रोहित शर्मा का सिडनी टेस्ट में खेलना मुश्किल: बुमराह को कप्तानी सौंपने की संभावना
भारत के कप्तान रोहित शर्मा के सिडनी टेस्ट में खेलने की संभावना कम है, और उनके स्थान पर बुमराह को कप्तान बनाए जाने की संभावना है। जानिए रोहित के टेस्ट करियर और भारतीय टीम की आगामी प्लेइंग-11 के बारे में विस्तार से।

भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा इस समय क्रिकेट जगत में चर्चा का विषय बने हुए हैं, खासकर सिडनी टेस्ट को लेकर। बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के निर्णायक मुकाबले में उनके खेलने को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, रोहित शर्मा को इस अहम मुकाबले में आराम दिया जा सकता है, और उनकी जगह कप्तानी की जिम्मेदारी जसप्रीत बुमराह को दी जा सकती है।
इस सीरीज में रोहित का बल्ला अपेक्षाकृत शांत ही रहा है, और उनकी कप्तानी भी उतनी प्रभावशाली नहीं रही, जितनी उम्मीद की जा रही थी। अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या रोहित शर्मा सिडनी टेस्ट में खेलेंगे, और क्या यह उनके टेस्ट क्रिकेट करियर का अंतिम मैच हो सकता है?
रोहित शर्मा का खराब प्रदर्शन और कप्तानी पर सवाल
रोहित शर्मा का बल्ला इस सीरीज में अपेक्षाकृत शांत रहा है। उन्होंने अब तक पांच पारियों में सिर्फ 31 रन बनाए हैं, जो कि उनके लिए एक निराशाजनक आंकड़ा है। टेस्ट क्रिकेट में भारतीय कप्तान के तौर पर उनका प्रदर्शन काफी नीचे गिरा है, और पिछले कुछ मैचों में उनकी कप्तानी भी प्रभावित हुई है। क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि इस सीरीज में उनके प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें सिडनी टेस्ट से आराम दिया जा सकता है।
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में रोहित शर्मा की कप्तानी से पहले भारत ने ऑस्ट्रेलिया को अपने घर में हराने की उम्मीद जताई थी, लेकिन अब तक की स्थिति में भारतीय टीम के लिए यह जीत हासिल करना चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है। इन सब कारणों से यह माना जा रहा है कि रोहित शर्मा सिडनी टेस्ट में प्लेइंग-11 का हिस्सा नहीं होंगे।
रोहित शर्मा ने कोच गौतम गंभीर और चयन समिति से चर्चा की
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, रोहित शर्मा ने खुद ही मुख्य कोच गौतम गंभीर और चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर से बातचीत की और उन्हें बताया कि वह सिडनी टेस्ट में खेलने के लिए तैयार नहीं हैं। इस फैसले को गंभीर और अगरकर दोनों ने स्वीकार कर लिया है, और अब टीम में उनकी अनुपस्थिति की संभावना अधिक दिखाई दे रही है।
इस फैसले के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के लिए एक नई चुनौती उत्पन्न हो गई है, क्योंकि अब कप्तानी का मुद्दा भी सामने आ गया है। अगर रोहित शर्मा नहीं खेलते हैं, तो जसप्रीत बुमराह को कप्तानी सौंपे जाने की संभावना है। बुमराह पहले भी इस सीरीज के पहले टेस्ट में टीम की कप्तानी संभाल चुके हैं, और उन्होंने अपनी कप्तानी में भारत को 254 रन से जीत दिलाई थी।
शुभमन गिल की वापसी और प्लेइंग-11 में बदलाव
रोहित शर्मा के नहीं खेलने के बाद, यह संभावना है कि शुभमन गिल को प्लेइंग-11 में वापस लिया जाएगा। गिल को मेलबर्न टेस्ट में आराम दिया गया था, और अब वह तीसरे नंबर पर वापसी कर सकते हैं। इसके बाद, केएल राहुल और यशस्वी जायसवाल पारी की शुरुआत कर सकते हैं। इस स्थिति में भारतीय टीम की बल्लेबाजी में एक नया संयोजन देखने को मिल सकता है, जो टीम के लिए फायदे का सौदा हो सकता है।
गिल की वापसी से टीम को मजबूती मिल सकती है, क्योंकि उन्होंने हाल ही में शानदार प्रदर्शन किया है और वह टेस्ट क्रिकेट में अपना अच्छा रिकॉर्ड रखते हैं। उनके आने से बल्लेबाजी में depth आएगी, और टीम का संतुलन बेहतर हो सकता है।
क्या मेलबर्न टेस्ट रोहित के करियर का आखिरी मैच था?
