भोपाल हत्या: दोस्त ने क्यों की हत्या? 6 राज्यों में छुपकर की ड्राइवरी
भोपाल में दो दिसंबर को लापता हुए संदीप प्रजापति की हत्या के मामले में आरोपी अवकेश को पुलिस ने गिरफ्तार किया। आरोपी ने संदीप की हत्या करने के बाद 6 राज्यों में नाम बदलकर ड्राइवरी की नौकरी की थी।

मध्य प्रदेश: भोपाल के एक दिल दहला देने वाले मामले में पुलिस ने दो दिसंबर से लापता हुए युवक संदीप प्रजापति की हत्या करने वाले आरोपी अवकेश को गिरफ्तार कर लिया है। यह हत्या उसी के दोस्त अवकेश ने की थी, जो संदीप की सगी बहन से शादी करना चाहता था। हत्या के बाद अवकेश ने कई राज्यों में अपनी पहचान बदलकर ड्राइवरी की नौकरी की, जिससे पुलिस को उसे पकड़ने में मुश्किलें आईं। लेकिन अब पुलिस ने उसे आखिरकार पकड़ लिया है और इस मामले से जुड़े कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं।
मृतक संदीप की हत्या का कारण
आरोपी अवकेश ने पुलिस को बताया कि वह ड्राइवरी की नौकरी करता था और संदीप उसका दोस्त था। आरोपी की निजी जिंदगी में भी कई ट्विस्ट थे, क्योंकि वह पांच शादियां कर चुका था और उसके संबंध पांच अन्य महिलाओं से भी थे। बावजूद इसके, अवकेश का दिल संदीप की छोटी बहन पर आ गया। अवकेश ने संदीप की बहन से शादी करने का मन बनाया, लेकिन संदीप उसके इस प्यार के बीच में आ गया। इसे लेकर अवकेश को गुस्सा आ गया और उसने संदीप को रास्ते से हटाने का फैसला किया।
आरोपी ने संदीप का अपहरण किया और फिर उसकी सगी बहन से एक लाख रुपये की फिरौती मांगने के लिए दो दोस्तों से फोन करवाया। जब संदीप ने फिरौती की रकम देने से इंकार कर दिया तो अवकेश ने संदीप को बेरहमी से मार डाला और उसका शव रातापानी के जंगल में फेंक दिया।
हत्या के बाद आरोपी की यात्रा
अवकेश ने संदीप की हत्या के बाद भोपाल छोड़ दिया और अपनी पहचान छिपाने के लिए कई राज्यों में नाम बदलकर ट्रक ड्राइवर की नौकरी करने लगा। वह पहले नागपुर गया, फिर कोलकाता, असम, बिहार, महाराष्ट्र और कर्नाटका होते हुए आंध्र प्रदेश तक पहुंचा। इस दौरान उसने हर जगह फर्जी पहचान पत्र बनवाए और ड्राइवरी की नौकरी करने लगा। नकली पहचान से सिम कार्ड लेने के बाद वह पुलिस से भी बचता रहा।
एफआईआर और पुलिस की कार्रवाई
इस मामले की शुरुआत 3 दिसंबर 2024 को हुई जब संदीप के पिता सूरज प्रजापति ने अपनी शिकायत छोला थाना में दर्ज करवाई। सूरज ने बताया कि उनका बेटा संदीप दो दिसंबर से लापता था और उसी दिन उनकी बेटी वंदना को अवकेश ने फोन कर फिरौती की मांग की थी। अवकेश ने वंदना से कहा कि यदि वह उसके पेटीएम खाते में एक लाख रुपये नहीं डालेगी तो वह संदीप को मार डालेगा। वंदना ने यह बातचीत रिकॉर्ड कर ली और सूरज को सुनाई, जिसके बाद सूरज ने थाने में एफआईआर दर्ज करवाई।
इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की और 7 दिसंबर को संदीप का शव थाना रेहटी के देलावाड़ी घाटी के जंगल से बरामद किया। पुलिस ने हत्या के मामले में गंभीरता दिखाई और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एक टीम बनाई। इसके बाद 2 महीने की तफ्तीश के बाद, पुलिस ने आरोपी अवकेश को हैदराबाद से गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी की गिरफ्तारी और आगे की जांच
अवकेश ने पुलिस के सामने खुलासा किया कि वह पूरी योजना के तहत अपने अपराधों को अंजाम दे रहा था। वह हर बार नकली पहचान के साथ ड्राइवरी करता था, जिससे पुलिस को उसे पकड़ने में कठिनाई हो रही थी। आरोपी की गिरफ्तारी के बाद अब पुलिस उसकी पत्नियों से भी पूछताछ करने की योजना बना रही है, ताकि उसके अन्य आपराधिक रिकॉर्ड का पता चल सके।
अवकेश की गंदी मानसिकता और अपराध की हकीकत
आरोपी अवकेश की मानसिकता काफी विकृत थी। पांच शादियां करने के बाद भी उसे अपनी दोस्त की छोटी बहन से प्यार हो गया और उसकी इस गंदी मानसिकता के चलते उसने अपने ही दोस्त की हत्या कर दी। पुलिस का कहना है कि आरोपी के खिलाफ और भी कई गंभीर अपराध हो सकते हैं, क्योंकि उसका व्यवहार और मानसिकता उसे अपराध की दिशा में ले गए थे।
नकली पहचान और अपराध का नेटवर्क
अवकेश ने कई बार अपनी पहचान बदलकर पुलिस से बचने की कोशिश की थी। वह जानता था कि अपराध करने के बाद अगर वह नाम और पहचान बदल लेगा, तो पुलिस उसे पकड़ नहीं पाएगी। पुलिस ने जब उसकी गिरफ्तारी के बाद उससे पूछताछ की, तो यह भी सामने आया कि वह अन्य अपराधों में भी शामिल था, लेकिन उसकी पहचान छुपाने की वजह से पुलिस उसे पकड़ नहीं पाई थी।
पुलिस की सख्त कार्रवाई
यह मामला पुलिस के लिए एक चुनौती बन गया था, क्योंकि आरोपी ने बहुत होशियारी से अपनी पहचान छुपाकर कई महीनों तक पुलिस से बचने की कोशिश की थी। लेकिन पुलिस की सतर्कता और ठोस कार्रवाई के चलते आरोपी को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया। अब पुलिस इस पूरे मामले में और भी बारीकी से जांच कर रही है, ताकि आरोपी के अन्य अपराधों का भी खुलासा हो सके।
अपराधियों की सजा और पुलिस की सतर्कता
भोपाल के इस सनसनीखेज हत्या मामले ने यह सिद्ध कर दिया कि अपराधी कितना भी होशियार क्यों न हो, पुलिस की मेहनत और सख्त कार्रवाई से उसे अंततः पकड़ा जा सकता है। अवकेश के अपराधों का खुलासा होने के बाद पुलिस अब उसके अन्य आपराधिक रिकॉर्ड की भी जांच कर रही है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उसने और कौन से अपराध किए हैं।
यह मामला इस बात की ओर इशारा करता है कि अपराधियों की मानसिकता और उनकी करतूतों से निपटने के लिए पुलिस को हमेशा सतर्क और सशक्त रहना चाहिए।