धुले में पहलगाम हमले के खिलाफ आक्रोश मार्च, अनूप अग्रवाल की अपील

ले में पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में आक्रोश मार्च निकाला गया। BJP विधायक अनूप अग्रवाल ने धर्म के आधार पर खरीदारी की अपील की। जानें मार्च और अपील की पूरी जानकारी।

धुले में पहलगाम हमले के खिलाफ आक्रोश मार्च, अनूप अग्रवाल की अपील
धुले में पहलगाम हमले के विरोध में आक्रोश मार्च

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। इस जघन्य घटना के विरोध में महाराष्ट्र के धुले शहर में एक विशाल आक्रोश और श्रद्धांजलि मार्च निकाला गया। इस मार्च का नेतृत्व भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक अनूप अग्रवाल ने किया। हजारों नागरिकों ने इसमें हिस्सा लिया, जिसमें महिलाएं, युवा और बुजुर्ग सभी शामिल थे। मार्च के दौरान शहरवासियों ने आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता दिखाई और पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी की।

आक्रोश मार्च का आयोजन

यह मार्च धुले के ऐतिहासिक छत्रपति शिवाजी महाराज मेमोरियल से शुरू हुआ। मार्च में शामिल लोग अपने हाथों में काले झंडे और मशालें लिए हुए थे। “भारत माता की जय” और “पाकिस्तान मुर्दाबाद” जैसे नारों से पूरा शहर गूंज उठा। मार्च आगरा रोड से होते हुए महात्मा गांधी प्रतिमा तक पहुंचा, जहां लोगों ने पहलगाम हमले में शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान शहर में एकता और देशभक्ति का माहौल देखने को मिला।

मार्च में शामिल नागरिकों ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ा संदेश दिया। महिलाओं और युवाओं की भारी भागीदारी ने इस आयोजन को और प्रभावशाली बनाया। स्थानीय लोगों का कहना था कि इस तरह की घटनाएं न केवल निर्दोष लोगों की जान लेती हैं, बल्कि देश की शांति और एकता को भी चुनौती देती हैं।

BJP विधायक अनूप अग्रवाल की अपील

मार्च के दौरान BJP विधायक अनूप अग्रवाल ने शहरवासियों को संबोधित करते हुए कहा, “जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तानी आतंकवादियों ने धर्म के आधार पर निर्दोष लोगों पर गोलियां चलाईं। यह एक शर्मनाक और कायरतापूर्ण कृत्य है। मैं इसकी कड़े शब्दों में निंदा करता हूं।” उन्होंने आगे कहा, “जैसे आतंकवादी धर्म के नाम पर हमला करते हैं, वैसे ही मैं अपने सभी हिंदू भाइयों और बहनों से अपील करता हूं कि वे धर्म के आधार पर स्थानीय दुकानों से खरीदारी करें। यह एकजुटता दिखाने का समय है।”

अनूप अग्रवाल ने धुले के नागरिकों से अपील की कि वे आतंकवाद के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करें और स्थानीय व्यापारियों का समर्थन करें। उन्होंने कहा कि यह केवल आर्थिक निर्णय नहीं, बल्कि एक सामाजिक और सांस्कृतिक संदेश भी है। उनकी इस अपील ने शहर में व्यापक चर्चा को जन्म दिया है।

पहलगाम हमले का पृष्ठभूमि

22 अप्रैल 2025 को पहलगाम की बैसरण घाटी में आतंकवादी संगठन ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ (TRF), जो लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा है, ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी की। इस हमले में 28 लोग मारे गए, जिनमें दो विदेशी और दो स्थानीय नागरिक शामिल थे। आतंकियों ने कथित तौर पर धर्म पूछकर हिंदू पर्यटकों को निशाना बनाया, जिससे देशभर में आक्रोश फैल गया। इस घटना के बाद कई शहरों में विरोध प्रदर्शन हुए, और धुले भी इससे अछूता नहीं रहा।

धुले में एकजुटता का संदेश

धुले शहर ने हमेशा से सामाजिक और राष्ट्रीय मुद्दों पर अपनी एकजुटता दिखाई है। इस मार्च ने न केवल आतंकवाद के खिलाफ शहरवासियों के गुस्से को व्यक्त किया, बल्कि यह भी दिखाया कि धुले के लोग देश की एकता और अखंडता के लिए हमेशा तैयार हैं। मार्च में शामिल लोगों ने केंद्र सरकार से आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।

स्थानीय निवासी रमेश पाटिल ने कहा, “यह हमला केवल पहलगाम पर नहीं, बल्कि पूरे भारत पर हमला है। हम अपने देश के साथ खड़े हैं और आतंकवाद के खिलाफ हर कदम पर लड़ेंगे।” इसी तरह, एक अन्य नागरिक, प्रियंका जोशी ने कहा, “हमें अपने स्थानीय व्यापारियों को समर्थन देना चाहिए। यह हमारी एकता का प्रतीक होगा।”

धुले की एकजुटता का प्रतीक

धुले में निकाला गया यह आक्रोश मार्च आतंकवाद के खिलाफ शहरवासियों की एकजुटता का प्रतीक बन गया। BJP विधायक अनूप अग्रवाल की अपील ने लोगों को न केवल आतंकवाद के खिलाफ आवाज उठाने के लिए प्रेरित किया, बल्कि स्थानीय व्यापार को बढ़ावा देने के लिए भी प्रोत्साहित किया। यह घटना हमें याद दिलाती है कि देश की एकता और शांति के लिए हर नागरिक का योगदान महत्वपूर्ण है।