रोहित शर्मा के लगातार खराब प्रदर्शन के बाद अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या मेलबर्न टेस्ट उनके करियर का आखिरी मुकाबला था। यदि ऐसा होता है, तो यह भारतीय क्रिकेट के लिए एक बड़ा बदलाव होगा। रोहित का टेस्ट करियर लंबे समय से चल रहा था, और अगर वह अब टेस्ट क्रिकेट से बाहर हो जाते हैं, तो यह भारतीय क्रिकेट के एक नए युग की शुरुआत हो सकती है।
रोहित शर्मा के पिछले 15 टेस्ट मैचों की बात करें तो उन्होंने सिर्फ एक अर्धशतक ही लगाया है। पिछले 15 पारियों में उन्होंने कुल 164 रन ही बनाए हैं। इनमें से ज्यादातर पारियां छोटी रही हैं, और यही कारण है कि उनके भविष्य को लेकर अब अटकलें तेज हो गई हैं।
इस साल के 14 टेस्ट मैचों में उन्होंने 24.76 की औसत से केवल 619 रन बनाए हैं, जिसमें दो शतक और दो अर्धशतक शामिल हैं। इस खराब प्रदर्शन को देखते हुए भारतीय चयनकर्ताओं और क्रिकेट विशेषज्ञों ने अब यह अनुमान लगाना शुरू कर दिया है कि क्या रोहित शर्मा का समय अब समाप्त हो चुका है?
भारत की संभावित प्लेइंग-11
रोहित शर्मा के इस टेस्ट मैच में अनुपस्थित रहने की स्थिति में भारत की संभावित प्लेइंग-11 इस प्रकार हो सकती है:
1. केएल राहुल
2. यशस्वी जायसवाल
3. शुभमन गिल
4. विराट कोहली
5. ऋषभ पंत (विकेटकीपर)
6. रवींद्र जडेजा
7. नीतीश कुमार रेड्डी
8. वॉशिंगटन सुंदर
9. हर्षित राणा
10. जसप्रीत बुमराह (कप्तान)
11. मोहम्मद सिराज
इस संयोजन में भारतीय टीम को संतुलन मिलता है, और बुमराह के नेतृत्व में टीम एक मजबूत मुकाबला देने के लिए तैयार हो सकती है।
भारत का विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए क्वालिफाई करना
भारत के लिए विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाना अब चुनौतीपूर्ण हो सकता है। भारत को जून में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलनी है, लेकिन यह देखना होगा कि सिडनी टेस्ट के परिणाम के बाद भारतीय टीम के लिए क्वालिफिकेशन का रास्ता कैसे बनता है। अगर भारत सिडनी टेस्ट जीत भी जाता है, तो फिर भी ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज के परिणामों पर निर्भर करेगा कि भारत फाइनल में पहुंच पाएगा या नहीं।
जसप्रीत बुमराह को टीम की कप्तानी सौंपी जा सकती है कप्तानी
रोहित शर्मा के सिडनी टेस्ट में खेलने के बारे में अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन उनका प्रदर्शन और कप्तानी को देखते हुए यह संभावना प्रबल होती जा रही है कि उन्हें आराम दिया जा सकता है। अगर ऐसा होता है, तो जसप्रीत बुमराह को टीम की कप्तानी सौंपी जा सकती है, जो पहले भी इस जिम्मेदारी को निभा चुके हैं। इसके साथ ही शुभमन गिल की वापसी भारतीय टीम को मजबूती प्रदान कर सकती है।
भारत के लिए यह टेस्ट सीरीज और उसके बाद के मुकाबले काफी महत्वपूर्ण होंगे, क्योंकि उनका लक्ष्य विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में क्वालिफाई करना है। अब देखना होगा कि सिडनी टेस्ट में क्या होता है, और भारत अपने लक्ष्य को कैसे प्राप्त करता है।