ग्वालियर में पुलिस आरक्षक की पत्नी की संदिग्ध मौत: ससुराल पर हत्या का आरोप

ग्वालियर में पुलिस आरक्षक की पत्नी उत्सव शर्मा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। परिवार ने हत्या का आरोप लगाते हुए ससुरालियों पर प्रताड़ना और मारपीट का आरोप लगाया है। घटना ने शहर में हड़कंप मचा दिया है।

ग्वालियर में पुलिस आरक्षक की पत्नी की संदिग्ध मौत: ससुराल पर हत्या का आरोप
पुलिस आरक्षक की पत्नी

मध्य प्रदेश: ग्वालियर में 17 जनवरी को एक नव विवाहित की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई, जिसके बाद परिजनों ने ससुराल पक्ष पर हत्या का आरोप लगाया है। मृतका, उत्सव शर्मा, एक पुलिस आरक्षक की पत्नी थी और वह संक्रांति के मौके पर अपने मायके आई थी। घटना ने पूरे क्षेत्र में हलचल मचा दी है, और अब पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।

यह मामला 16 जनवरी को उस समय गंभीर मोड़ पर पहुंचा, जब मृतका का पति, पुलिस आरक्षक अरुण शर्मा, अपनी पत्नी उत्सव शर्मा को जबरन अपने साथ मुरैना के संजय कॉलोनी स्थित अपने घर ले गया। इसके बाद 17 जनवरी को युवती को अचेत अवस्था में ग्वालियर के झांसी रोड स्थित जनकल्याण अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

मायके पक्ष ने इस घटना को एक हत्या करार दिया है और आरोप लगाया है कि युवती को मारपीट के बाद गला घोंटकर मारा गया। उनका कहना है कि युवती के शरीर पर चोट के गहरे निशान थे और उसकी चूड़ियां टूट कर कलाई में घुस चुकी थीं, जिससे यह साबित होता है कि उसे न केवल शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया, बल्कि उसकी हत्या की गई है।

इस घटना के बाद, ग्वालियर पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। पुलिस के अनुसार, यह मामला एक घरेलू हिंसा का प्रतीत होता है, जिसमें युवती की हत्या की आशंका जताई जा रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस ने जांच तेज कर दी है और सभी संबंधित पक्षों से बयान लेने शुरू कर दिए हैं।

शादी से पहले और बाद की स्थिति: दहेज और प्रताड़ना के आरोप

आरोपों के मुताबिक, मृतका उत्सव शर्मा और पुलिस आरक्षक अरुण शर्मा की शादी 8 फरवरी 2023 को हुई थी। शादी के बाद से ही उत्सव शर्मा अपने ससुराल में प्रताड़ना झेल रही थी। मायके पक्ष का कहना है कि शादी के बाद से ही दहेज को लेकर अरुण शर्मा और उसके परिवार वालों ने युवती से लगातार पैसों और अन्य सामान की मांग की थी। विरोध करने पर उसे शारीरिक और मानसिक यातनाएं दी जाती थीं। यहां तक कि युवती ने कई बार अपने परिवार से इस बारे में शिकायत भी की थी, लेकिन उसका कोई समाधान नहीं निकला।

16 जनवरी को उत्सव अपने मायके आई थी, लेकिन वह किसी भी हालत में ससुराल लौटने के लिए तैयार नहीं थी। परिवार के अनुसार, उत्सव ने स्पष्ट तौर पर कहा था कि वह अपने पति के साथ जाने के लिए सहमत नहीं है, क्योंकि वह अपने ससुराल में असुरक्षित महसूस करती थी। फिर भी, जबरन उसे अपने ससुराल ले जाया गया और अगले ही दिन उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।

परिजनों का आरोप: ससुरालियों पर हत्या की साजिश का आरोप

उत्सव के परिजनों ने आरोप लगाया है कि ससुराल पक्ष ने उसकी हत्या की योजना बनाई थी। उनका कहना है कि 16 जनवरी की रात को ही उत्सव के साथ मारपीट की गई और फिर दुपट्टे से उसका गला घोंट दिया गया। इस दौरान उसके हाथों की चूड़ियां टूट कर कलाई में घुस गईं, जिससे स्पष्ट हुआ कि उसे न केवल पीटा गया बल्कि उसकी हत्या करने के लिए भी अत्यधिक बल का प्रयोग किया गया।

इसके बाद, 18 जनवरी को उत्सव के परिवार को अस्पताल में उसके भर्ती होने की सूचना मिली। परिवार जब अस्पताल पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि युवती वेंटिलेटर पर है और उसकी हालत बहुत गंभीर है। अस्पताल में उसे बचाने की पूरी कोशिश की गई, लेकिन तड़के उसकी मौत हो गई। परिजनों ने आरोप लगाया कि ससुराल पक्ष ने अस्पताल में युवती के इलाज में भी कोई रुचि नहीं दिखाई और उनकी उपेक्षा की।

पुलिस अधिकारियों की प्रतिक्रिया और मामले की गंभीरता

घटना के बाद पुलिस ने मर्ग कायम किया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। ग्वालियर के झांसी रोड पुलिस थाना ने मामले की जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही इस मामले की आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।

पुलिस ने इस मामले में मृतका के पति अरुण शर्मा से भी पूछताछ की है। अरुण शर्मा, मुरैना का रहने वाला है और उसे अपने पिता के स्थान पर अनुकंपा नियुक्ति के तहत पुलिस विभाग में काम मिला था। जांच के दौरान पुलिस इस बात का भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या इस हत्या के पीछे घरेलू हिंसा या दहेज के लिए की गई मांगें जिम्मेदार थीं।

ग्वालियर पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए सभी पहलुओं की बारीकी से जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही हत्या की पुष्टि हो सकेगी, लेकिन इस मामले को लेकर उन्हें परिवार द्वारा किए गए आरोपों पर गहन विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस मामले में जल्द ही कोई नतीजा निकाला जाएगा।

समाज में हलचल: महिलाओं की सुरक्षा और घरेलू हिंसा पर सवाल

यह घटना न केवल ग्वालियर बल्कि पूरे मध्य प्रदेश में चर्चा का विषय बन गई है। घरेलू हिंसा, दहेज प्रथा और महिलाओं के खिलाफ हिंसा के बढ़ते मामलों ने समाज को एक बार फिर झकझोर कर रख दिया है। युवती की मौत को लेकर सवाल उठने लगे हैं कि क्या समाज में महिलाओं को सुरक्षित रखने के लिए और सख्त कदम उठाने की जरूरत नहीं है।

ग्वालियर की इस घटना ने न केवल एक परिवार को तबाह किया, बल्कि यह एक गंभीर सवाल भी खड़ा करता है कि हमारे समाज में महिलाएं कितनी सुरक्षित हैं। अब पुलिस के पास यह जिम्मेदारी है कि वह इस मामले की पूरी जांच करके सही न्याय सुनिश्चित करे और दोषियों को सजा दिलवाए। साथ ही यह भी जरूरी है कि समाज में महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा और दहेज प्रथा जैसी कुरीतियों को समाप्त करने के लिए जागरूकता फैलाई जाए।