मुख्यमंत्री मोहन यादव की महू यात्रा: जीतू पटवारी की तीखी प्रतिक्रिया, कांग्रेस का संविधान बचाने का संकल्प
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की महू यात्रा को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने उनकी आलोचना की। कांग्रेस ने संविधान की रक्षा का संकल्प लिया और बीजेपी पर कई आरोप लगाए। जानें पूरा मामला।

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर महू का दौरा किया, जहां उन्होंने बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की जन्मस्थली और संविधान की प्रतीक स्थली का दर्शन किया। यह यात्रा कांग्रेस के नेताओं राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के प्रस्तावित कार्यक्रम से पहले हुई, और इस पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी की तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है।
पटवारी ने मुख्यमंत्री की यात्रा को लेकर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना था कि मुख्यमंत्री मोहन यादव अपनी इच्छा से महू नहीं आए, बल्कि उन्हें यह यात्रा केवल डर के कारण करनी पड़ी। पटवारी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए यह बयान दिया, जिसमें उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री जी, सच यह है कि बाबा साहब की जन्म भूमि और संविधान की प्रतीक स्थली डॉ. अंबेडकर नगर (महू) आप नहीं आए, आपका डर आपको यहां लेकर आया है। डर जनता का, डर लोकतंत्र की शक्ति का, डर संवैधानिक मूल्यों का।"
मुख्यमंत्री जी,
सच यह है कि बाबा साहब की जन्म भूमि और संविधान की प्रतीक स्थली डॉ. अंबेडकर नगर (महू) आप नहीं आए, आपका "डर" आपको यहां लेकर आया है!
• डर : जनता का!
• डर : लोकतंत्र की शक्ति का!
• डर : संवैधानिक मूल्यों/मान्यताओं का!
याद रखें, संविधान के अस्तित्व को ही नकारने… https://t.co/E34YljjRfO — Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) January 26, 2025
कांग्रेस और बीजेपी के बीच बढ़ती तकरार
जीतू पटवारी ने अपने बयान में यह भी कहा कि मुख्यमंत्री का महू दौरा इस बात का संकेत है कि बीजेपी के नेताओं को संविधान और उसके मूल्यों का डर है। उनका यह आरोप था कि बीजेपी और आरएसएस संविधान की शक्ति को नकारने की कोशिश कर रहे हैं, और यह यात्रा इस डर का परिणाम है कि संविधान की रक्षा के लिए कांग्रेस अपनी लड़ाई तेज कर रही है।
इस विवाद को बढ़ाते हुए पटवारी ने कहा कि बीजेपी नेता संविधान के अस्तित्व को ही चुनौती दे रहे हैं। उनके मुताबिक, बीजेपी के नेताओं का रवैया इस प्रकार का है कि वे संविधान को बदलने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि अपनी विचारधारा को लागू कर सकें। उन्होंने यह भी दावा किया कि बीजेपी की नीतियों से संविधान की मूल धाराओं को नुकसान हो सकता है।
‘जय बापू, जय भीम, जय संविधान’ रैली का आयोजन
कांग्रेस पार्टी ने महू में आगामी ‘जय बापू, जय भीम, जय संविधान’ रैली का ऐलान किया है, जिसमें पार्टी के शीर्ष नेता मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा शामिल होंगे। इस रैली का उद्देश्य संविधान की रक्षा और बाबासाहेब अंबेडकर के विचारों को मजबूत करना है। कांग्रेस का दावा है कि इस रैली में 2 लाख से ज्यादा लोग शामिल होंगे, जो संविधान की रक्षा के लिए संकल्प लेंगे।
कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि महू में होने वाली इस रैली में पार्टी के तमाम बड़े नेता संबोधित करेंगे और संविधान की रक्षा की जरूरत पर जोर देंगे। इस रैली के दौरान कार्यकर्ता और नेता यह संकल्प लेंगे कि वे देश में संविधान की रक्षा करेंगे और इसे कभी कमजोर नहीं होने देंगे।
जीतू पटवारी ने बीजेपी पर उठाए सवाल
भोपाल में पत्रकारों से बात करते हुए जीतू पटवारी ने केंद्र सरकार पर संविधान का बार-बार अपमान करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार संविधान की मूल धारा को कमजोर करने के लिए लोकसभा में 400 सीटें हासिल करना चाहती है। पटवारी ने यह भी दावा किया कि बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के नेता आरक्षण की व्यवस्था को चुनौती दे रहे हैं, जो संविधान का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
पार्टी प्रदेश अध्यक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में बाबासाहेब अंबेडकर का अपमान किया था, जो उनके लिए गंभीर चिंता का विषय है। पटवारी के अनुसार, कांग्रेस संविधान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को बनाए रखेगी और इसके खिलाफ उठने वाली किसी भी आवाज का विरोध करेगी।
कांग्रेस का ‘जय बापू, जय भीम, जय संविधान’ अभियान
कांग्रेस ने यह घोषणा की है कि वह देशभर में ‘जय बापू, जय भीम, जय संविधान’ अभियान चलाएगी, जिसका उद्देश्य संविधान की रक्षा और बाबासाहेब अंबेडकर के योगदान को जन-जन तक पहुंचाना है। कांग्रेस पार्टी का मानना है कि संविधान ही देश के लोकतंत्र की नींव है और इसे किसी भी हालत में कमजोर नहीं होने दिया जाएगा।
कांग्रेस का यह अभियान न केवल संविधान की रक्षा के लिए है, बल्कि यह बीजेपी की उन नीतियों के खिलाफ भी है, जो पार्टी के अनुसार संविधान और लोकतंत्र के मूल्यों को कमजोर करने की कोशिश कर रही हैं।
बीजेपी का जवाब
बीजेपी ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज किया है और कहा है कि यह विपक्षी पार्टी की राजनीति का हिस्सा है। बीजेपी का कहना है कि संविधान के खिलाफ कभी भी कोई कदम नहीं उठाया गया है और पार्टी हमेशा संविधान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाती रही है। बीजेपी नेताओं का मानना है कि संविधान का सम्मान करना हर भारतीय का कर्तव्य है, और उनकी पार्टी इस दिशा में काम करती रही है।
बीजेपी के कुछ नेताओं ने यह भी कहा कि कांग्रेस अपनी राजनीति के तहत मुद्दों को तूल देती है, जबकि भारतीय जनता पार्टी हमेशा संविधान और इसके प्रावधानों के खिलाफ काम करने वाले तत्वों के खिलाफ रही है।
संविधान की रक्षा या राजनीतिक संघर्ष: महू रैली का भविष्य
मध्य प्रदेश के महू में हो रही राजनीतिक गतिविधियों ने एक बार फिर से संविधान और उसकी रक्षा को लेकर देश की राजनीति में गर्मागर्मी बढ़ा दी है। जहां कांग्रेस पार्टी संविधान की रक्षा के लिए संकल्प ले रही है, वहीं बीजेपी और कांग्रेस के बीच इस मुद्दे पर तकरार जारी है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में महू में आयोजित रैली किस दिशा में राजनीतिक माहौल को प्रभावित करती है। क्या यह रैली संविधान की रक्षा के लिए एक मजबूत कदम साबित होगी, या फिर यह एक और राजनीतिक संघर्ष का रूप लेगी?