पिंपळनेर 752G रोड घोटाला: करोड़ों की लूट, वाघ बंधुओं पर कार्रवाई की मांग
पिंपळनेर के 752G रोड के लिए 21 करोड़ रुपये मंजूर हुए, लेकिन खराब काम की वजह से जनता में गुस्सा। वाघ बंधुओं पर घोटाले का आरोप, जांच की मांग तेज।

- 752G रोड घोटाला: पिंपळनेर में 21 करोड़ का रास्ता खराब, जनता गुस्से में
- वाघ बंधु दोषी?: ठेकेदारों पर घटिया काम का इल्ज़ाम, ब्लैकलिस्ट की मांग
- जांच की पुकार: मंजुला गावित की कोशिशों के बाद भी सीएम से जांच की मांग
धुळे: पिंपळनेर शहर के मुख्य मार्ग 752G की बदहाल स्थिति को लेकर पिछले पांच सालों से हंगामा मचा हुआ है। इस डेढ़ किलोमीटर के रास्ते के लिए 21 करोड़ 20 लाख रुपये मंजूर हुए, लेकिन रास्ता बनने के बाद भी जनता का गुस्सा ठंडा नहीं हुआ। रास्ते की गुणवत्ता इतनी खराब है कि बनने के तीन दिन बाद ही खड्डे उभर आए। लोग इसे जनता के टैक्स की बर्बादी बता रहे हैं और ठेकेदार विजय वाघ और किरण वाघ को ब्लैकलिस्ट करने की मांग कर रहे हैं।
क्या है 752G रोड का मामला?
पिंपळनेर का यह मुख्य रास्ता पिछले पांच सालों से बदहाल था। इसके लिए स्थानीय लोगों ने आंदोलन किए, रास्ता रोको किया, सामाजिक संगठनों ने ज्ञापन सौंपे, और कई समाजसेवियों ने भूख हड़ताल तक की। प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ने भी इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया। लेकिन कुछ राजनेताओं की वजह से रास्ते का काम बार-बार अटकता रहा।
स्थानीय लोग बताते हैं कि कोई भी राजनेता इस मुद्दे पर नेतृत्व करने को तैयार नहीं था। आखिरकार, शहरवासियों ने खुद जिम्मेदारी उठाई। कई आंदोलनों और ज्ञापनों के बाद, विधानसभा चुनाव के दौरान साक्री की विधायक मंजुला गावित ने रास्ते के लिए 21 करोड़ 20 लाख रुपये मंजूर करवाए। इसके बाद भव्य भूमिपूजन समारोह हुआ और काम की शुरुआत हुई।
वाघ बंधुओं पर घोटाले का आरोप
रास्ते का काम वाघ बंधुओं—विजय वाघ और किरण वाघ—को सौंपा गया। लेकिन स्थानीय लोगों का आरोप है कि इन ठेकेदारों ने काम शुरू करने में तीन महीने की देरी की और बारिश के मौसम में जल्दबाजी में काम पूरा किया। रास्ता बनने के आठ दिन बाद ही खड्डे दिखने लगे। सड़क पर बिछी खड़ी उखड़ रही है, जिससे पैदल चलने वालों को भारी परेशानी हो रही है। वाहन चालकों का भी बुरा हाल है।
लोगों का कहना है कि 21 करोड़ रुपये जैसे पानी में बहा दिए गए। इतनी बड़ी रकम खर्च होने के बावजूद रास्ता इतना घटिया बना कि जनता में गुस्सा भड़क उठा। स्थानीय निवासी अब वाघ बंधुओं को ब्लैकलिस्ट करने और इस घोटाले की जांच की मांग कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री से जांच की मांग
पिंपळनेर के लोगों ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से इस मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की है। उनका कहना है कि जनता के टैक्स के पैसों की ऐसी बर्बादी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लोग चाहते हैं कि एक जांच कमेटी बनाकर इस घोटाले की तह तक जाया जाए।
मंजुला गावित की कोशिशें
साक्री की विधायक मंजुला गावित ने इस रास्ते के लिए लगातार कोशिशें कीं। उनके प्रयासों से ही इतनी बड़ी रकम मंजूर हुई। स्थानीय लोगों ने इसके लिए उनका आभार भी जताया। लेकिन वाघ बंधुओं की लापरवाही ने उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया। लोग कहते हैं कि अगर इतनी मेहनत के बाद भी रास्ता ऐसा बना, तो यह जनता के साथ धोखा है।
आगे क्या?
पिंपळनेर के लोग अब इस मामले को और उजागर करने की तैयारी में हैं। सामाजिक संगठन और स्थानीय निवासी मिलकर वाघ बंधुओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग को तेज करने वाले हैं। साथ ही, वे चाहते हैं कि भविष्य में जनता के पैसों की ऐसी बर्बादी न हो।
752G रोड का मामला पिंपळनेर में जनता के गुस्से की वजह बन चुका है। लोग चाहते हैं कि उनके टैक्स के पैसों का हिसाब हो और दोषियों को सजा मिले। इस मामले में मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप और एक निष्पक्ष जांच से ही सच सामने आ सकता है।