बुरहानपुर का गौरव: मेक्रो विज़न एकेडमी के माजिद हुसैन बने IIT JEE MAINS 2025 में मध्य प्रदेश टॉपर

बुरहानपुर के मेक्रो विज़न एकेडमी के छात्र माजिद हुसैन ने IIT JEE MAINS 2025 में 99.9992 परसेंटाइल के साथ मध्य प्रदेश में टॉप किया। जानें कैसे इस संस्थान के 15+ छात्रों ने शानदार प्रदर्शन कर शिक्षा जगत में नई बुलंदियाँ छुईं।

मध्य प्रदेश के छोटे से शहर बुरहानपुर ने आज शिक्षा के क्षेत्र में एक नया इतिहास रच दिया है। मेक्रो विज़न एकेडमी के मेधावी छात्र माजिद हुसैन ने IIT JEE MAINS 2025 की परीक्षा में 99.9992 परसेंटाइल के साथ न सिर्फ अपने संस्थान, बल्कि पूरे राज्य में प्रथम स्थान हासिल किया है। यह उपलब्धि न केवल माजिद के लिए, बल्कि पूरे बुरहानपुर के लिए गर्व का क्षण है, क्योंकि यह शहर पहली बार किसी राष्ट्रीय स्तर की इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा में टॉपर देख रहा है।

माजिद हुसैन: साधारण पृष्ठभूमि से असाधारण सफलता तक का सफर  

माजिद हुसैन एक मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता एक छोटे व्यवसायी और माता गृहिणी हैं। माजिद बताते हैं कि उनकी सफलता का रहस्य नियमित अध्ययन, सही मार्गदर्शन और लक्ष्य के प्रति समर्पण रहा। वह प्रतिदिन 8-10 घंटे पढ़ाई करते थे, लेकिन इसके साथ ही वे समय प्रबंधन और स्वास्थ्य का भी ध्यान रखते थे। उनका कहना है, "JEE की तैयारी के दौरान मैंने कभी रट्टा नहीं मारा। कॉन्सेप्ट्स को गहराई से समझने पर फोकस किया। मेक्रो विज़न के शिक्षकों ने हर स्टेप पर मेरा साथ दिया।"

मेक्रो विज़न एकेडमी: जहाँ सपने सच होते हैं  

माजिद की सफलता में मेक्रो विज़न एकेडमी की भूमिका अहम रही। यह संस्थान पिछले एक दशक से IIT, NEET और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाने में अग्रणी रहा है। संस्थान के निदेशक डॉ. राजेश शर्मा के अनुसार, "हमारा लक्ष्य हमेशा से छात्रों को अकादमिक रूप से मजबूत बनाना और उनकी रचनात्मक सोच को विकसित करना रहा है। माजिद और अन्य छात्रों की सफलता हमारी टीम की मेहनत का फल है।"

संस्थान की खासियत है इसकी **अनुभवी फैकल्टी**, जिनमें IIT और NIT के पूर्व छात्र शामिल हैं। यहाँ छात्रों को प्रतिदिन मॉक टेस्ट, डाउट सेशन और व्यक्तिगत मेंटरशिप प्रदान की जाती है। साथ ही, कोर्स मटेरियल को NCERT और एडवांस्ड स्तर के सिलेबस के अनुरूप डिज़ाइन किया गया है।

सिर्फ माजिद नहीं, पूरी टीम ने बनाया रिकॉर्ड  

मेक्रो विज़न एकेडमी ने इस साल JEE MAINS में ऐतिहासिक प्रदर्शन किया है। माजिद के अलावा संस्थान के 15 से अधिक छात्रों ने 99+ परसेंटाइल हासिल की है। इनमें शामिल हैं:  

  • - शुभ जैन: 99.88%  
  • - साजिद हुसैन: 99.84%  
  • - आयुशी साहू: 99.74%  
  • - गौरव अड़वानी: 99.66%  
  • - स्वर्णिम राठौर: 99.58%  
  • - दिव्यांश तिवारी: 99.50%  
  • - हर्ष रावत: 99.48%  

