बैतूल में महिला ने भीमसेना नेता की चप्पल से पिटाई, छेड़छाड़ का आरोप – वीडियो वायरल

मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में एक महिला ने भीमसेना नेता पंकज अतुलकर पर छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए सरेआम चप्पल से पिटाई कर दी। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। पुलिस ने दोनों पक्षों पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

बैतूल में महिला ने भीमसेना नेता की चप्पल से पिटाई, छेड़छाड़ का आरोप – वीडियो वायरल
भीमसेना नेता की चप्पल से पिटाई

मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें कॉलेज चौक पर एक महिला भीमसेना नेता पंकज अतुलकर की सरेआम चप्पल से पिटाई करती नजर आ रही हैं। महिला ने उन पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया और उन्हें एसपी ऑफिस तक ले गई। यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में है।

घटना कहां और कैसे हुई?

यह मामला गंज थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, पंकज अतुलकर सड़क किनारे फोन पर बात कर रहे थे, तभी एक महिला अपने पति और बेटे के साथ वहां पहुंची। पहले तो दोनों पक्षों के बीच कहासुनी हुई, लेकिन फिर महिला ने गुस्से में आकर पंकज की चप्पल से पिटाई कर दी। इसके बाद महिला उन्हें एसपी ऑफिस तक ले गई, जहां इस मामले की शिकायत दर्ज कराई गई।

पुलिस में क्या शिकायत दर्ज हुई?

घटना के बाद, दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ मुकदमा/शिकायत दर्ज करवाया।

  • महिला का आरोप है कि पंकज अतुलकर ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर उन्हें बातचीत के लिए बुलाया था, और मुलाकात के दौरान उन्होंने बदसलूकी की और छेड़छाड़ की।
  • वहीं, पंकज अतुलकर ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि यह मामला छेड़छाड़ से जुड़ा नहीं, बल्कि जमीन विवाद से संबंधित है।

गंज थाना के सब-इंस्पेक्टर इरफान कुरैशी ने जानकारी दी कि पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत के आधार पर विभिन्न धाराओं में मामले दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

पंकज अतुलकर का बचाव – ‘मुझे फंसाया जा रहा है’

पंकज अतुलकर ने अपने ऊपर लगे आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि वह एससी/एसटी वर्ग की जमीनों पर अवैध कब्जे के खिलाफ अभियान चला रहे हैं। उनका दावा है कि यह झूठा मामला है और उन्हें बदनाम करने की साजिश रची गई है।

कानूनी कार्रवाई क्या हुई?

  • महिला की शिकायत के बाद, पुलिस ने पंकज अतुलकर के खिलाफ छेड़छाड़ का केस दर्ज किया है।
  • वहीं, पंकज की शिकायत पर महिला, उनके पति और बेटे के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट और मारपीट के तहत केस दर्ज किया गया है।
  • पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दोनों पक्षों की शिकायतों की गहनता से जांच की जा रही है।

सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं

यह मामला सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। कुछ लोग महिला के साहस की तारीफ कर रहे हैं, तो कुछ लोग निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं। कई यूजर्स ने यह भी कहा कि किसी पर बिना जांच के आरोप लगाकर उसे सार्वजनिक रूप से पीटना कानून के खिलाफ है और इसकी भी जांच होनी चाहिए।

महिलाओं की सुरक्षा पर फिर खड़े हुए सवाल

यह घटना एक बार फिर महिलाओं की सुरक्षा और न्याय प्रणाली की प्रभावशीलता पर सवाल उठाती है। अगर महिला का आरोप सही है तो यह गंभीर अपराध है, लेकिन अगर यह झूठा मामला निकला तो यह भी कानून का दुरुपयोग हो सकता है।

अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि जांच के बाद इस मामले में क्या निष्कर्ष निकलते हैं और पुलिस इस पर क्या कार्रवाई करती है।