बुरहानपुर: अवैध हथियार तस्करों पर शिकंजा, 3 पिस्टल और बाइक बरामद, जानिए पुलिस ने कैसे दिया अंजाम
मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में थाना खकनार पुलिस ने अवैध हथियार तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। तीन आरोपियों से 3 हस्तनिर्मित पिस्टल और मोटरसाइकिल जब्त। पढ़ें पूरी खबर।

मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में अवैध हथियार तस्करी के खिलाफ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। थाना खकनार की पुलिस ने मुखबिर की सूचना के आधार पर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया और उनके कब्जे से तीन हस्तनिर्मित पिस्टल और एक मोटरसाइकिल जब्त की, जिनकी कुल कीमत 75,000 रुपये आंकी गई है। यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पाटीदार के निर्देश पर की गई, जिन्होंने जिले में अवैध हथियारों के निर्माण, खरीद-बिक्री और परिवहन पर सख्ती से रोक लगाने के आदेश दिए थे।
कार्रवाई का विवरण
20 अप्रैल 2025 को थाना खकनार के प्रभारी अभिषेक जाधव को सूचना मिली कि दो व्यक्ति ग्राम पाचोरी की ओर से अवैध हस्तनिर्मित पिस्टल लेकर आ रहे हैं। इस सूचना पर तुरंत कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने गुरु गोविंद सिंह स्कूल के पास नाकाबंदी की। नाकाबंदी के दौरान एक मोटरसाइकिल पर सवार दो व्यक्तियों को रोका गया। पूछताछ में उन्होंने अपने नाम राजू चौधरी (47 वर्ष, निवासी रावेर, महाराष्ट्र) और संतोष चंदनकर (47 वर्ष, निवासी लोनी, बुरहानपुर) बताए।
तलाशी के दौरान संतोष के पास से दो हस्तनिर्मित पिस्टल बरामद हुईं। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और उनके कब्जे से दो पिस्टल और एक मोटरसाइकिल जब्त की। थाना खकनार में इस मामले में अपराध क्रमांक 200/2025 के तहत आर्म्स एक्ट की धारा 25(1-B)(a) के तहत मामला दर्ज किया गया।
तीसरे आरोपी की गिरफ्तारी
आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि पिस्टल उन्हें लक्की उर्फ लखबिंदर सिकलीगर (25 वर्ष, निवासी पांगरी) ने उपलब्ध कराई थी। 21 अप्रैल 2025 को मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने पांगरी फाटे पर घेराबंदी कर लक्की को गिरफ्तार किया। लक्की ने पूछताछ में बताया कि उसने संतोष और राजू को दो पिस्टल दी थीं, जबकि एक अन्य पिस्टल उसने पाचोरी के जंगल में छिपा रखी थी। लक्की की निशानदेही पर पुलिस ने जंगल से तीसरी पिस्टल भी बरामद कर ली।
जब्त सामग्री और आरोपियों का आपराधिक इतिहास
पुलिस ने कुल तीन हस्तनिर्मित पिस्टल (कीमत 60,000 रुपये) और एक मोटरसाइकिल (कीमत 15,000 रुपये) जब्त की। आरोपी संतोष चंदनकर का आपराधिक इतिहास रहा है, जिसके खिलाफ अवैध शराब, जुआ, सट्टा और आर्म्स एक्ट के तहत 10 मामले पहले से दर्ज हैं। अन्य दो आरोपियों, राजू चौधरी और लक्की सिकलीगर, से भी पुलिस गहन पूछताछ कर रही है ताकि अवैध हथियारों के नेटवर्क का पता लगाया जा सके।
पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी अभिषेक जाधव के नेतृत्व में उपनिरीक्षक शिवपाल सरयाम, रामेश्वर बकोरिया, बी.एल. मंडलोई, प्रधान आरक्षक शादाब अली, मेलसिंह सोलंकी, और आरक्षक सुनिल धुर्वे, गोलु खान, अमर कास्डे, विजेंद्र देवल्ये ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अंतर सिंह कनेश और एसडीओपी नेपानगर निर्भय सिंह अलावा के मार्गदर्शन में यह ऑपरेशन सफल रहा।
पुलिस अधीक्षक के निर्देश
पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पाटीदार ने सभी थाना प्रभारियों को अवैध हथियारों के खिलाफ सतत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। उनका कहना है कि जिले में कानून-व्यवस्था को मजबूत करने और अपराध पर अंकुश लगाने के लिए ऐसी कार्रवाइयां लगातार जारी रहेंगी।
बुरहानपुर में अवैध हथियारों पर नकेल
यह कार्रवाई बुरहानपुर पुलिस की सक्रियता और अपराध नियंत्रण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है। अवैध हथियारों की तस्करी न केवल स्थानीय स्तर पर अपराध को बढ़ावा देती है, बल्कि क्षेत्र की सुरक्षा के लिए भी खतरा है। पुलिस की इस सफलता से न केवल तस्करों के हौसले पस्त हुए हैं, बल्कि अन्य अपराधियों के लिए भी यह एक कड़ा संदेश है।
अपराध पर पुलिस की मजबूत पकड़
बुरहानपुर पुलिस की इस कार्रवाई से जिले में अवैध हथियारों के खिलाफ चल रही मुहिम को और मजबूती मिली है। पुलिस अब इस मामले में गहन जांच कर रही है ताकि हथियारों की आपूर्ति के स्रोत और अन्य संलिप्त व्यक्तियों का पता लगाया जा सके। स्थानीय निवासियों ने भी पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की है और उम्मीद जताई है कि भविष्य में भी ऐसी कार्रवाइयां जारी रहेंगी।