जल जीवन मिशन: खण्डवा में प्रमुख सचिव श्री नरहरि द्वारा कार्यों की समीक्षा
प्रमुख सचिव पी. नरहरि ने खण्डवा में जल जीवन मिशन की समीक्षा की, जिसमें नल जल योजनाओं की स्थिति, पानी की गुणवत्ता, और ग्राम पंचायतों को हस्तांतरित योजनाओं पर चर्चा की गई।
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गुरुवार को खण्डवा कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में प्रमुख सचिव पी. नरहरि की अध्यक्षता में जल जीवन मिशन के कार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में खण्डवा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में नल जल के माध्यम से पेयजल उपलब्ध कराने की योजनाओं की प्रगति पर चर्चा की गई। बैठक में ग्रामीण इलाकों में नल से जल आपूर्ति की स्थिति, पानी की गुणवत्ता, योजना का ग्राम पंचायतों को हस्तांतरण जैसे विभिन्न महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा की गई।
जल जीवन मिशन का उद्देश्य और प्राथमिकताएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जल जीवन मिशन की शुरुआत की गई थी, जिसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्येक घर तक नल से जल की आपूर्ति करना है। इसके तहत प्रत्येक व्यक्ति को रोजाना 55 लीटर शुद्ध और सुरक्षित पेयजल सुनिश्चित करना है। खण्डवा जिले में इस मिशन के तहत किए गए प्रयासों की समीक्षा करते हुए, प्रमुख सचिव पी. नरहरि ने संबंधित अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि जल जीवन मिशन की गाइडलाइनों के तहत पेयजल की आपूर्ति हो।
समन्वय स्थापित करने की आवश्यकता
प्रमुख सचिव ने कहा कि जल जीवन मिशन के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए सभी संबंधित विभागों को समन्वय स्थापित कर कार्य करना चाहिए। उन्होंने जल आपूर्ति, नल जल योजना, और योजना के संचालन में सुधार के लिए विभिन्न उपायों पर भी चर्चा की। इसके अतिरिक्त उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने की बात की कि पानी की गुणवत्ता को लेकर कोई भी समस्या न हो, जिससे ग्रामीणों को स्वच्छ और सुरक्षित जल मिल सके।
योजना का संचालन और रख-रखाव
प्रमुख सचिव श्री नरहरि ने यह भी कहा कि जल जीवन मिशन के तहत लागू की जा रही योजनाओं का संचालन और रख-रखाव ग्राम पंचायतों द्वारा किया जाएगा। उन्होंने पंचायतों को जागरूक करने का निर्देश दिया ताकि ग्राम स्तर पर जल आपूर्ति को बाधित न होने दिया जाए। इसके लिए पंचायतों को जल कर अदा करने के लिए ग्रामीणों को प्रेरित किया जाएगा, जिससे योजनाओं के संचालित रहने में मदद मिले।
मोटर पंप और नल जल योजनाओं के लिए निर्देश
बैठक में प्रमुख सचिव श्री नरहरि ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में जल आपूर्ति में कोई भी अवरोध न हो, इसके लिए जनपद स्तर पर मोटर पंप की व्यवस्था की जाए। इस व्यवस्था में 4-5 घंटे के भीतर मोटर पंप बदलकर जल आपूर्ति को पुनः शुरू किया जा सके। इसके अलावा, नल जल योजना के स्रोतों के आसपास गंदगी न हो, इसके लिए पंचायत स्तर पर सफाई व्यवस्था को सुनिश्चित किया जाए।
जल निगम की समीक्षा
बैठक में प्रमुख सचिव श्री नरहरि ने मध्य प्रदेश जल निगम के कार्यों की भी समीक्षा की। उन्होंने जल निगम के अधिकारियों को योजनाओं की समय सीमा के भीतर क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने इंदिरा सागर समूह परियोजना के निर्माणाधीन फिल्टर प्लांट का निरीक्षण भी किया। उन्होंने जल निगम को आदेश दिया कि इस परियोजना को समय सीमा के भीतर पूरा किया जाए, ताकि जल जीवन मिशन के तहत निर्धारित लक्ष्य को पूरा किया जा सके।
