उज्जैन में महाकाल लोक विस्तार के लिए तकिया मस्जिद क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई

उज्जैन में महाकाल लोक के विस्तार के तहत तकिया मस्जिद क्षेत्र में 257 अतिक्रमण हटाए गए। प्रशासन ने नोटिस जारी किए, मुआवजा दिया और शांति से कार्रवाई सुनिश्चित की।

उज्जैन में महाकाल लोक विस्तार के लिए तकिया मस्जिद क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई
उज्जैन में अतिक्रमण की कार्रवाई

उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर के आसपास के क्षेत्र में महाकाल लोक के विस्तार के लिए प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई शुरू की है। आज सुबह प्रशासन ने तकिया मस्जिद क्षेत्र में स्थित 257 अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया को तेज कर दिया। इस कार्रवाई के तहत जेसीबी और पोकलेन जैसी भारी मशीनों का इस्तेमाल किया गया, और पुलिस बल की कड़ी निगरानी में अतिक्रमण हटाए जा रहे हैं।

सुबह 6 बजे शुरू हुआ अभियान

आज सुबह 6 बजे तकिया मस्जिद क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने का कार्य शुरू किया गया। इस दौरान प्रशासन के साथ जेसीबी, पोकलेन और अतिक्रमण रिमूवल गैंग के कर्मचारियों की टीम भी मौजूद थी। कार्रवाई को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी।

नोटिस और मुनादी के जरिए जानकारी दी गई

इससे पहले प्रशासन द्वारा तकिया मस्जिद क्षेत्र में रहने वाले लोगों को अतिक्रमण हटाने के लिए नोटिस जारी किए गए थे। इन नोटिस के माध्यम से लोगों को बताया गया था कि उनका मकान महाकाल लोक विस्तार के लिए हटाया जाएगा। साथ ही, मुआवजे का वादा भी किया गया था। नोटिस देने के बाद, प्रशासन ने मुनादी करवा कर लोगों को इस कार्रवाई के बारे में और सूचित किया।

पुलिस और प्रशासन का सहयोग

अतिक्रमण हटाने की इस कार्रवाई में प्रशासन और पुलिस का सहयोग बेहद महत्वपूर्ण था। इसके लिए लगभग 200 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी, ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था या विरोध को रोका जा सके। प्रशासन के अधिकारी, नगर निगम के कर्मचारी और पुलिस बल एक साथ मिलकर इस प्रक्रिया को शांतिपूर्ण ढंग से अंजाम दे रहे हैं।

नायब तहसीलदार रुपाली जैन ने बताया कि अतिक्रमण हटाने से पहले मकान मालिकों को नोटिस दिए गए थे और उन्हें मुआवजा भी दिया गया है। इसके साथ ही, मुनादी करवाई गई ताकि लोगों को पूरी जानकारी मिल सके।

महाकाल लोक विस्तार की दिशा में कदम

यह अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई महाकाल लोक के विस्तार के लिए की जा रही है। महाकाल लोक, जो कि महाकाल मंदिर के आसपास का क्षेत्र है, एक विशाल विकास परियोजना है। इस परियोजना का उद्देश्य मंदिर के आसपास के क्षेत्र को बेहतर तरीके से विकसित करना है, ताकि श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिल सकें। इसके लिए प्रशासन ने मंदिर के पास के अतिक्रमणों को हटाने का निर्णय लिया है, जिससे वहां नए निर्माण कार्य किए जा सकें।

कोर्ट में लंबित हैं कुछ मामलों के फैसले

इस अभियान के दौरान प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया कि तकिया मस्जिद क्षेत्र में 257 मकानों में से 7 मकान अभी अदालत में मामले में विचाराधीन हैं। इस कारण इन मकानों को अभी छोड़ दिया गया है और बाकी के मकानों पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई है। जैसे ही कोर्ट का फैसला आएगा, प्रशासन आगे की कार्रवाई करेगा।

कितना मुआवजा दिया गया है?

प्रशासन ने बताया कि तकिया मस्जिद क्षेत्र के रहने वालों को उनके मकान खाली करने के लिए लगभग 66 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। इन 66 करोड़ में से 32 करोड़ रुपये पहले ही प्रभावित परिवारों को दिए जा चुके हैं। मुआवजा राशि का उद्देश्य प्रभावित परिवारों को नए स्थान पर पुनर्वास के लिए मदद करना है।

कार्यवाही का क्रम जारी रहेगा

यह अभियान केवल एक दिन की कार्रवाई नहीं है। प्रशासन ने यह स्पष्ट किया है कि यह प्रक्रिया लगातार जारी रहेगी। धीरे-धीरे, इस क्षेत्र के बाकी अतिक्रमण भी हटाए जाएंगे और महाकाल लोक परियोजना के लिए आवश्यक स्थान तैयार किया जाएगा। प्रशासन ने आश्वस्त किया है कि इस पूरी प्रक्रिया को शांति और व्यवस्था के साथ किया जाएगा, ताकि किसी भी प्रकार की असुविधा या विवाद से बचा जा सके।

अधिकारियों के बयान

इस मामले पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नितेश भार्गव ने बताया कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए 200 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन और पुलिस का मुख्य उद्देश्य इस प्रक्रिया को शांति से संपन्न कराना है।

इसके अलावा, अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट अनुकूल जैन ने महाकाल लोक विस्तार परियोजना के महत्व को बताते हुए कहा कि यह कदम इस क्षेत्र को धार्मिक और पर्यटन केंद्र के रूप में और भी मजबूत करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि इस समय 250 सुरक्षा कर्मी, 10 कार्यपालिका मजिस्ट्रेट और अन्य प्रशासनिक अधिकारी इस अभियान में जुटे हुए हैं।

महाकाल लोक विस्तार की दिशा में अहम कदम

उज्जैन में तकिया मस्जिद क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई महाकाल लोक विस्तार परियोजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। प्रशासन ने इस अभियान को शांति और व्यवस्था के साथ चलाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं। मुआवजा वितरण की प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है, और जैसे-जैसे कार्रवाई आगे बढ़ेगी, प्रभावित परिवारों को समुचित पुनर्वास की सुविधा मिलेगी। यह कदम उज्जैन को एक बेहतर और अधिक सुविधाजनक धार्मिक स्थल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।