धुले पुलिस दीक्षांत समारोह 2025: नवप्रवेशी पुलिसकर्मियों को निष्पक्षता की सलाह
धुले पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में 645 नवप्रवेशी पुलिसकर्मियों का 12वां दीक्षांत समारोह संपन्न। विशेष पुलिस महानिरीक्षक दत्तात्रय कराले ने निष्पक्ष और सहयोगी व्यवहार की सलाह दी। उत्कृष्ट प्रशिक्षणार्थियों को सम्मानित किया गया।

- धुले में 645 नए पुलिसकर्मियों का दीक्षांत, कराले ने निष्पक्षता की सलाह दी
- पुलिस वर्दी को जिम्मेदारी का प्रतीक बताकर समाज की सुरक्षा पर जोर
- नए कानूनों के प्रशिक्षण के बाद पुलिसकर्मी सेवा के लिए तैयार
महाराष्ट्र: आज धुले पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में 12वें दीक्षांत समारोह का आयोजन हुआ, जिसमें 645 नवप्रवेशी पुलिस प्रशिक्षणार्थियों ने हिस्सा लिया। इस मौके पर नासिक परिक्षेत्र के विशेष पुलिस महानिरीक्षक दत्तात्रय कराले ने नए पुलिसकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें समाज के हर वर्ग के लोगों के साथ निष्पक्ष और सहयोगी व्यवहार करना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि पुलिस न सिर्फ कानून-व्यवस्था बनाए रखने वाली संस्था है, बल्कि समाज की सुरक्षा का मजबूत आधार भी है।
"आज का दिन गौरवशाली और अविस्मरणीय"
कराले ने कहा, "आज का दिन आप सभी प्रशिक्षणार्थियों के लिए बेहद खास है। यह न केवल आपके प्रशिक्षण की समाप्ति है, बल्कि एक नए और प्रेरणादायक सफर की शुरुआत है।" उन्होंने नए पुलिसकर्मियों को कर्तव्यनिष्ठा, निष्पक्षता और समाज के प्रति जिम्मेदारी का महत्व समझाया। उन्होंने कहा कि पुलिस की वर्दी सिर्फ एक ड्रेस नहीं, बल्कि जिम्मेदारी, निष्ठा और बलिदान का प्रतीक है।
प्रशिक्षण और पुलिस की भूमिका
धुले पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में इन प्रशिक्षणार्थियों को इनडोर और आउटडोर प्रशिक्षण के साथ-साथ शारीरिक और मानसिक फिटनेस के लिए योग का प्रशिक्षण भी दिया गया। कराले ने सलाह दी कि पुलिसकर्मियों को स्थानीय समुदाय, व्यापारियों, शिक्षकों और सामाजिक संगठनों के साथ निरंतर संपर्क बनाए रखना चाहिए। इससे न सिर्फ इलाके की घटनाओं की जानकारी मिलती है, बल्कि तनावपूर्ण स्थिति में भी मदद मिलती है।
सोशल मीडिया और सतर्कता की जरूरत
कराले ने सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, "पिछले 10-12 सालों में सोशल मीडिया के कारण सामाजिक जागरूकता बढ़ी है। किसी भी घटना का असर तुरंत सोशल मीडिया पर दिखता है, जिससे कानून-व्यवस्था की चुनौतियां पैदा हो सकती हैं।" उन्होंने नए पुलिसकर्मियों को सतर्क रहने और अपने क्षेत्र में होने वाली महत्वपूर्ण घटनाओं का विश्लेषण करने की सलाह दी ताकि संभावित समस्याओं को रोका जा सके।
शपथ और कर्तव्यनिष्ठा
कराले ने नए पुलिसकर्मियों को उनकी शपथ की याद दिलाते हुए कहा, "आपने देश की सुरक्षा, कानून के पालन और सामाजिक न्याय के लिए अटूट निष्ठा की शपथ ली है। हर निर्णय में ईमानदारी, निःस्वार्थ भावना और समाजहित को प्राथमिकता दें।"
प्रशिक्षण केंद्र की उपलब्धियां
पुलिस प्रशिक्षण केंद्र के प्राचार्य विजय पवार ने बताया कि धुले केंद्र में अब तक 4,385 नवप्रवेशी पुलिसकर्मियों, 1,035 होमगार्ड्स और 2,035 सेवारत पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। 12वें सत्र में प्रशिक्षणार्थियों को भारतीय न्याय संहिता-2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता-2023 और भारतीय साक्ष अधिनियम-2023 का बुनियादी प्रशिक्षण दिया गया। इसके अलावा, लाठी और हथियार चलाने, गोलीबारी, कराटे, भीड़ नियंत्रण और कमांडो प्रशिक्षण भी शामिल था।
पवार ने कहा, "हमारे प्रशिक्षणार्थी अब 'सद्रक्षणाय खलनिग्रहणाय' यानी 'सज्जनों की रक्षा और दुष्टों का दमन' के सिद्धांत के साथ सेवा के लिए तैयार हैं।"
उत्कृष्ट प्रशिक्षणार्थियों का सम्मान
समारोह में विशेष पुलिस महानिरीक्षक कराले ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रशिक्षणार्थियों को सम्मानित किया। इनमें बेस्ट टर्न आउट के लिए ऋषिकेश मठकर (सिंधुदुर्ग), इनडोर में प्रथम सुर्यभान पाटील (जलगांव), आउटडोर में प्रथम दिग्विजय दाभाडे (जलगांव), गोलीबारी में प्रथम शरद कोंड (नासिक ग्रामीण), कमांडो में प्रथम दिग्विजय दाभाडे (जलगांव), बेस्ट ड्रिल के लिए जितेंद्र मोरे (मिरा भायंदर) और सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी के लिए अमर क्षीरसागर (सोलापूर ग्रामीण) शामिल थे। सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षणार्थी का पुरस्कार सुर्यभान पाटील को दिया गया।
आभार और समापन
कार्यक्रम में परेड निरीक्षण, ध्वज टोली का आगमन और शपथ ग्रहण समारोह हुआ। सूत्रसंचालन कल्याणी कच्छवा ने किया, जबकि उपप्राचार्य राहुल फुला ने आभार व्यक्त किया। समारोह में बड़ी संख्या में नागरिक, प्रशिक्षणार्थियों के परिजन और रिश्तेदार मौजूद थे।