हमीदिया अस्पताल में महिला की मौत, परिजनों ने डॉक्टरों पर लगाया लापरवाही का आरोप
भोपाल के हमीदिया अस्पताल में एक महिला की मौत के बाद उसके परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया। आरोप है कि डॉक्टरों ने महिला को मरा समझकर मर्चुरी में रखा, जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने जांच शुरू की।

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के सबसे बड़े और प्रमुख सरकारी अस्पताल, हमीदिया अस्पताल, एक बार फिर विवादों के घेरे में है। इस बार मामला सड़क हादसे में एक महिला की मौत से जुड़ा है, जिसमें आरोप यह लगाया जा रहा है कि अस्पताल में लापरवाही के चलते महिला की जान गई। महिला के परिजनों का कहना है कि अस्पताल के डॉक्टरों ने उनकी पत्नी को मरा समझकर मर्चुरी में रख दिया था, जबकि वह जीवित थी। इससे महिला की हालत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई।
सड़क हादसे के बाद महिला की हालत गंभीर हुई
यह घटना शनिवार को हुई, जब रामकुंवर अहिरवार नामक महिला अपने छोटे बच्चे के साथ बैरसिया से करोंद स्थित अपने घर लौट रही थी। रास्ते में ईटखेड़ी थाना क्षेत्र के नेपानिया जाट के पास उनका वाहन एक हादसे का शिकार हो गया। हादसे के दौरान महिला बेसुध हो गई और उसे गंभीर हालत में एम्बुलेंस से हमीदिया अस्पताल लाया गया।
अस्पताल पहुंचने पर महिला का पता नहीं चला
लेकिन जब महिला के पति तुलाराम अहिरवार अस्पताल पहुंचे, तो उन्हें अपनी पत्नी के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली। अस्पताल में महिला का कोई सुराग नहीं मिलने के बाद तुलाराम ने मर्चुरी में जाकर देखा तो उनकी पत्नी को मृत समझकर फ्रिज में रखा गया था। हैरानी की बात यह थी कि जब उन्होंने फ्रीजर खोलकर देखा, तो उनकी पत्नी की सांसें चल रही थीं। इस पर पति तुलाराम ने आरोप लगाया कि डॉक्टरों ने उनकी पत्नी को मरा समझकर मर्चुरी में रख दिया था, जिसके चलते उसकी जान चली गई।
परिजनों का हंगामा और आरोपों का खुलासा
तुलाराम अहिरवार ने इस घटना को लेकर अस्पताल प्रशासन और डॉक्टरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि उनकी पत्नी को समय पर इलाज नहीं दिया गया और लापरवाही की वजह से उसे मर्चुरी में रख दिया गया, जिससे उसकी मृत्यु हो गई। इस पर परिवार के अन्य सदस्य और स्थानीय लोग भी आक्रोशित हो गए और उन्होंने अस्पताल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। परिजनों ने सड़कों पर चक्काजाम कर दिया और दोषी डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
पुलिस का हस्तक्षेप और मामले की जांच
सूचना मिलते ही कोहेफिजा थाने का पुलिस बल मौके पर पहुंच गया और हालात को शांत किया। पुलिस ने परिजनों से बातचीत की और उनकी शिकायत के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी है। थाना प्रभारी बृजेश मार्सकोले ने बताया कि मामले की पूरी जांच की जा रही है और इस संबंध में उचित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि एक्सीडेंट के बाद महिला को अस्पताल में लाया गया था और अस्पताल प्रशासन की लापरवाही की शिकायत मिली है, जिसकी जांच पुलिस द्वारा की जा रही है।
अस्पताल प्रशासन की प्रतिक्रिया और आगे की कार्रवाई
इस घटना के बाद हमीदिया अस्पताल प्रशासन ने भी मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी है और अस्पताल में हुई घटना की जांच शुरू कर दी है। अस्पताल प्रशासन ने यह भी कहा कि मामले की जांच के बाद ही किसी निष्कर्ष पर पहुंचा जा सकेगा।
चिकित्सा क्षेत्र में लापरवाही पर सवाल उठते हैं
अस्पतालों में लापरवाही और चिकित्सा कर्मचारियों द्वारा अनदेखी से कई बार ऐसी घटनाएं सामने आती हैं, जो न केवल पीड़ितों के परिवारों को मानसिक और भावनात्मक रूप से आहत करती हैं, बल्कि समाज में अस्पतालों और स्वास्थ्य सेवाओं पर विश्वास को भी कम करती हैं। यह घटना अस्पताल के चिकित्सा सिस्टम और उसके कर्मचारियों की जिम्मेदारी और पेशेवरिता पर सवाल उठाती है, जो जनता की जान और सुरक्षा से जुड़ा हुआ है।
मामले की जांच और भविष्य के लिए स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की आवश्यकता
फिलहाल, इस मामले की जांच जारी है और पुलिस की ओर से जल्द ही किसी निष्कर्ष पर पहुंचने की उम्मीद है। साथ ही, यह भी देखा जाएगा कि अस्पताल प्रशासन और डॉक्टरों के खिलाफ क्या कानूनी कदम उठाए जाते हैं। इस तरह की घटनाओं से स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की आवश्यकता को भी बल मिलता है, ताकि भविष्य में ऐसी किसी लापरवाही से जान की हानि न हो।