कलेक्टर हर्ष सिंह ने बुरहानपुर में संभाला पद, जानें उनके प्रशासनिक लक्ष्य और योजनाएँ
मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में नए कलेक्टर हर्ष सिंह ने पदभार ग्रहण किया। जानिए उनकी पृष्ठभूमि, प्रशासनिक दृष्टिकोण, और जिले की विकास योजनाओं पर अपडेट।

मध्य प्रदेश शासन के निर्देशानुसार, बुरहानपुर जिले को एक नया कलेक्टर मिल गया है। भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के 2015 बैच के अधिकारी हर्ष सिंह ने 31 जनवरी, 2025 को शुक्रवार के दिन विधिवत रूप से पदभार ग्रहण किया। यह नियुक्ति सामान्य प्रशासन विभाग, भोपाल द्वारा की गई है। श्री सिंह इससे पहले डिण्डोरी जिले में कलेक्टर के पद पर अपनी सेवाएँ दे रहे थे। उनके नेतृत्व में बुरहानपुर के प्रशासनिक ढाँचे और विकास योजनाओं में नई गति आने की उम्मीद जताई जा रही है।
कलेक्टर हर्ष सिंह का प्रशासनिक सफर
हर्ष सिंह का नाम मध्य प्रदेश के युवा और ऊर्जावान IAS अधिकारियों में शुमार है। 2015 बैच के इस अधिकारी ने अपने करियर की शुरुआत से ही जनसमस्याओं के प्रति संवेदनशीलता और कुशल प्रबंधन के लिए पहचान बनाई है। डिण्डोरी जिले में उनके कार्यकाल के दौरान शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास जैसे क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति हुई। विशेष रूप से आदिवासी बहुल इलाकों में बुनियादी सुविधाओं के विस्तार में उनकी भूमिका सराहनीय रही।
बुरहानपुर जिले में उनकी नियुक्ति को प्रशासनिक अनुभव और युवा ऊर्जा का सही मेल माना जा रहा है। जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पहली बैठक में ही उन्होंने स्पष्ट किया कि "पारदर्शिता, जवाबदेही और जनभागीदारी" उनके प्रशासन का मूलमंत्र होगा।
पदभार ग्रहण के बाद पहली बैठक: अधिकारियों को दिए निर्देश
कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक में हर्ष सिंह ने जिला अधिकारियों से रूबरू होते हुए उनसे जिले की वर्तमान प्रशासनिक व्यवस्था, चुनौतियों और प्रगति की जानकारी ली। अपर कलेक्टर वीरसिंह चौहान ने नवागत कलेक्टर को जिले के प्रमुख मुद्दों जैसे कृषि, स्वास्थ्य सेवाएँ, शिक्षा और बुनियादी ढाँचे से अवगत कराया।
प्राथमिकताओं पर जोर:
- शासकीय योजनाओं का क्रियान्वयन: कलेक्टर ने सभी योजनाओं को समयसीमा में पूरा करने और लाभार्थियों तक पहुँच सुनिश्चित करने को कहा।
- डिजिटल पहल: ऑनलाइन सेवाओं को बढ़ावा देकर पारदर्शिता लाने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
- जनशिकायत निवारण: आम नागरिकों की समस्याओं का त्वरित समाधान प्राथमिकता होगी।
- सामुदायिक सहयोग: ग्राम स्तर पर जनप्रतिनिधियों और समुदाय के साथ मिलकर काम करने की रणनीति तैयार की जाएगी।
- श्री सिंह ने अधिकारियों से कहा, "हमारा लक्ष्य ऐसा प्रशासन बनाना है जो जनता के लिए समर्पित हो। हर योजना और निर्णय में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करनी होगी।"
बुरहानपुर जिले की चुनौतियाँ और अवसर
बुरहानपुर ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत वाला जिला है, लेकिन यहाँ कृषि, रोजगार और स्वास्थ्य सेवाओं जैसे क्षेत्रों में अभी भी चुनौतियाँ मौजूद हैं। ताप्ती नदी के किनारे बसे इस जिले में किसानों को सिंचाई सुविधाओं के विस्तार की आवश्यकता है। साथ ही, औद्योगिक विकास की संभावनाओं को भी बल देने की जरूरत है।
कलेक्टर के रूप में श्री सिंह के सामने प्रमुख लक्ष्य होंगे:
- कृषि उन्नयन: फसल बीमा, मृदा स्वास्थ्य कार्ड और नई तकनीकों को बढ़ावा देना।
- शहरी विकास: स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स और सार्वजनिक परिवहन को मजबूत करना।
- महिला सशक्तिकरण: स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से रोजगार के अवसर बढ़ाना।
- शिक्षा का स्तर: स्कूलों में डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और शिक्षकों का प्रशिक्षण।
नागरिकों और अधिकारियों की प्रतिक्रिया
नए कलेक्टर के आगमन पर जिले के नागरिकों और सामाजिक संगठनों ने उम्मीद जताई है कि उनका अनुभव बुरहानपुर के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। जिला पंचायत के एक सदस्य श्री राजेश पाटीदार ने कहा, "श्री सिंह ने डिण्डोरी में जो काम किया, वह प्रेरणादायक है। हमें विश्वास है कि बुरहानपुर की समस्याओं को वे प्राथमिकता से हल करेंगे।"
वहीं, अधिकारी भी नए कलेक्टर के साथ मिलकर काम करने के लिए उत्साहित हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, "उनकी टीम के साथ काम करने का तरीका और निर्णय लेने की गति प्रशंसनीय है।"
आगे की राह: क्या होगी रणनीति?
हर्ष सिंह ने पदभार ग्रहण करते ही जिले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों का दौरा शुरू कर दिया है। अगले कुछ हफ्तों में वह स्थानीय जनता से सीधा संवाद करके उनकी आवश्यकताओं को समझने का प्रयास करेंगे। साथ ही, प्रमुख योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वला योजना और मनरेगा के क्रियान्वयन की समीक्षा की जाएगी।
बुरहानपुर जिले को एक ऊर्जावान और जनोन्मुखी कलेक्टर मिला है। हर्ष सिंह का अनुभव और समर्पण यहाँ के सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। नागरिकों और अधिकारियों के बीच सहयोग से ही "सुशासन" का लक्ष्य प्राप्त होगा।