उज्जैन में सौतेले पिता ने 11 साल की बच्ची के साथ किया रेप, पुलिस ने आरोपी को जेल भेजा

उज्जैन में 61 साल के सौतेले पिता ने 11 साल की मासूम के साथ बगीचे में दुष्कर्म किया। प्रवचन के बहाने बच्ची को उज्जैन लाया था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पूरी खबर पढ़ें।

उज्जैन में सौतेले पिता ने 11 साल की बच्ची के साथ किया रेप, पुलिस ने आरोपी को जेल भेजा
सौतेले पिता ने 11 साल की मासूम के साथ किया दुष्कर्म

हाइलाइट्स
  • 61 वर्षीय सौतेले पिता ने 11 साल की मासूम के साथ उज्जैन में बगीचे में किया दुष्कर्म
  • प्रवचन के बहाने बच्ची को लाया, धार्मिकता की आड़ में दी हैवानियत को अंजाम
  • पुलिस ने शातिर आरोपी को पिंगलेश्वर आश्रम से गिरफ्तार कर जेल भेजा

मध्य प्रदेश के उज्जैन में एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया। एक 61 साल के सौतेले पिता ने अपनी 11 साल की मासूम सौतेली बेटी के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। यह शख्स बच्ची को प्रवचन सुनाने के बहाने उज्जैन लाया था, लेकिन उसकी नीयत कुछ और ही थी। पुलिस ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और उसे जेल भेज दिया है।  

क्या है पूरा मामला?

कोतवाली थाना के सीएसपी राहुल देशमुख ने इस मामले की जानकारी देते हुए बताया कि 21 मार्च को खाराकुआं थाने में एक मां और उसकी नाबालिग बेटी ने शिकायत दर्ज कराई थी। मां ने बताया कि उसका सौतेला पति, 61 साल का नाथूराम (बदला हुआ नाम), उसकी 11 साल की बेटी के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया है। यह सुनकर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। हालांकि, नाथूराम काफी शातिर था और वह लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा था। आखिरकार, पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि वह पिंगलेश्वर के एक आश्रम में आने वाला है। इसके बाद पुलिस ने घेराबंदी कर उसे धर दबोचा और न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया।  

प्रवचन के बहाने लाया था बच्ची को

मामला इंदौर का है, जहां सावित्री (बदला हुआ नाम) नाम की महिला ने कुछ साल पहले नाथूराम से शादी की थी। सावित्री के तीन बच्चे थे, और नाथूराम ने उसे भरोसा दिलाया था कि वह बच्चों की अच्छी परवरिश करेगा। लेकिन उसकी नीयत कुछ और थी। नाथूराम बच्चों को अपनी संतान नहीं मानता था। 10 फरवरी को वह 11 साल की मासूम को प्रवचन सुनाने के बहाने उज्जैन लेकर आया। यहां छत्री चौक के पास एक बगीचे में उसने बच्ची के साथ दुष्कर्म किया। इस घटना से बच्ची इतनी डर गई थी कि उसने पहले किसी को कुछ नहीं बताया। लेकिन बाद में उसने अपनी मां को सारी बात बताई, जिसके बाद सावित्री ने थाने में शिकायत दर्ज कराई।  

पुलिस ने कैसे पकड़ा आरोपी को?

इस मामले को पुलिस ने बेहद गंभीरता से लिया। नाथूराम की तलाश में पुलिस ने इंदौर, राउ, मऊ और कई अन्य जगहों पर छापेमारी की, लेकिन वह हर बार बच निकलता था। दो दिन पहले पुलिस को एक अहम सुराग मिला कि नाथूराम पिंगलेश्वर के एक आश्रम में आने वाला है। पुलिस ने तुरंत योजना बनाई और उसे गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।  

नाथूराम बनता था भगत

जानकारी के मुताबिक, नाथूराम खुद को आश्रम से जुड़ा हुआ और धार्मिक प्रवृत्ति का बताता था। सावित्री को उसकी बातों पर भरोसा था, इसलिए जब वह बच्ची को प्रवचन के बहाने उज्जैन ले गया, तो उसे कोई शक नहीं हुआ। लेकिन उसने धार्मिकता की आड़ में इस घिनौने कृत्य को अंजाम दिया। इस घटना ने न केवल सावित्री का भरोसा तोड़ा, बल्कि एक मासूम के बचपन को भी छीन लिया।  

पुलिस की सख्त कार्रवाई

सीएसपी राहुल देशमुख ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में तुरंत एक्शन लिया। बच्ची की शिकायत के आधार पर नाथूराम के खिलाफ दुष्कर्म का केस दर्ज किया गया और उसकी तलाश शुरू की गई। पुलिस की सक्रियता और मुखबिर की सूचना की वजह से इस हैवान को पकड़ने में कामयाबी मिली।  

सामाजिक जागरूकता की जरूरत

यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी है। बच्चों की सुरक्षा और उनके साथ होने वाले व्यवहार पर नजर रखना बेहद जरूरी है। माता-पिता को चाहिए कि वे अपने बच्चों के साथ खुलकर बात करें और किसी भी अनजान या संदिग्ध व्यवहार पर तुरंत कार्रवाई करें।  

उज्जैन पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई कर एक मिसाल पेश की है। अब यह जरूरी है कि दोषी को सख्त से सख्त सजा मिले, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।