शिवपुरी: शादी से पहले घर में लगी आग, बेटी का सपना जलकर राख, परिवार ने मांगा मुआवजा

मध्य प्रदेश के शिवपुरी में शादी से पहले एक घर में भीषण आग लगने से सारा सामान जल गया। अवैध बिजली कनेक्शन बना हादसे की वजह। परिवार ने प्रशासन से मुआवजे की मांग की। पूरी खबर पढ़ें।

शिवपुरी: शादी से पहले घर में लगी आग, बेटी का सपना जलकर राख, परिवार ने मांगा मुआवजा
सांकेतिक तस्वीर

मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के अखाई महादेव गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक परिवार अपनी बेटी की शादी की तैयारियों में जुटा था, लेकिन रविवार का दिन उनके लिए काल बनकर आया। इस परिवार के घर में अचानक भीषण आग लग गई, जिसने शादी के लिए तैयार सारा सामान, अनाज और सपनों को जलाकर खाक कर दिया। यह घटना बदरवास थाना क्षेत्र की है, जहां राजेश कुशवाह नाम के पिता अपनी बेटी की शादी की खुशियां मनाने की तैयारी कर रहे थे। लेकिन अब यह परिवार प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहा है ताकि बेटी की शादी का सपना पूरा हो सके।

शादी की तैयारियां थीं जोरों पर

20 अप्रैल को राजेश कुशवाह की बेटी की शादी तय थी। घर में तैयारियां जोर-शोर से चल रही थीं। दुल्हन के कपड़े, परिवार के लिए नए वस्त्र, राशन और शादी में देने वाला सारा सामान खरीदकर घर में रखा गया था। राजेश उस दिन शादी के निमंत्रण कार्ड बांटने के लिए खजूरी गांव गए थे। परिवार खुशी-खुशी इस खास दिन का इंतजार कर रहा था। लेकिन किसे पता था कि उनकी यह खुशी पलभर में मातम में बदल जाएगी।

कैसे हुआ हादसा?

जानकारी के मुताबिक, रविवार को राजेश के कच्चे घर में अचानक आग लग गई। बताया जा रहा है कि गांव के ही दो लोगों, ब्रजभान और जगराम यादव ने पानी की मोटर चलाने के लिए अवैध रूप से बिजली के तार डाले थे। ये तार राजेश के घर के ऊपर से गुजर रहे थे। इसी दौरान तारों में शॉर्ट सर्किट हुआ और चिंगारी निकलकर कच्चे मकान पर जा गिरी। देखते ही देखते आग ने पूरे घर को अपनी चपेट में ले लिया। घर में रखा सारा सामान, अनाज और शादी की तैयारियां सब कुछ जलकर राख हो गया।

गनीमत यह रही कि जिस वक्त आग लगी, राजेश का परिवार घर में मौजूद था, लेकिन सभी लोग वक्त रहते बाहर निकल आए। अगर ऐसा न हुआ होता तो यह हादसा और भी भयावह हो सकता था। हालांकि, जान बच गई, लेकिन शादी का सारा सामान जलने से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।

पिता का दर्द और मदद की आस

जब राजेश को फोन पर घर में आग लगने की खबर मिली, तो वे दौड़े-दौड़े घर पहुंचे। लेकिन तब तक सब कुछ खत्म हो चुका था। उनके सामने बस जलते हुए मकान और राख में तब्दील हुए सपनों का मंजर था। बेटी की शादी के लिए महीनों की मेहनत और पैसा लगाया गया था, जो एक झटके में खत्म हो गया। अब यह परिवार टूट चुका है और प्रशासन से मुआवजे की उम्मीद लगाए बैठा है। राजेश का कहना है कि अगर सरकार या प्रशासन उनकी मदद नहीं करेगा, तो बेटी की शादी करना मुश्किल हो जाएगा।

अवैध बिजली कनेक्शन बना हादसे की वजह

यह हादसा महज एक दुर्घटना नहीं, बल्कि लापरवाही का नतीजा है। गांव में अवैध बिजली कनेक्शन की समस्या पहले भी कई बार उठ चुकी है, लेकिन इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इस घटना ने प्रशासन के सामने एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर कब तक लोग इस तरह की लापरवाही का शिकार बनते रहेंगे। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर समय रहते इन अवैध तारों को हटाया गया होता, तो शायद यह हादसा टल सकता था।

परिवार के सामने अब क्या रास्ता?

शादी के लिए अब महज कुछ दिन बचे हैं। ऐसे में राजेश और उनके परिवार के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह है कि वे बेटी की शादी कैसे करेंगे। सामान दोबारा खरीदने के लिए उनके पास न तो पैसा है और न ही समय। अब उनकी नजरें प्रशासन की मदद पर टिकी हैं। साथ ही, गांव के लोग भी इस परिवार की मदद के लिए आगे आ रहे हैं, लेकिन इतने बड़े नुकसान की भरपाई करना आसान नहीं है।

सपनों पर संकट, मदद की उम्मीद

यह घटना न सिर्फ एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि समाज और प्रशासन के लिए भी एक सबक है। अवैध बिजली कनेक्शन और लापरवाही के चलते एक बेटी की शादी का सपना अधूरा रहने की कगार पर है। अब देखना यह है कि क्या प्रशासन इस परिवार की मदद के लिए आगे आएगा या यह कहानी अधूरी रह जाएगी।