बुरहानपुर पुलिस ने गूगल सर्च से झपटमारी अपराध का खुलासा किया, चैन स्नैचिंग गैंग का पर्दाफाश

बुरहानपुर पुलिस ने गूगल सर्च इंजिन का उपयोग करते हुए एक संगीन चैन स्नैचिंग मामले का खुलासा किया और आरोपी को गिरफ्तार किया। जानिए इस पूरे घटनाक्रम के बारे में।

बुरहानपुर पुलिस ने गूगल सर्च से झपटमारी अपराध का खुलासा किया, चैन स्नैचिंग गैंग का पर्दाफाश
झपटमारी के अपराध का खुलासा

मध्य प्रदेश: जिला बुरहानपुर पुलिस द्वारा एक संगीन अपराध, जिसमें एक वृद्ध महिला से झपटमारी के जरिए सोने की चेन लूटी गई थी, का सफलतापूर्वक खुलासा किया गया है। इस मामले में पुलिस ने गूगल सर्च इंजिन का उपयोग करते हुए आरोपी गैंग की पहचान की और सटीक कार्रवाई की। यह मामला 10 जनवरी 2025 को थाना लालबाग क्षेत्र में घटित हुआ था, जब एक वृद्ध महिला अपने घर वापस जा रही थी और अज्ञात व्यक्तियों द्वारा उसका गला पकड़कर सोने की चेन खींच ली गई थी।

घटना का संक्षिप्त विवरण और प्रारंभिक जांच

10 जनवरी 2025 को थाना लालबाग क्षेत्र में एक वृद्ध महिला सब्जी लेकर ऑटो में घर वापस जा रही थी, तभी अज्ञात आरोपियों ने उसे बुलेट मोटरसाइकिल से पीछा किया। बुलेट पर सवार तीन व्यक्तियों ने महिला को सुनी गली में घेर लिया और मौका देखकर महिला के गले से सोने की चेन खींच ली। इसके बाद, आरोपियों ने मोटरसाइकिल से रावेर की दिशा में भागने की कोशिश की। महिला ने इस घटना की रिपोर्ट थाना लालबाग में दर्ज कराई, जिसके आधार पर थाना में अप. क्र. 03/25 धारा 304 BNS के तहत मामला पंजीकृत किया गया।

पुलिस द्वारा की गई गहरी छानबीन और साक्ष्य जुटाना

घटना के बाद वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को सूचना दी गई, जिसके बाद श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय देवेन्द्र पाटीदार के निर्देशन में पुलिस टीम गठित की गई। इस टीम में श्रीमान अति. पुलिस अधीक्षक अंतर सिंह कनेश और नगर पुलिस अधीक्षक गौरव पाटिल का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। टीम ने घटनास्थल और आसपास के क्षेत्रों में करीब 50 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की जांच की, जिसमें बुलेट पर सवार तीन व्यक्तियों का रावेर की दिशा में आना और महिला से चेन छीनकर भागते हुए दिखना पाया गया।

फुटेज से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने गूगल सर्च का सहारा लिया। इस सर्च से पूर्व में पुणे (महाराष्ट्र) में घटित चैन स्नैचिंग की घटनाओं और पकड़े गए चैन स्नैचर के तरीकों का मिलान किया गया। जांच में पाया गया कि पुणे में एक चैन स्नैचिंग गैंग के तरीके, जो चैन लूटने का तरीका अपनाते थे, लालबाग की घटना से मेल खाते थे। इसके बाद पुणे के पुलिस थानों से जानकारी प्राप्त कर यह तथ्य सामने आया कि जलगाव (महाराष्ट्र) में भी एक गैंग सक्रिय है, जिनके चैन स्नैचिंग के तरीके में समानता थी।

आरोपी गैंग का पता चलने पर पुलिस ने की गिरफ्तारियां

पुलिस ने जलगाव गैंग के बारे में जानकारी प्राप्त की और उनके द्वारा पकड़े गए आरोपियों के फोटो का मिलान घटनास्थल पर मौजूद संदिग्धों से किया। दो आरोपियों के चेहरों का मिलान होने के बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार करने की योजना बनाई।

पुलिस ने मुखबिरों से जानकारी प्राप्त की और संदिग्धों की तलाश शुरू की। कुछ समय बाद, एक संदिग्ध आरोपी लोकेश महाजन को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में उसने अपने अन्य साथी दीपक और यशवंत उर्फ मयूर सोनार के नाम बताए। उसने बताया कि वह और उसके साथी मिलकर बुरहानपुर के लालबाग क्षेत्र में यह चैन स्नैचिंग की घटना अंजाम दिए थे। लोकेश महाजन के पास से पुलिस ने घटना में प्रयुक्त बुलेट क्रं. MH 19 DT 9386 को बरामद किया, साथ ही लूटी गई चेन की जानकारी भी मिली। लोकेश ने यह भी बताया कि लूटी गई चेन को जलगाव में बेचा गया था और उसे गलाने का काम एक सुनार ने किया था।

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान और उनके खिलाफ अन्य मामले

आरोपी लोकेश महाजन, जो कि जलगाव (महाराष्ट्र) का निवासी है, 25 वर्ष का है और चेतना अपार्टमेंट, समर्थ नगर खेडी का निवासी है। उसके खिलाफ महाराष्ट्र के कई अन्य शहरों में चैन स्नैचिंग और लूटपाट के मामले दर्ज हैं।

फरार आरोपी

पुलिस ने फरार आरोपियों के बारे में भी जानकारी प्राप्त की है। ये आरोपी दीपक सिरसाठ और यशवंत उर्फ मयूर सोनार हैं, जो जलगाव (महाराष्ट्र) के निवासी हैं और इनके खिलाफ भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।

बरामद माल और अन्य महत्वपूर्ण साक्ष्य

पुलिस ने लोकेश महाजन के कब्जे से सोने की चेन बरामद की, जिसका वजन करीब 25.910 ग्राम (150,000 रुपये कीमत) था। साथ ही, घटना में प्रयुक्त बुलेट मोटरसाइकिल (किमती 200,000 रुपये) और एक सेगसंग कंपनी का मोबाइल (10,000 रुपये कीमत) भी बरामद किया गया।

पुलिस की सराहनीय भूमिका और टीम की मेहनत

इस मामले में पुलिस की कार्यवाही को सराहा जा रहा है। विशेष रूप से निरीक्षक अमित सिंह जादौन, उप निरीक्षक जयपाल सिंह राठौर, पुलिस आरक्षी विक्रम चौहान, प्रदीप भरसाके, नितेश सपकाडे, यशवंत तिजारे और सायबर सेल की टीम की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण रही, जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और स्मार्ट रणनीति से इस अपराध का खुलासा किया।

आधुनिक तकनीक का उपयोग और अपराध नियंत्रण में सफलता

यह घटना न केवल बुरहानपुर पुलिस की कार्यकुशलता को दर्शाती है, बल्कि यह भी बताती है कि तकनीकी उपकरणों का उपयोग कर अपराधों का पता लगाना अब पहले से कहीं ज्यादा प्रभावी हो चुका है। गूगल सर्च जैसे साधनों का इस्तेमाल अपराधियों को पकड़ने में मददगार साबित हो रहा है। पुलिस की टीम ने इस केस को तेजी से सुलझाकर जनता में विश्वास जगाया है और भविष्य में इसी तरह की और भी घटनाओं को रोकने की उम्मीद की जा रही है।