बुरहानपुर पुलिस ने ऑनलाइन धोखाधड़ी रोकने के लिए "सुरक्षित क्लिक" साइबर जागरूकता अभियान की शुरुआत की

बुरहानपुर पुलिस ने 1 से 11 फरवरी 2025 तक "सुरक्षित क्लिक" साइबर जागरूकता अभियान शुरू किया। रैली, कार्यशालाएं और सुरक्षा टिप्स के माध्यम से ऑनलाइन धोखाधड़ी को रोकें। सतर्क रहें, सुरक्षित रहें!

बुरहानपुर पुलिस ने ऑनलाइन धोखाधड़ी रोकने के लिए "सुरक्षित क्लिक" साइबर जागरूकता अभियान की शुरुआत की
सुरक्षित क्लिक साइबर जागरूकता अभियान की शुरुआत

साइबर अपराधों में बढ़ोतरी को रोकने और आम नागरिकों को डिजिटल सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए बुरहानपुर पुलिस ने 1 फरवरी 2025 को "सुरक्षित क्लिक" साइबर जागरूकता अभियान की शुरुआत की। यह 11-दिवसीय पहल (1 से 11 फरवरी तक) नागरिकों को ऑनलाइन फ्रॉड, फ़िशिंग, बैंकिंग धोखाधड़ी और इंटरनेट सुरक्षा के बारे में शिक्षित करने के उद्देश्य से आयोजित की गई है। अभियान का शुभारंभ शहर भर में एक जोरदार साइबर सुरक्षा रैली के साथ हुआ, जिसमें पुलिस अधिकारियों, एनजीओ और स्थानीय नागरिकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।

डिजिटल सुरक्षा के लिए रैली  

पुलिस अधीक्षक (एसपी) श्री देवेंद्र पाटीदार और अतिरिक्त एसपी श्री अंतर सिंह कनेश के मार्गदर्शन में बुरहानपुर पुलिस ने "सुरक्षित क्लिक" अभियान की शुरुआत एक विशाल रैली के साथ की। इस कार्यक्रम में नगर रक्षा समिति, रोटरी क्लब, और स्थानीय थानों के सहयोग से एक "साइबर रथ" (जागरूकता वाहन) को शहर के प्रमुख इलाकों में भेजा गया। इस रथ के माध्यम से लोगों को सुरक्षा टिप्स बताए गए और जागरूकता पत्रक वितरित किए गए।  

एसपी पाटीदार ने बताया, "डिजिटल युग में फ़िशिंग, ऑनलाइन ठगी और बैंकिंग फ्रॉड जैसे अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं। 'सुरक्षित क्लिक' के जरिए हम नागरिकों को स्वयं को सुरक्षित रखने का ज्ञान देना चाहते हैं।"

अभियान के प्रमुख लक्ष्य  

इस अभियान के तहत निम्नलिखित बिंदुओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है:  

  • 1. ऑनलाइन फ्रॉड रोकथाम: फर्जी लिंक, धोखाधड़ी वाले कॉल और ईमेल से बचाव के उपाय।  
  • 2. सुरक्षित डिजिटल भुगतान: यूपीआई, नेट बैंकिंग और ओटीपी शेयर करते समय सतर्कता।  
  • 3. सोशल मीडिया सुरक्षा: प्राइवेसी सेटिंग्स, फेक प्रोफाइल और आइडेंटिटी थेफ्ट से बचाव।  
  • 4. रिपोर्टिंग प्रक्रिया: साइबर अपराध की तुरंत सूचना देने के लिए प्रोत्साहित करना।  

थाना स्तर पर कार्यशालाएं और कार्यक्रम  

1 फरवरी से जिले के सभी थानों और चौकियों पर कार्यशालाएं, नुक्कड़ नाटक और संवादात्मक सत्र आयोजित किए जा रहे हैं। साइबर विशेषज्ञों द्वारा नागरिकों को सिखाया जा रहा है कि:  

