प्रयागराज महाकुंभ में भीड़ और अफरातफरी: श्रद्धालुओं की दिक्कतें, ट्रेनों पर असर, अखिलेश यादव ने उठाए सवाल
प्रयागराज महाकुंभ में माघी पूर्णिमा के महास्नान को लेकर श्रद्धालुओं की भारी भीड़, रेलवे स्टेशन बंद, यातायात जाम और बुनियादी सुविधाओं की कमी। सपा नेता अखिलेश यादव ने सरकार पर लगाया लापरवाही का आरोप। पढ़ें पूरी अपडेट।
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प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले ने एक बार फिर चर्चा बटोरी है। पिछले कुछ दिनों से कम हो रही भीड़ के बीच अचानक लाखों श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा है। इस भीड़ ने न सिर्फ रेलवे स्टेशन और ट्रेनों की आवाजाही को प्रभावित किया है, बल्कि शहर के आसपास के रास्तों पर भीषण ट्रैफिक जाम भी ला दिया है। स्थिति इतनी गंभीर है कि लोगों को पानी और खाने तक के लिए तरसना पड़ रहा है। सपा नेता अखिलेश यादव ने इस मामले पर सरकार को घेरते हुए तुरंत कार्रवाई की मांग की है।
क्या है पूरा मामला?
1. महाकुंभ में अचानक उमड़ी भीड़
हालांकि पिछले कुछ दिनों से महाकुंभ में श्रद्धालुओं की संख्या कम होने की खबरें आ रही थीं, लेकिन अखाड़ों के साधु-संतों की निकासी के बाद एक बार फिर भारी संख्या में लोग पहुंच गए। 12 फरवरी को माघी पूर्णिमा के महास्नान से पहले श्रद्धालुओं का तांता लग गया है। इसकी वजह से प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर इतनी भीड़ जमा हो गई कि प्रशासन को स्टेशन के गेट बंद करने पड़े।
2. रेलवे स्टेशन पर हुआ हंगामा
भीड़ इतनी ज्यादा थी कि लोग ट्रेन के इंजन तक पर चढ़ गए**। कई यात्री स्टेशन के अंदर फंस गए, जबकि कुछ ने रेलवे ट्रैक के सहारे पैदल ही आगे बढ़ने की कोशिश की। इस वजह से ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई और कई ट्रेनें देरी से चलीं। रेलवे ने संगम के नजदीकी स्टेशन को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है और यात्रियों को अन्य स्टेशनों पर डायवर्ट किया जा रहा है।
सड़कों पर भीषण जाम: बच्चे-बुजुर्ग बेहाल
- प्रयागराज जाने वाले सभी रास्तों पर कई किलोमीटर लंबे ट्रैफिक जाम ने हालात बिगाड़ दिए हैं। सपा नेता अखिलेश यादव द्वारा साझा किए गए वीडियो के मुताबिक:
- लखनऊ की ओर से 30 किमी पहले से जाम
- रीवा रोड से 16 किमी और वाराणसी से 12-15 किमी तक वाहनों की लंबी कतारें
- इस जाम में फंसे श्रद्धालुओं को पानी और भोजन तक नसीब नहीं हो रहा। कई लोग घंटों से अपनी गाड़ियों में फंसे हुए हैं, जिससे उनका स्वास्थ्य भी खराब हो रहा है।
प्रयागराज महाकुंभ में फँसे करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए तुरंत आपातकालीन व्यवस्था की जाए। हर तरफ़ से जाम में भूखे, प्यासे, बेहाल और थके तीर्थयात्रियों को मानवीय दृष्टि से देखा जाए। आम श्रद्धालु क्या इंसान नहीं है?
प्रयागराज में प्रवेश के लिए लखनऊ की तरफ़ 30 किमी पहले से ही नवाबगंज… pic.twitter.com/1JXmzgDEGI — Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 9, 2025
अखिलेश यादव ने सरकार पर उठाए सवाल
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "महाकुंभ में हर तरफ भूखे, प्यासे और थके हुए श्रद्धालु दिख रहे हैं। सरकार मानवीय दृष्टिकोण अपनाए और तुरंत इनकी मदद करे।" उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासनिक लापरवाही की वजह से यह स्थिति पैदा हुई है।
रेलवे ने क्या कदम उठाए?
- 150+ स्पेशल ट्रेनें चलाईं: रेलवे सूत्रों के अनुसार, श्रद्धालुओं को राहत देने के लिए 150 से अधिक विशेष ट्रेनें परिचालित की जा रही हैं। जरूरत पड़ने पर और ट्रेनें चलाने का भी प्रावधान है।
- स्टेशन डायवर्जन: संगम के निकट वाले स्टेशन को अस्थायी रूप से बंद करके यात्रियों को प्रयागराज के अन्य स्टेशनों पर भेजा जा रहा है।
- यात्रियों को सूचना: ट्रेनों के रूट बदलने की जानकारी SMS और एनाउंसमेंट के जरिए यात्रियों तक पहुंचाई जा रही है।
आगे क्या होगा?
माघी पूर्णिमा के महास्नान के साथ ही महाकुंभ का समापन होना है। इससे पहले श्रद्धालुओं की संख्या और बढ़ने की उम्मीद है। प्रशासन ने भीड़ प्रबंधन के लिए अतिरिक्त स्टाफ तैनात किया है और मोबाइल फूड स्टॉल लगाने का भी फैसला लिया है।
निष्कर्ष: सरकारी तैयारियों पर सवाल
महाकुंभ जैसे विशाल आयोजन के लिए यूपी सरकार की तैयारियों पर यह घटना एक बड़ा सवाल खड़ा करती है। भीड़ प्रबंधन, यातायात व्यवस्था और बुनियादी सुविधाओं की कमी ने श्रद्धालुओं के लिए समस्या पैदा की है। अब देखना यह है कि आने वाले दिनों में प्रशासन इन चुनौतियों से कैसे निपटता है।