खरगोन आगजनी मामला: मयूर मालवीया गिरफ्तार, बदले की सनसनीखेज कहानी उजागर

मध्य प्रदेश के खरगोन में भगवानपुरा पुलिस ने आगजनी के आरोपी मयूर मालवीया को गिरफ्तार किया। राजेंद्र गुप्ता के घर और दुकान में आग लगाने की घटना का खुलासा। जानें पूरी कहानी।

खरगोन आगजनी मामला: मयूर मालवीया गिरफ्तार, बदले की सनसनीखेज कहानी उजागर
आरोपी मयूर मालवीया गिरफ्तार

मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के भगवानपुरा थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक हैरान करने वाले मामले का पर्दाफाश किया है। बीते दिनों ग्राम मोहना में किराना व्यवसायी राजेंद्र गुप्ता के घर और दुकान में बार-बार हो रही आगजनी की घटनाओं ने इलाके में दहशत फैला दी थी। रविवार को पुलिस ने कड़ी मेहनत और तकनीकी जांच के बाद इस मामले के मुख्य आरोपी मयूर मालवीया को गिरफ्तार कर लिया। 25 वर्षीय मयूर, जो मूल रूप से ग्राम पीपलझोपा का रहने वाला है और वर्तमान में खरगोन के गांधी नगर में रहता है, अब पुलिस की हिरासत में है। इस घटना ने न सिर्फ स्थानीय लोगों को चौंकाया, बल्कि बदले की भावना से प्रेरित एक सनसनीखेज कहानी को भी उजागर किया।

आगजनी की घटना का खुलासा

पुलिस के मुताबिक, इस मामले की शुरुआत 12 मार्च को हुई, जब मोहना निवासी राजेंद्र गुप्ता के मकान में आग लग गई। इस आग में उनका सारा सामान जलकर राख हो गया। हैरानी की बात यह थी कि पिछले साल भी उनके घर में ऐसी ही एक आगजनी की घटना हुई थी। बार-बार होने वाली इन घटनाओं ने पुलिस को शक के दायरे में ला दिया। जांच शुरू हुई और करीब 100 सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद पुलिस को आरोपी तक पहुंचने में सफलता मिली।

गिरफ्तार आरोपी मयूर मालवीया के कब्जे से पुलिस ने एक मोटरसाइकिल और कटर बरामद किया, जो उसने अपराध को अंजाम देने में इस्तेमाल किया था। पूछताछ में मयूर ने अपना गुनाह कबूल कर लिया और घटना के पीछे की चौंकाने वाली वजह बताई।

बदले की आग में जलाया घर

मयूर ने पुलिस को बताया कि यह सब कुछ बदले की भावना से शुरू हुआ। करीब दो-तीन साल पहले वह राजेंद्र गुप्ता के घर के सामने किराए पर रहता था। एक दिन राजेंद्र और उनकी पत्नी के बीच झगड़ा हो रहा था। मयूर और उसकी मां पुष्पा उन्हें समझाने गए थे। लेकिन इस दौरान राजेंद्र ने मयूर और उसकी मां को धक्का देकर घर से बाहर निकाल दिया। इस घटना से मयूर को गहरा सदमा लगा और उसने इसका बदला लेने की ठान ली।

बदले की इस आग में मयूर ने सुनियोजित तरीके से काम किया। पिछले साल उसने मोटरसाइकिल से मोहना पहुंचकर राजेंद्र की किराना दुकान में आग लगा दी। इसके बाद पिछले महीने उसने फिर से कटर की मदद से लोहे की रोशनदान काटी और घर में आग लगा दी। दोनों ही घटनाओं में राजेंद्र को भारी नुकसान हुआ, लेकिन आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर रहा।

पुलिस की मेहनत रंग लाई

भगवानपुरा पुलिस ने इस मामले को सुलझाने के लिए दिन-रात मेहनत की। सीसीटीवी फुटेज की बारीकी से जांच और तकनीकी सबूतों के आधार पर मयूर को खरगोन के गांधी नगर से पकड़ा गया। सख्त पूछताछ में उसने सारी कहानी विस्तार से बता दी। पुलिस ने उसके खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया और उसे कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।

इलाके में चर्चा का विषय

इस घटना ने मोहना और आसपास के इलाकों में हलचल मचा दी है। लोग हैरान हैं कि एक छोटी सी बात को लेकर मयूर ने इतना बड़ा कदम उठा लिया। राजेंद्र गुप्ता ने पुलिस की तारीफ करते हुए कहा कि अब उन्हें राहत मिली है कि अपराधी पकड़ा गया। वहीं, पुलिस का कहना है कि इस मामले से यह साफ होता है कि छोटी-छोटी बातों को दिल से लगाकर बदले की भावना पालना कितना खतरनाक हो सकता है।

समाज के लिए सबक

खरगोन के भगवानपुरा में हुई इस घटना ने एक बार फिर समाज में आपसी समझ और संयम की जरूरत को रेखांकित किया है। पुलिस की तत्परता और मेहनत ने न सिर्फ अपराधी को सलाखों के पीछे पहुंचाया, बल्कि इलाके में शांति भी बहाल की। यह मामला अब लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है।