनकी हत्या की गई हो। पुलिस अब उनके मोबाइल फोन के कॉल डिटेल्स की जांच कर रही है, ताकि यह पता चल सके कि घटना के समय कौन से मोबाइल नंबर सक्रिय थे।

फोरेंसिक रिपोर्ट और शवों की जांच

घटना की जांच के लिए रीवा से फोरेंसिक साइंस एक्सपर्ट डॉ. महेंद्र सिंह को बुलाया गया। उन्होंने मौके पर पहुंचकर शवों का बारीकी से परीक्षण किया। डॉ. महेंद्र सिंह ने बताया, "चारों शवों पर नुकीली चीजों से किए गए हमले के निशान हैं। सिर और चेहरे पर गहरे चोट के निशान हैं। हालांकि, शवों पर संघर्ष के कोई खास निशान नहीं हैं, जिससे यह लगता है कि युवक या तो नशे में थे या फिर बेहोशी की हालत में थे। इस स्थिति में, हत्या के इस कृत्य को एक या दो लोगों द्वारा अंजाम दिया जा सकता था।"

घटनास्थल से क्या-क्या मिला?

घटना की सूचना एक पड़ोसी महिला ने पुलिस को दी। महिला ने बताया कि वह जब प्रजापति परिवार के मकान के पास गई, तो उसने देखा कि मकान का दरवाजा खुला था, जिससे उसे चोरी की आशंका हुई। महिला ने अंदर जाकर देखा, लेकिन वहां कोई नहीं था। जब वह मकान के पीछे गई, तो उसे बदबू आई और उसने सेप्टिक टैंक में झांका, तो शव नजर आए। इसके बाद महिला ने तुरंत पुलिस को सूचित किया।

पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सेप्टिक टैंक के पास जेसीबी मशीन से गड्ढा खोदकर शवों को बाहर निकाला। मौके से एक झारखंड राज्य की कार (नंबर JH24-K-3393) भी बरामद हुई, जो घटना से जुड़े महत्वपूर्ण सुराग दे सकती है।

संघर्ष के निशान और हत्या की आशंका

पुलिस को शवों पर हुए हमले के स्पष्ट निशान मिले हैं, जो हत्या की ओर इशारा कर रहे हैं। शुरुआत में पुलिस ने इसे आत्महत्या या दुर्घटना का मामला मानने की कोशिश की, लेकिन शवों के ऊपर चोट के गहरे निशान और शवों की स्थिति को देखकर यह मामला हत्या का प्रतीत हो रहा है। पुलिस को यह भी शक है कि चारों युवकों को किसी नशीले पदार्थ से नशे में लाकर इस अपराध को अंजाम दिया गया हो।

आगे की जांच और संभावनाएं

इस मामले में पुलिस ने तेजी से जांच शुरू कर दी है और मृतकों के करीबी रिश्तेदारों और दोस्तों से पूछताछ जारी रखी है। पुलिस अब यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या मृतकों और आरोपी के बीच कोई विवाद था, जो हत्या का कारण बन सकता था। साथ ही, पुलिस ने यह भी कहा कि मोबाइल डाटा और कॉल रिकॉर्ड की जांच से घटना का खुलासा हो सकता है।

डीआईजी साकेत पांडे ने कहा, "हमने कई संदिग्धों से पूछताछ की है और जल्द ही इस मामले में कुछ ठोस जानकारी सामने आ सकती है। पुलिस इस मामले को हर एंगल से जांच रही है और जल्द ही आरोपियों को पकड़ा जाएगा।"

पुलिस मामले की कर रही गहन जांच

सिंगरौली के बड़ोखर गांव में हुए इस सनसनीखेज हत्याकांड ने न केवल पुलिस को बल्कि पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया है। चार दोस्तों की हत्या और उसके बाद शवों का सेप्टिक टैंक में पाया जाना एक बड़ा रहस्य बना हुआ है। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और यह आशा की जा रही है कि जल्द ही हत्या के कारण और आरोपी का पता चल जाएगा।

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