बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व: पार्क नियमों की अवहेलना, कोर जोन में शराब पार्टी का वीडियो वायरल
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के कोर जोन में शराब पार्टी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसे लेकर पार्क प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की है। जानें इस घटना के बारे में विस्तार से।

मध्य प्रदेश का प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व इन दिनों सुर्खियों में बना हुआ है। यह रिजर्व न केवल अपनी जैव विविधता और बाघों के लिए जाना जाता है, बल्कि यहां वन्यजीवों की सुरक्षा, पर्यावरण संरक्षण और पर्यटकों के व्यवहार के लिए भी लगातार चर्चा का विषय रहा है। हाल ही में एक ऐसा वीडियो सामने आया है, जो इस राष्ट्रीय उद्यान के कोर जोन में हुई एक शराब पार्टी को लेकर वायरल हो गया। इस घटना ने पार्क प्रशासन को चिंता में डाल दिया और इसके बाद कड़ी कार्रवाई की गई।
मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में शराब पार्टी: पर्यटकों ने की नियमों की उल्लंघना, पार्क प्रबंधन ने कड़ी कार्रवाई की। जंगलों और वन्यजीवों की सुरक्षा हर किसी की जिम्मेदारी है। #BhandavgarhTigerReserve #WildlifeConservation #RespectNature #EnvironmentalResponsibility pic.twitter.com/7cUunagIFa
— Fact Finding (@factfindingmp) January 21, 2025
वीडियो में क्या था खास?
सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले इस वीडियो में कुछ पर्यटक बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के कोर जोन में घूमते हुए शराब पीते हुए दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में स्पष्ट रूप से दिखता है कि पर्यटक इस रिजर्व के विशेष क्षेत्र में, जहां केवल वन्यजीवों और जंगली जानवरों का संरक्षण किया जाता है, खुलेआम शराब पीने का आनंद ले रहे थे। यह घटना 14 जनवरी की बताई जा रही है और वीडियो में यह साफ नजर आता है कि पार्क के नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। पार्क के अधिकारियों ने इस मामले में तुरंत संज्ञान लिया और जांच शुरू कर दी।
पार्क के कोर जोन में शराब पीना क्यों है प्रतिबंधित?
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के कोर जोन में शराब पीने जैसी गतिविधियाँ पूरी तरह से प्रतिबंधित हैं। इसका मुख्य कारण यह है कि इस क्षेत्र में जंगली जानवरों का संरक्षण किया जाता है, और यहां कोई भी गतिविधि या अवांछनीय कृत्य जंगल के पारिस्थितिकी तंत्र पर विपरीत असर डाल सकता है। शराब पीने से न केवल इन पर्यटकों का खुद का स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है, बल्कि यह किसी प्रकार के नशे की स्थिति में इन पर्यटकों को जंगली जानवरों के साथ अप्रत्याशित परिस्थितियों का सामना करवा सकता है, जो जंगल और मानव दोनों के लिए खतरनाक हो सकता है।
पार्क प्रबंधन का एक्शन
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद पार्क प्रबंधन ने तत्काल कार्रवाई की। उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के उप संचालक, प्रकाश कुमार वर्मा ने पुष्टि की कि इस घटना के बाद जिप्सी वाहन क्रमांक एमपी 18 बीबी 2592 के चालक विनोद यादव और गाइड उमादत्त को अगले आदेश तक रिजर्व में प्रवेश करने से रोक दिया गया है। इन दोनों को कड़ी चेतावनी दी गई है और उनसे 24 घंटे के भीतर लिखित जवाब मांगा गया है।
प्रबंधन ने यह भी कहा कि इस प्रकार की घटनाओं में गाइड की जिम्मेदारी बनती है कि वे पार्क के भीतर किसी भी नशे या अवांछनीय गतिविधि का तात्कालिक सूचना गेट पर दे, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में वन्यजीवों की सुरक्षा
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व मध्य प्रदेश का सबसे प्रमुख और प्रसिद्ध नेशनल पार्क है, जो अपनी जैव विविधता और बाघों के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है। यहां पर्यटकों के लिए बाघों और अन्य वन्य जीवों को देखना एक रोमांचक अनुभव होता है, लेकिन इसके साथ ही यह सुनिश्चित किया जाता है कि पार्क के नियमों का पालन किया जाए, ताकि वन्य जीवों का प्राकृतिक आवास संरक्षित रह सके। इसके अलावा, यहां के अन्य जंगली जानवरों और पौधों की सुरक्षा भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
इस रिजर्व में हर साल लाखों पर्यटक आते हैं, लेकिन यह भी जरूरी है कि वे पार्क के नियमों का पालन करें। पार्क प्रशासन द्वारा समय-समय पर पर्यटकों को यह चेतावनी दी जाती है कि वे पार्क में अनुशासन बनाए रखें और किसी भी प्रकार का नशा या हिंसा न करें।
पार्क में नियमों का उल्लंघन, जानवरों पर असर
यह पहला मामला नहीं है जब बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में नियमों का उल्लंघन हुआ है। पहले भी कई बार यह देखा गया है कि कुछ पर्यटक पार्क के अंदर गलत तरीके से पेश आते हैं, जिससे ना केवल उनका ही बल्कि पूरे पार्क का माहौल प्रभावित होता है। किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि से पार्क के पारिस्थितिकी तंत्र पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, जो बाघों और अन्य वन्यजीवों के लिए खतरनाक हो सकता है।
जंगलों में शराब पीने से जानवरों के साथ अप्रत्याशित स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं, जैसे कि जानवरों का अधिक आक्रामक हो जाना या फिर पर्यटकों के लिए खतरे की स्थिति उत्पन्न होना। इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए पार्क प्रशासन द्वारा लगातार निगरानी रखी जाती है, ताकि ऐसी गतिविधियों को रोका जा सके।
पार्क प्रशासन का जिम्मेदारीपूर्ण रवैया
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के अधिकारियों ने इस घटना पर त्वरित प्रतिक्रिया दी है, जो यह दर्शाता है कि वे पार्क की सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण के प्रति कितने संवेदनशील हैं। पार्क के नियमों का उल्लंघन करने वाले पर्यटकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाती है, ताकि ऐसे अनुशासनहीन कृत्य भविष्य में न हों।
पार्क प्रबंधन ने यह भी स्पष्ट किया है कि पर्यटकों की सुरक्षा और प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि पार्क में आने वाले सभी पर्यटकों को पहले ही एक कड़ी चेतावनी दी जाती है कि वे किसी भी प्रकार की अवांछनीय गतिविधियों में लिप्त न हों और पार्क के नियमों का पालन करें।
पर्यावरण सुरक्षा और जिम्मेदारी की आवश्यकता
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व का यह मामला एक सख्त संदेश देता है कि पर्यटकों को पार्क के नियमों का सम्मान करना चाहिए और किसी भी अवैध गतिविधि में शामिल नहीं होना चाहिए। जंगलों और वन्य जीवों की सुरक्षा हर किसी की जिम्मेदारी है, और यदि कोई नियमों का उल्लंघन करता है, तो उसे इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। इस घटना के बाद यह उम्मीद की जाती है कि पार्क प्रबंधन और पर्यटक दोनों ही अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए इस प्रकार की घटनाओं को भविष्य में होने से रोकने के लिए मिलकर काम करेंगे।