उज्जैन: शीतला माता मंदिर में नमाज का वीडियो वायरल, हिंदू संगठनों का विरोध
उज्जैन के शीतला माता मंदिर में नमाज पढ़ने का वीडियो वायरल होने से हंगामा। हिंदू संगठनों ने किया विरोध, पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया। पूरी खबर पढ़ें।

मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है, जहां खाचरोद क्षेत्र के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी स्थित शीतला माता मंदिर में एक व्यक्ति द्वारा नमाज पढ़ने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस घटना ने स्थानीय लोगों और हिंदूवादी संगठनों में आक्रोश पैदा कर दिया है। वीडियो में दिख रहे व्यक्ति की पहचान यूसुफ के रूप में हुई है, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में जांच जारी है, और पुलिस ने कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
मंदिर में नमाज पढ़ने की घटना ने मचाया बवाल
यह घटना उस समय सामने आई जब एक स्थानीय महिला श्रद्धालु, कमला, शीतला माता मंदिर में दर्शन के लिए पहुंची। उन्होंने मंदिर परिसर में यूसुफ को नमाज पढ़ते देखा, जिसके बाद उन्होंने तुरंत इसकी शिकायत खाचरोद थाने में दर्ज कराई। कमला की शिकायत के आधार पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए यूसुफ को हिरासत में ले लिया। ग्रामीण एडिशनल एसपी मयूर खंडेलवाल ने बताया कि इस मामले की गहन जांच की जा रही है, और जल्द ही उचित कार्रवाई की जाएगी।
सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो में मंदिर परिसर में नमाज पढ़ते हुए यूसुफ को देखकर आसपास से गुजरने वाले लोग भी स्तब्ध रह गए। इस घटना ने न केवल स्थानीय लोगों को हैरान किया, बल्कि हिंदूवादी संगठनों में भी भारी नाराजगी पैदा की।
हिंदूवादी संगठनों ने जताया कड़ा विरोध
जैसे ही इस घटना की जानकारी हिंदूवादी संगठनों तक पहुंची, उन्होंने इसकी कड़ी निंदा की। संगठनों ने न केवल सोशल मीडिया पर अपना विरोध दर्ज किया, बल्कि खाचरोद और उज्जैन के थानों में भी प्रदर्शन किए। उनका कहना है कि मंदिर जैसे पवित्र स्थान पर नमाज पढ़ना सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने की कोशिश है।
महाकाल सेना के संगठन मंत्री रूपेश मेहता ने कहा, “हम इस घटना का पुरजोर विरोध करते हैं। नमाज पढ़ने के लिए कई अन्य स्थान उपलब्ध हैं, फिर मंदिर में नमाज पढ़ने की क्या जरूरत थी? यह कृत्य धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला है। पुलिस को इस मामले की गहराई से जांच कर दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।”
सामाजिक सौहार्द पर उठे सवाल
हिंदूवादी संगठनों का मानना है कि इस तरह की घटनाएं साम्प्रदायिक सौहार्द को नुकसान पहुंचाती हैं। उनका कहना है कि हर धर्म के अपने पूजा स्थल हैं, और मंदिर में नमाज पढ़ने जैसे कृत्य न केवल धार्मिक भावनाओं को आहत करते हैं, बल्कि समाज में तनाव भी पैदा करते हैं। उज्जैन और नागदा में इस घटना के खिलाफ प्रदर्शन तेज हो गए हैं, और संगठन दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए यूसुफ को गिरफ्तार कर लिया है। एडिशनल एसपी मयूर खंडेलवाल ने बताया कि जांच में सभी पहलुओं को ध्यान में रखा जा रहा है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि यूसुफ का मंदिर में नमाज पढ़ने का मकसद क्या था और क्या इसके पीछे कोई सुनियोजित साजिश थी। स्थानीय लोगों और हिंदूवादी संगठनों ने पुलिस से इस मामले में पारदर्शी जांच की मांग की है।
सोशल मीडिया पर बढ़ रहा विवाद
सोशल मीडिया पर इस वीडियो के वायरल होने के बाद से यह घटना चर्चा का केंद्र बन गई है। जहां कुछ लोग इसे सामाजिक सौहार्द के खिलाफ मान रहे हैं, वहीं कुछ लोग इस मामले को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने की बात कह रहे हैं। हालांकि, हिंदूवादी संगठनों का रुख सख्त है, और वे इस मामले में किसी भी तरह की नरमी के खिलाफ हैं।
तनाव के बीच कार्रवाई की उम्मीद
उज्जैन के शीतला माता मंदिर में नमाज पढ़ने की इस घटना ने एक बार फिर धार्मिक संवेदनशीलता और सामाजिक सौहार्द के मुद्दों को सामने ला दिया है। पुलिस की कार्रवाई और जांच के नतीजे इस मामले में आगे की दिशा तय करेंगे। फिलहाल, इस घटना ने स्थानीय स्तर पर तनाव को बढ़ा दिया है, और लोग इस मामले में कड़ी कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं।