ग्वालियर में हुए विस्फोट का चौंकाने वाला खुलासा: रील बनाने के दौरान गैस रिसाव से हुआ ब्लास्ट

ग्वालियर में 'द लैगिसी प्लाजा' के फ्लैट में हुए भीषण विस्फोट के बाद पुलिस ने बताया कि गैस रिसाव से यह हादसा हुआ। रंजना और अनिल जाट की लापरवाही ने इस दुर्घटना को जन्म दिया।

ग्वालियर में हुए विस्फोट का चौंकाने वाला खुलासा: रील बनाने के दौरान गैस रिसाव से हुआ ब्लास्ट
ग्वालियर में हुए विस्फोट का चौंकाने वाला खुलासा

मध्य प्रदेश: ग्वालियर शहर के गोला का मंदिर क्षेत्र में मंगलवार- बुधवार की दरमियानी रात हुए भीषण विस्फोट ने सबको चौंका दिया। घटना का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि इस विस्फोट का कारण फ्लैट में एलपीजी सिलेंडर से गैस रिसाव था, जिसे एक महिला और पुरुष द्वारा रील बनाने के दौरान जानबूझकर उत्पन्न किया गया था।

ब्लास्ट का कारण और पुलिस की जांच

घटना ग्वालियर के गोला का मंदिर रोड स्थित 'द लैगिसी प्लाजा' के एक फ्लैट में हुई। शुरुआती जांच में सामने आया कि महिला रंजना जाट और पुरुष अनिल जाट रील बनाने के लिए गैस का रिसाव करके कमरे में धुंआ पैदा कर रहे थे। पुलिस को दोनों के मोबाइल फोन से कई फोटो और वीडियो क्लिप मिली हैं, जिनमें वे गैस लीक करते हुए दिखाई दे रहे हैं। एक वीडियो क्लिप में अनिल ने रंजना के फोटो और वीडियो बनाने का काम किया, जबकि रंजना ने सिलेंडर से गैस लीक की थी।

जांच में यह भी खुलासा हुआ कि अनिल ने फ्लैट में स्थित इलेक्ट्रिक बोर्ड का स्विच भी चालू कर दिया था। इस कारण बंद कमरे में गैस का रिसाव होते ही विस्फोट हो गया।

घटना के बाद की स्थिति

ब्लास्ट की तीव्रता इतनी अधिक थी कि अपार्टमेंट की सातवीं मंजिल तक के फ्लैट प्रभावित हो गए थे। विस्फोट से आसपास के फ्लैटों की दीवारों, कांच, और लिफ्ट को गंभीर नुकसान पहुंचा। इसके अलावा मंदिर की संरचना भी क्षतिग्रस्त हो गई। विस्फोट के बाद एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें आसपास के लोगों को भागते हुए देखा जा सकता है।

इस विस्फोट में रंजना जाट और अनिल जाट गंभीर रूप से झुलस गए हैं और उनका इलाज ग्वालियर के ज्यारोग्य अस्पताल की बर्न यूनिट में जारी है। दोनों की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।

पुलिस कार्रवाई और आरोप

घटना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम (BNS) के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी धर्मवीर सिंह ने घटना का खुलासा करते हुए कहा कि रंजना और अनिल दोनों आपस में रिश्तेदार हैं। इन दोनों ने एक्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट के सामने अपने बयान में यह स्वीकार किया है कि उन्होंने जानबूझकर गैस का रिसाव किया था।

ब्लास्ट की गंभीरता और प्रशासन का रुख

यह घटना ग्वालियर शहर के लिए एक बड़ा हादसा बनकर सामने आई है। विस्फोट की ताकत से आसपास के क्षेत्रों में अफरा-तफरी मच गई थी। पुलिस और प्रशासन ने घटना की गंभीरता को देखते हुए त्वरित रूप से कार्रवाई की है। घटनास्थल पर पुलिस अधिकारियों और विशेषज्ञों की टीम ने जांच शुरू कर दी है।

सुरक्षा की अहमियत और चेतावनी

ग्वालियर के इस हादसे ने शहरवासियों को यह सिखाया है कि कभी भी बिना सुरक्षा उपायों के रचनात्मक कार्य करने से गंभीर परिणाम हो सकते हैं। यह घटना एक गंभीर चेतावनी है कि हमें हमेशा सुरक्षा के हर पहलू पर ध्यान देना चाहिए, खासकर जब हम रचनात्मक कार्य करते हैं जो किसी भी प्रकार के विस्फोटक या खतरनाक पदार्थों से जुड़ी होती है। पुलिस जांच जारी है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।