  • - संदिग्ध ईमेल या एसएमएस की पहचान कैसे करें।  
  • - अज्ञात प्लेटफॉर्म पर व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें।  
  • - मजबूत पासवर्ड और टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का उपयोग कैसे करें।  

साइबर विशेषज्ञों की सलाह  

रैली के दौरान पुलिस अधिकारियों और साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने नागरिकों को यह महत्वपूर्ण टिप्स दिए:  

  1. - अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें: ठग आकर्षक ऑफर या जरूरी चेतावनी के बहाने मैलवेयर भेजते हैं।  
  2. - कॉलर की पहचान सत्यापित करें: किसी अज्ञात व्यक्ति को ओटीपी, बैंक विवरण या आधार नंबर कभी न बताएं।  
  3. - सोशल मीडिया को सुरक्षित रखें: प्राइवेसी सेटिंग्स चेक करें और अजनबियों के फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार न करें।  

- तुरंत रिपोर्ट करें: यदि आप साइबर अपराध का शिकार हुए हैं, तो बुरहानपुर पुलिस के साइबर सेल (टोल-फ्री नंबर) या नजदीकी थाने में संपर्क करें।  

अतिरिक्त एसपी अंतर सिंह कनेश ने कहा, "जागरूकता सबसे बड़ी सुरक्षा है। छोटी-छोटी सावधानियों से 80% साइबर अपराध रोके जा सकते हैं।"

समुदाय की भागीदारी: सामूहिक प्रयास  

"सुरक्षित क्लिक" अभियान को स्थानीय नागरिकों, स्कूलों और व्यवसायियों का भारी समर्थन मिला। दुकानदारों और छात्रों ने रैली में हिस्सा लेकर "क्लिक करने से पहले सोचें" और "धोखाधड़ी की रिपोर्ट करें, दूसरों को बचाएं" जैसे नारों वाले पोस्टर लहराए।  

रोटरी क्लब ने हिंदी और स्थानीय बोली में पत्रक वितरित करके अभियान को व्यापक पहुंच प्रदान की।  

बुरहानपुर पुलिस का डिजिटल सुरक्षा के प्रति संकल्प  

एसपी देवेंद्र पाटीदार ने साइबर शिक्षा को निरंतर जारी रखने के प्रति पुलिस की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा, *"यह कोई एक बार की पहल नहीं है। हम नियमित कार्यशालाएं आयोजित करेंगे और स्कूली पाठ्यक्रम में साइबर सुरक्षा को शामिल करने का प्रयास करेंगे।"

पुलिस ने नागरिकों से अभियान के दौरान सोशल मीडिया पर दैनिक सुरक्षा अपडेट्स के लिए उनके हैंडल्स को फॉलो करने का आग्रह भी किया।  

कैसे रहें सुरक्षित?  

  • 1. सॉफ्टवेयर अपडेट रखें: एंटीवायरस और ऐप्स को नवीनतम वर्जन पर अपग्रेड करें।  
  • 2. ऑफिशियल ऐप्स का उपयोग करें: बैंकिंग या पेमेंट ऐप्स केवल विश्वसनीय स्रोतों से डाउनलोड करें।  
  • 3. सुरक्षा अलर्ट सक्षम करें: लेन-देन के लिए एसएमएस/ईमेल नोटिफिकेशन चालू रखें।  

साझा प्रयास से ही संभव है सुरक्षा  

"सुरक्षित क्लिक" अभियान बुरहानपुर पुलिस की 21वीं सदी के अपराधों से लड़ने की दूरदर्शिता को दर्शाता है। जैसे-जैसे साइबर अपराधी नए तरीके अपना रहे हैं, सामूहिक सतर्कता और समय पर कार्रवाई ही हमारे डिजिटल जीवन को सुरक्षित बना सकती है।  

  1. साइबर अपराध की तुरंत रिपोर्ट करें:
  2. टोल-फ्री हेल्पलाइन: 1930  
  3. बुरहानपुर साइबर सेल: संबंधित थाने के साइबर सेल में शिकायत की जा सकती है

आइए, मिलकर बुरहानपुर को साइबर सुरक्षा का मॉडल बनाएं!