यह सफलता संस्थान के समग्र दृष्टिकोण को दर्शाती है, जहाँ हर छात्र को विशेष ध्यान दिया जाता है। छात्रा आयुशी साहू बताती हैं, "यहाँ टीचर्स ने कभी हमें केवल 'सिलेबस पूरा करने' तक सीमित नहीं रखा। उन्होंने प्रैक्टिकल एप्लीकेशन्स और प्रॉब्लम-सॉल्विंग स्किल्स पर जोर दिया, जो JEE में काम आया।"

JEE की तैयारी के लिए मेक्रो विज़न का अनूठा मॉडल  

  1. कॉन्सेप्ट क्लैरिटी वर्कशॉप: हर सप्ताह विषयवार वर्कशॉप्स आयोजित की जाती हैं।  
  2. AI-Based टेस्ट सीरीज: छात्रों की कमजोरियों को पहचानने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल्स का इस्तेमाल।  
  3. पैरेंट-टीचर इंटरैक्शन: हर महीने अभिभावकों के साथ प्रोग्रेस रिव्यू मीटिंग।  
  4. मेंटल हेल्थ सपोर्ट: परीक्षा के तनाव को कम करने के लिए काउंसलिंग सेशन।  

माता-पिता का सहयोग: सफलता की नींव  

माजिद के पिता, श्री आसिफ हुसैन, भावुक होकर कहते हैं, "हमने हमेशा उसके सपनों को प्राथमिकता दी। मेक्रो विज़न टीम ने न केवल माजिद, बल्कि हमारे पूरे परिवार को मोटिवेट किया।" माता शबाना बेगम ने बताया कि वे माजिद के स्टडी शेड्यूल के अनुसार ही घर का माहौल बनाए रखती थीं।

बुरहानपुर में शैक्षिक क्रांति का संकेत  

मेक्रो विज़न एकेडमी की यह सफलता छोटे शहरों में शिक्षा के बदलते परिदृश्य को दर्शाती है। डॉ. शर्मा कहते हैं, "आज छात्रों को मेट्रो शहरों की ओर भागने की ज़रूरत नहीं। सही संसाधन और मार्गदर्शन से वे गाँव-कस्बों से भी IIT जैसे संस्थानों में पहुँच सकते हैं।"

इस सफलता का असर पूरे क्षेत्र के युवाओं पर पड़ रहा है। स्थानीय स्कूलों में अब JEE और NEET की तैयारी को लेकर जागरूकता बढ़ी है। प्रशासन भी मेक्रो विज़न एकेडमी के साथ मिलकर छात्रवृत्ति योजनाएँ चला रहा है।

आगे का रास्ता: JEE एडवांस्ड और भविष्य की योजनाएँ  

माजिद अब JEE एडवांस्ड की तैयारी में जुट गए हैं। उनका लक्ष्य कंप्यूटर साइंस में IIT बॉम्बे से इंजीनियरिंग करना है। वे कहते हैं, "मैं AI और रोबोटिक्स में काम करना चाहता हूँ। देश के लिए टेक्नोलॉजी डेवलप करना मेरा सपना है।" 

मेक्रो विज़न एकेडमी भी अब छात्रों के लिए नए प्रोग्राम लॉन्च कर रही है, जिसमें स्टार्टअप मेंटरशिप और इंटरनेशनल ओलंपियाड ट्रेनिंग शामिल हैं।

समाज के लिए प्रेरणा: "संसाधन नहीं, संकल्प महत्वपूर्ण" 

माजिद और उनके साथियों की कहानी यह साबित करती है कि सही मेहनत और मार्गदर्शन से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। यह उन युवाओं के लिए प्रेरणा है जो संसाधनों की कमी को अपनी सफलता की राह में बाधक मानते हैं।  

छोटे शहर से बड़ी उड़ान

मेक्रो विज़न एकेडमी और माजिद हुसैन की यह सफलता शिक्षा के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत है। यह दिखाता है कि प्रतिभा किसी भी कोने में हो सकती है, बस उसे पोषित करने की ज़रूरत है। आने वाले वर्षों में बुरहानपुर जैसे छोटे शहरों से और भी मेधावी छात्र राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाएँगे, यही इस ऐतिहासिक उपलब्धि की सच्ची सार्थकता होगी।