जयवर्धन सिंह का बड़ा बयान – भाजपा नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप

कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने भाजपा के नेताओं पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। संजय पाठक और सौरभ शर्मा के मामले पर उनकी तीखी प्रतिक्रिया। पढ़ें पूरा बयान।

जयवर्धन सिंह का बड़ा बयान – भाजपा नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप
फोटो जयवर्धन सिंह

मध्य प्रदेश के ग्वालियर में कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने भाजपा के वरिष्ठ नेताओं और विधायकों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि भाजपा के नेता भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, और इसका सबसे बड़ा उदाहरण भाजपा विधायक संजय पाठक की कंपनियों के खिलाफ ईओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध शाखा) की कार्यवाही है। जयवर्धन सिंह ने इस मामले में संजय पाठक पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि उनकी कंपनियों ने सहारा कंपनी की ज़मीनें सस्ते दामों पर खरीदी हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वे छोटे निवेशकों के पैसों को ठगने वाले लोगों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।

सौरभ शर्मा मामले पर भी सवाल

जयवर्धन सिंह ने कांग्रेस के सौरभ शर्मा की गाड़ी से 50 किलो सोने और 20 करोड़ रुपये की नकदी मिलने के मामले पर भी टिप्पणी की। उन्होंने इसे भाजपा के भ्रष्टाचार का प्रतीक बताया और आरोप लगाया कि सौरभ शर्मा की गाड़ी के साथ पकड़ी गई बड़ी मात्रा में सोने और नगदी का खुलासा सिर्फ एक छोटी सी गलती के कारण हुआ, जबकि अगर बाकी गाड़ियां भी पकड़ी जातीं, तो मामला और बड़ा हो सकता था। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा के बड़े नेता और मंत्री 15-20 सालों से सत्ता में हैं और उनकी गाड़ियों की तलाशी कब ली जाएगी, इसका इंतजार किया जा रहा है।

मध्य प्रदेश में सरकार बदलने की जरूरत

जयवर्धन सिंह ने मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार के खिलाफ भी तीखे बयान दिए और कहा कि राज्य में हर पांच साल में सरकार बदलनी चाहिए। उनका मानना है कि इस बात का न होना ही भाजपा के नेताओं में घमंड और अहंकार का कारण बना है, जिससे वे किसी भी अवसर पर पैसा कमाने से नहीं चूकते। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के कई उदाहरण हैं, जैसे ट्रांसपोर्ट विभाग, नर्सिंग घोटाला, व्यापम घोटाला, कुपोषण और कुपोषित बच्चों के लिए हुई चोरी। ये सब मामलों में भाजपा के नेताओं और उनके दलालों का हाथ है, और यही वजह है कि जनता में आक्रोश बढ़ा है।

थानों में विधायक प्रतिनिधियों की नियुक्ति पर निशाना

जयवर्धन सिंह ने मध्य प्रदेश में भाजपा द्वारा थानों में विधायक प्रतिनिधियों की नियुक्ति की भी आलोचना की। उन्होंने इसे वसूली और भ्रष्टाचार का एक तरीका बताया। उनका कहना था कि जब भाजपा के नेताओं को पुलिस और थानों पर भरोसा नहीं है, तो वे अपने प्रतिनिधियों को थानों में बैठाकर उनसे पैसे की वसूली करवाते हैं। यह बताता है कि सत्ता में रहने के बावजूद भाजपा के नेताओं के लिए पुलिस और प्रशासन की साख पर विश्वास नहीं है, और वे खुद से गलत काम करवा रहे हैं।

भाजपा के भ्रष्टाचार को उजागर करने का संकल्प

कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने इस पूरे मुद्दे पर अपनी बात रखते हुए कहा कि उनका और उनकी पार्टी का उद्देश्य हमेशा भाजपा के भ्रष्टाचार को उजागर करना रहेगा। उनका कहना था कि विपक्ष के तौर पर वे इन मुद्दों को बार-बार उठाते रहेंगे और आने वाले चार वर्षों में मध्य प्रदेश में बड़ा बदलाव आएगा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा के नेताओं की नाकामी और भ्रष्टाचार के कारण जनता अब जागरूक हो चुकी है, और इस बार विधानसभा चुनाव में भाजपा को इसका जवाब मिलेगा।

हर 5 साल में बदलना चाहिए सरकार

जयवर्धन सिंह के बयान ने मध्य प्रदेश में राजनीति को और गरमा दिया है। उन्होंने भाजपा के नेताओं और उनके भ्रष्टाचार के खिलाफ कठोर आरोप लगाए हैं, जिनसे राजनीति में हलचल मच गई है। उनका कहना है कि राज्य में हर पांच साल में सरकार बदलनी चाहिए, ताकि भ्रष्टाचार की जड़ें समाप्त हो सकें। भाजपा नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर कांग्रेस ने अब अपनी रणनीति तेज कर दी है, और वे इन मुद्दों को आगामी चुनावों में भुनाने की तैयारी में हैं।