प्रौद्योगिकी का उपयोग और नवाचार
प्रमुख सचिव ने जल जीवन मिशन के प्रभावी संचालन के लिए प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करने की बात की। उन्होंने कहा कि जिले के प्रत्येक जल आपूर्ति योजना का संचालन एक केंद्रीकृत प्लेटफॉर्म से मॉनिटर किया जाए, जिससे किसी भी योजना में आने वाली समस्याओं की तत्काल जानकारी मिल सके और उन्हें जल्दी से हल किया जा सके। यह नवाचार जिला स्तर पर लागू किया जाएगा, जिससे जल आपूर्ति के मामलों में कोई रुकावट न आए।
जल जीवन मिशन के महत्व पर जोर
प्रमुख सचिव श्री नरहरि ने जल जीवन मिशन के महत्व पर जोर दिया और कहा कि यह मिशन केवल जल आपूर्ति से संबंधित नहीं है, बल्कि यह ग्रामीणों की जीवनशैली में सुधार लाने के लिए भी आवश्यक है। उन्होंने बताया कि इस मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में जल की गुणवत्ता सुनिश्चित की जा रही है, जिससे लोगों को स्वच्छ, शुद्ध और सुरक्षित पेयजल मिल सके।
पंचायतों और जल निगम की भूमिका
प्रमुख सचिव ने जल जीवन मिशन को सफल बनाने में ग्राम पंचायतों और जल निगम की महत्वपूर्ण भूमिका पर भी चर्चा की। पंचायतों को इस मिशन की योजनाओं के संचालन में सहयोग करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। वहीं, जल निगम को इसके कार्यों को समयबद्ध तरीके से पूरा करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
जल जीवन मिशन के आने वाले कार्य
जल जीवन मिशन के तहत खण्डवा जिले में कई नई परियोजनाएं शुरू की जा रही हैं। इन परियोजनाओं का उद्देश्य है ग्रामीण क्षेत्रों में जल आपूर्ति के दायरे को बढ़ाना और प्रत्येक घर में नल से जल की उपलब्धता सुनिश्चित करना। इस दिशा में जल निगम और पंचायतों को मिलकर कार्य करने की आवश्यकता है।
प्रमुख सचिव पी. नरहरि ने इस बात की पुष्टि की कि जल जीवन मिशन के तहत सभी कार्यों को समय सीमा के भीतर पूरा किया जाएगा और इस मिशन का लाभ जिले के प्रत्येक ग्रामीण तक पहुंचाया जाएगा।
योजना के सफल क्रियान्वयन की दिशा में अंतिम कदम
बैठक के समापन पर प्रमुख सचिव ने जल जीवन मिशन के तहत सभी कार्यों को प्राथमिकता से पूरा करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। इसके अलावा, उन्होंने इस मिशन को सफल बनाने के लिए सभी संबंधित विभागों और पंचायतों के बीच अच्छे समन्वय की आवश्यकता पर बल दिया।
इस समीक्षा बैठक में मध्य प्रदेश जल निगम के प्रबंध संचालक के.वी.एस चौधरी, कलेक्टर ऋषव गुप्ता, कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डॉ. नागार्जुन बी. गौडा, प्रमुख अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के.के. सोनगरिया, मुख्य अभियंता विजय सिंह सोलंकी, अधीक्षण यंत्री एन एस भिड़े, समस्त जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग खण्डवा अनुपम गहोई, कार्यपालन यंत्री बुरहानपुर पी एस बुंदेला, और जल निगम के स्थानीय कर्मचारी भी उपस्थित थे।
जल जीवन मिशन के तहत किए जा रहे इन प्रयासों से खण्डवा जिले के ग्रामीण इलाकों में पानी की समस्या को दूर किया जाएगा, और यह योजना पूरी तरह से क्षेत्रवासियों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने में मदद करेगी।