मऊगंज: देवर की हरकतों से तंग भाभी ने की आत्महत्या, पैरों पर लिखा सुसाइड नोट
मध्य प्रदेश के मऊगंज में 27 वर्षीय मंजू साकेत ने देवर की गलत हरकतों से तंग आकर आत्महत्या कर ली। पैरों पर लिखे सुसाइड नोट में देवर पर गंभीर आरोप। पुलिस जांच में जुटी।

मध्य प्रदेश के मऊगंज से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक शादीशुदा महिला ने अपने देवर की गलत हरकतों से तंग आकर आत्महत्या कर ली। मृतका ने मरने से पहले अपने पैरों पर एक सुसाइड नोट लिखा, जिसमें उसने अपने पति को संबोधित करते हुए देवर की करतूतों का जिक्र किया। यह घटना नईगढ़ी थाना क्षेत्र के वार्ड-8 की है, जहां 27 वर्षीय मंजू साकेत का शव उनके घर में फंदे पर लटकता मिला। इस मामले ने रिश्तों की पवित्रता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
क्या है पूरा मामला?
पुलिस के अनुसार, मंजू साकेत का शव उनके घर में फंदे पर लटका हुआ पाया गया। उस समय परिवार के अन्य सदस्य खलिहान में फसल की गहाई कर रहे थे। मंजू का देवर अंकुश और उनकी भतीजी जब घर लौटे, तो उन्होंने एक खौ़फनाक दृश्य देखा। घबराकर उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचित किया। पुलिस टीम मौके पर पहुंची, पंचनामा किया और शव को पोस्टमार्टम के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया।
जांच के दौरान मंजू के पैरों पर एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें उन्होंने अपने देवर अंकुश पर गंभीर आरोप लगाए। मंजू ने नोट में लिखा, "मेरा देवर मुझे गंदी नजरों से देखता है। जब मैं इसका विरोध करती हूं, तो वह मुझे धमकी देता है।" यह नोट अपने पति के नाम था, जिसमें मंजू ने अपनी पीड़ा बयां की। मंजू ने लिखा, "जब से मेरी मां का निधन हुआ, तब से मैंने तुम्हें ही अपना मम्मी-पापा माना। तुम मुझसे बहुत प्यार करते हो, लेकिन तुम्हारा भाई अंकुश बहुत गंदा है।" मैंने कई बार सोचा कि तुम्हें सब बता दूं, लेकिन डर की वजह से नहीं बता पाई। मैं इस दुनिया से जा रही हूं, मगर अंकुश को छोड़ना मत।"
मंजू के शरीर पर चोटों के निशान
पुलिस ने मंजू के शरीर पर चोटों के कई निशान भी पाए, जिसने इस मामले को और संदिग्ध बना दिया। मंजू के भाई गोविंद ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, "मेरी बहन की हत्या कर उसे फंदे पर लटकाया गया है।" उन्होंने मंजू की सास, ससुर और देवर अंकुश के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। गोविंद ने पुलिस से निष्पक्ष जांच की गुहार लगाई है।
पुलिस ने शुरू की जांच
नईगढ़ी थाना पुलिस ने इस मामले को संदिग्ध मानते हुए गंभीरता से जांच शुरू कर दी है। मृतका के पति से भी पूछताछ की जा रही है, जो अपनी पत्नी की मौत के बाद सदमे में हैं। पति का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस ने सुसाइड नोट को आधार बनाकर देवर अंकुश और अन्य संदिग्धों की भूमिका की जांच शुरू की है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और अन्य सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
रिश्तों पर उठे सवाल
यह घटना न केवल मंजू के परिवार के लिए एक त्रासदी है, बल्कि समाज में रिश्तों की पवित्रता पर भी सवाल उठाती है। देवर-भाभी का रिश्ता भारतीय संस्कृति में सम्मान और विश्वास का प्रतीक माना जाता है। लेकिन इस तरह की घटनाएं रिश्तों के प्रति लोगों की सोच को बदलने पर मजबूर कर देती हैं। मंजू की मौत ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा किया है कि आखिर परिवार के भीतर ऐसी घटनाओं को कैसे रोका जाए।
समाज और कानून की जिम्मेदारी
मंजू का सुसाइड नोट उनकी उस मानसिक पीड़ा को दर्शाता है, जिसे वह अकेले सहती रही। परिवार और समाज को ऐसी परिस्थितियों में संवेदनशील होने की जरूरत है। साथ ही, पुलिस और कानूनी व्यवस्था को इस तरह के मामलों में त्वरित और निष्पक्ष कार्रवाई करनी होगी, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
रिश्तों की मर्यादा पर सवाल
मऊगंज की इस घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। मंजू की मौत एक परिवार की त्रासदी तो है ही, साथ ही यह समाज के लिए एक चेतावनी भी है। पुलिस की जांच से यह स्पष्ट होगा कि मंजू की मौत आत्महत्या थी या हत्या। लेकिन इस दुखद घटना ने रिश्तों की मर्यादा को बनाए रखने की जरूरत को एक बार फिर रेखांकित किया है।