राजस्थान से आए लाश के लुटेरे, तंत्र क्रिया के लिए कब्र से चुराई लाश
राजस्थान से आए तीन लाश चोरों ने उज्जैन के खाचरोद क्षेत्र में कब्रिस्तान से तंत्र क्रिया के लिए 2 साल पुरानी लाश चुराई। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार किया। पढ़ें पूरी जानकारी।

मध्यप्रदेश के उज्जैन के खाचरोद थाना क्षेत्र में एक चौंकाने वाली घटना ने सभी को हैरान कर दिया है। ग्राम डोडिया स्थित कब्रिस्तान से करीब दो साल पुरानी एक लाश चोरी हो गई, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई। यह मामला विशेष रूप से ध्यान आकर्षित करता है क्योंकि यह पहली बार था जब किसी ने तंत्र क्रिया के लिए कब्र से लाश चुराने की कोशिश की थी। पुलिस ने कड़ी मेहनत के बाद इस मामले को सुलझाया और तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जो राजस्थान से यहां लाश चोरी करने के लिए आए थे।
पुलिस को मिली सूचना
कुछ दिन पहले खाचरोद क्षेत्र के ग्राम डोडिया स्थित कब्रिस्तान से 2 वर्ष पुरानी लाश की गायब होने की जानकारी मिली। इस मामले ने इलाके में हड़कंप मचा दिया था। कब्रिस्तान से लाश चोरी की यह घटना पहले कभी नहीं हुई थी, जिससे यह मामला और भी गंभीर बन गया था। पुलिस ने मामले को लेकर तत्काल कार्रवाई शुरू की और लगभग 10 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज की जांच की। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों को ट्रैक किया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
कब्रिस्तान से लाश चुराने का रहस्य
पुलिस की शुरुआती जांच में यह बात सामने आई कि लाश चुराने का उद्देश्य तंत्र क्रिया करना था। आरोपियों ने पहले कब्रिस्तान में जाकर यहां की रेकी की और पता किया कि कौन सी लाश उनके काम की हो सकती है। जानकारी के अनुसार, आरोपियों को विशेष रूप से एक पुरुष की लाश की आवश्यकता थी, जिसे वे तंत्र विद्या में इस्तेमाल करना चाहते थे। इस लाश को चुराने के लिए आरोपियों ने पहले कब्रिस्तान में लगभग तीन कब्रों को खोदा, लेकिन सफलता नहीं मिली। अंत में, उन्हें एक कब्र मिली, जिसमें फर्शी ढकी हुई थी, और उन्होंने उसे बाहर निकाल लिया।
आरोपी कौन थे?
पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि इस मामले में कुल तीन आरोपी शामिल थे। इनमें से एक आरोपी ग्राम डोडिया का निवासी था, जबकि अन्य दो राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के निवासी थे। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में कचरु उर्फ कचरुलाल चन्द्रवंशी (35 वर्ष), मोहन डोडियार (35 वर्ष) और मुकेश डामर (27 वर्ष) शामिल थे। इन तीनों आरोपियों पर तंत्र क्रिया के लिए लाश चोरी करने का आरोप है।
राजस्थान से आए लाश चोर
पुलिस द्वारा की गई पूछताछ के अनुसार, राजस्थान के बांसवाड़ा जिले से दो आरोपियों ने डोडिया ग्राम के युवक को पैसे का लालच देकर अपने साथ लिया था। यह तीनों आरोपी पहले ही कब्रिस्तान का जायजा ले चुके थे और उन्होंने इस बात का पता लगाया था कि किस कब्र में एक 2 साल पुरानी लाश पड़ी हुई है। तंत्र क्रिया के लिए उनकी योजना पूरी हो गई थी, और उसी लाश को चुराने के लिए उन्होंने एक रात कब्रिस्तान में चोरी की।
तंत्र क्रिया और काले जादू
इस घटना की जांच में यह भी सामने आया कि इन आरोपियों का मुख्य उद्देश्य तंत्र क्रिया और काले जादू के माध्यम से आर्थिक लाभ प्राप्त करना था। वे तंत्र विद्या का प्रयोग करके अपने लिए समृद्धि और शक्ति प्राप्त करना चाहते थे, और इसके लिए उन्होंने इस विशेष लाश को चुराया था। इस घटना के बाद, पुलिस ने आरोपियों पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस कार्रवाई और गिरफ्तारी
पुलिस की टीम ने इस मामले को सुलझाने के लिए काफी मेहनत की। खाचरोद थाना प्रभारी धनसिंह नलवाय और चापाखेड़ा चौकी थाना प्रभारी शांतिलाल मौर्य की टीम ने 10 से अधिक सीसीटीवी फुटेज की जांच की। इसके आधार पर पुलिस ने आरोपियों तक पहुंचने में सफलता प्राप्त की। बाद में, पुलिस ने राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में छापेमारी की और आरोपियों को गिरफ्तार किया। इस मामले में पुलिस ने अपराध क्रमांक 104/2025 के तहत मामला दर्ज किया और आरोपियों के खिलाफ धारा 329 (2) और 301 BNS के तहत कार्रवाई की।
अपराध की जांच और भविष्य के कदम
अब पुलिस इस मामले की गहरी जांच कर रही है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इस तरह की घटनाएं भविष्य में न हों। साथ ही, पुलिस ने कब्रिस्तान की सुरक्षा को बढ़ाने के उपायों पर विचार करना शुरू कर दिया है, ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। इस घटना ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि तंत्र क्रिया और काले जादू के लिए लोग किस हद तक जा सकते हैं, और इस तरह की गतिविधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरूरत है।
कब्रिस्तान से चोरी की सनसनीखेज घटना
उज्जैन के खाचरोद क्षेत्र में कब्रिस्तान से लाश चोरी की यह घटना न केवल सनसनीखेज है, बल्कि यह तंत्र विद्या और काले जादू के खतरनाक पहलुओं को भी उजागर करती है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों की गिरफ्तारी ने इस मामले को सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए और भी सख्त कदम उठाए जाने की आवश्यकता है।