- कलेक्टर हर्ष सिंह के नाम से फर्जी फेसबुक-व्हाट्सऐप अकाउंट चलाया जा रहा है।
- प्रशासन ने साइबर फ्रॉड की चेतावनी जारी की और लोगों से सतर्क रहने को कहा।
- कलेक्टर के नाम से कोई संदेश या कॉल आए, तो तुरंत जिला प्रशासन को सूचित करें।
Cyber Fraud: अगर आपके पास बुरहानपुर के कलेक्टर श्री हर्ष सिंह के नाम से कोई वॉट्सऐप या फेसबुक मैसेज आता है, तो सावधान हो जाइए। ये मैसेज कोई और नहीं, बल्कि साइबर ठग भेज रहे हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि ऐसा दूसरी बार हुआ है। पिछले महीने भी इसी तरह का फर्जी अकाउंट बनाकर लोगों से संपर्क करने की कोशिश की गई थी। इस बार फिर कलेक्टर हर्ष सिंह के नाम पर फर्जी अकाउंट बनाकर लोगों को फंसाने की कोशिश की जा रही है।
जिला प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी है। खुद कलेक्टर श्री हर्ष सिंह ने जनता से अपील की है कि अगर कोई उनके नाम से पैसे या कोई और जानकारी मांगे तो तुरंत इसकी सूचना प्रशासन को दें। उन्होंने साफ-साफ कहा है कि यह एक Cyber Fraud है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
फर्जी अकाउंट से हो रही है ठगी: प्रशासन हुआ अलर्ट
बीते कुछ दिनों से कुछ अज्ञात लोग कलेक्टर हर्ष सिंह की प्रोफाइल फोटो लगाकर फर्जी फेसबुक और वॉट्सऐप अकाउंट चला रहे हैं। इन अकाउंट्स से लोगों को मैसेज करके उनसे पैसे या निजी जानकारी मांगी जा रही है। ऐसे ही कुछ फर्जी संदेशों के स्क्रीनशॉट प्रशासन के पास पहुंचे हैं, जिसके बाद प्रशासन हरकत में आ गया है।
साइबर ठगी की यह कोशिश साफ तौर पर एक बड़े फ्रॉड का हिस्सा है। आमतौर पर ऐसे मामलों में, ठग किसी प्रभावशाली व्यक्ति का नाम इस्तेमाल करके लोगों का भरोसा जीतते हैं और फिर उनसे किसी बहाने से पैसे ऐंठने की कोशिश करते हैं। बुरहानपुर में भी यही हो रहा है।
क्या कहता है प्रशासन?
कलेक्टर हर्ष सिंह ने अपने आधिकारिक बयान में इस बात पर जोर दिया है कि उन्होंने किसी को भी किसी तरह का मैसेज करने या मदद मांगने के लिए नहीं कहा है। उन्होंने पीआरओ के जरिए जारी बयान में कहा, “यह मामला साइबर फ्रॉड से जुड़ा है। फर्जी अकाउंट से भेजे गए संदेशों के स्क्रीनशॉट हमारे पास आ चुके हैं। दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी।”
उन्होंने लोगों से अपील की है कि अगर उनके नाम से कोई भी व्यक्ति उन्हें मैसेज या कॉल करता है, तो वे तुरंत इसकी जानकारी पुलिस या जिला प्रशासन को दें। ऐसा करने से इस तरह के फ्रॉड को रोका जा सकता है और ठगों को जल्द से जल्द पकड़ा जा सकता है।
आखिर क्यों बार-बार हो रहा है ऐसा?
सबसे बड़ा सवाल यह है कि एक ही व्यक्ति के नाम पर बार-बार ऐसे फर्जी अकाउंट क्यों बनाए जा रहे हैं? एक महीने पहले भी इसी तरह का मामला सामने आया था, जब कलेक्टर के नाम से फर्जी अकाउंट बनाकर लोगों को परेशान किया गया था। इस तरह की घटनाएं दिखाती हैं कि साइबर ठगों के हौसले बुलंद हैं और वे लगातार नए-नए तरीकों से लोगों को ठगने की कोशिश कर रहे हैं।
यह भी दिखाता है कि ऐसे फ्रॉड को रोकना कितना मुश्किल है, क्योंकि एक अकाउंट बंद होते ही दूसरा बना लिया जाता है। साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे मामलों में लोगों की जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है। जब तक लोग खुद सतर्क नहीं होंगे, तब तक ऐसे फ्रॉड होते रहेंगे।
कैसे पहचानें फर्जी अकाउंट?
साइबर फ्रॉड से बचने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है।
- संदिग्ध मैसेज को पहचानें: अगर किसी परिचित या प्रभावशाली व्यक्ति के नाम से कोई अनजान नंबर से मैसेज आए, तो तुरंत संदेह करें।
- पैसे की मांग पर सतर्क रहें: कोई भी व्यक्ति, चाहे वह कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो, आपसे वॉट्सऐप या फेसबुक पर पैसे नहीं मांगेगा। अगर ऐसा होता है, तो वह निश्चित तौर पर एक फ्रॉड है।
- नंबर चेक करें: हमेशा आधिकारिक नंबरों से ही संपर्क करें। अगर आपको शक है, तो सीधे जिला प्रशासन या पुलिस के आधिकारिक नंबर पर कॉल करके पुष्टि करें।
- किसी भी लिंक पर क्लिक न करें: फर्जी मैसेज में अक्सर कुछ लिंक दिए जाते हैं। ऐसे किसी भी लिंक पर क्लिक न करें, क्योंकि यह आपके फोन या कंप्यूटर को नुकसान पहुंचा सकता है।
आगे क्या?
इस मामले में पुलिस और साइबर सेल ने जांच शुरू कर दी है। उम्मीद है कि जल्द ही दोषियों को पकड़ लिया जाएगा। लेकिन तब तक, बुरहानपुर के लोगों को बेहद सतर्क रहने की ज़रूरत है। प्रशासन लगातार निगरानी रख रहा है, लेकिन आपकी जागरूकता ही आपको सुरक्षित रख सकती है।
इस तरह के साइबर फ्रॉड से बचने के लिए हमेशा सावधान रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट तुरंत करें। याद रखें, आपका एक छोटा सा कदम कई लोगों को बड़े नुकसान से बचा सकता है। Cyber Fraud से जुड़ी किसी भी नई जानकारी के लिए प्रशासन के आधिकारिक चैनलों पर नज़र रखें।