- Waterlogging से NH-52 पर घंटों जाम, यात्रियों को भारी परेशानी
- कलेक्टर हर्ष सिंह ने NHAI और Kalyan Toll Infra से मांगा जवाब
- निर्देशों के बावजूद सुधार नहीं, अब सख्त कार्रवाई के संकेत
Burhanpur Waterlogging: मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में लगातार बारिश के कारण नेशनल हाईवे-52 पर जलभराव की समस्या बढ़ती जा रही है। खासतौर पर बोरगांव से शाहपुर तक सड़क निर्माण का काम कर रही कंपनी Kalyan Toll Infrastructure Ltd और NHAI पर लापरवाही के आरोप लग रहे हैं। जिला प्रशासन ने दोनों से जवाब मांगा है।
28 अगस्त 2025 की रात करीब 10:30 बजे असीर के पास धूपगट्टा क्षेत्र में भारी जलभराव हो गया। इस वजह से इंदौर–ईच्छापुर रोड घंटों तक बंद रहा। राहगीरों को परेशानी झेलनी पड़ी और लंबा ट्रैफिक जाम लग गया। स्थिति बिगड़ते देख जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और हालात पर काबू पाया।
प्रशासन की टीम ने किया हालात नियंत्रित
उस रात मौके पर पहुंचे अपर कलेक्टर वीरसिंह चौहान, एएसपी अंतरसिंह कनेश, एसडीएम, तहसीलदार और पुलिस अधिकारी देर रात तक डटे रहे। पुलिस और प्रशासन ने मिलकर ट्रैफिक को धीरे-धीरे नियंत्रित किया और फंसे हुए वाहनों को बाहर निकाला।
जिला कलेक्टर हर्ष सिंह ने घटना के तुरंत बाद NHAI और Kalyan Toll Infra को सख्त निर्देश दिए थे कि स्थल निरीक्षण करें और जल निकासी की ऐसी व्यवस्था करें कि दोबारा बाढ़ जैसी स्थिति न बने। लेकिन प्रशासन के निर्देश के बावजूद तीन दिन तक कोई सुधार नहीं किया गया।
तीन दिन बाद फिर दोहराई गई वही गलती
30 अगस्त को फिर से भारी बारिश हुई और उसी जगह जलभराव की स्थिति बन गई। यातायात एक बार फिर बाधित हुआ और आसपास के लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी। इस बार जिला प्रशासन ने नाराजगी जताते हुए माना कि एजेंसी और विभाग ने जानबूझकर लापरवाही की है।
अपर कलेक्टर वीरसिंह चौहान ने कलेक्टर के निर्देश पर निर्माण कंपनी और विभाग को पत्र जारी कर जवाब मांगा है। साफ कहा गया है कि तय समय में जवाब न देने की स्थिति में एकपक्षीय कार्रवाई की जाएगी।
सड़क निर्माण में लापरवाही पर सवाल
स्थानीय लोगों का कहना है कि जब से इस हाईवे का निर्माण शुरू हुआ है, तब से जलभराव की समस्या लगातार सामने आ रही है। बारिश का पानी निकलने के लिए सही ड्रेनेज सिस्टम नहीं बनाया गया। यही वजह है कि मामूली बारिश में भी सड़क तालाब बन जाती है।
लोगों का यह भी कहना है कि प्रशासन को पहले ही कड़ा रुख अपनाना चाहिए था ताकि यात्रियों को परेशानी न होती। लगातार हो रहे जलभराव से राहगीरों के साथ-साथ आसपास रहने वाले लोग भी प्रभावित हो रहे हैं।
अब क्या कदम उठाएगा प्रशासन?
फिलहाल प्रशासन ने NHAI और Kalyan Toll Infra दोनों को कटघरे में खड़ा कर दिया है। कलेक्टर हर्ष सिंह ने साफ कहा है कि सड़क निर्माण में गुणवत्ता और सुरक्षा से समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
वहीं, अधिकारी अब इस मामले को लेकर गंभीर नजर आ रहे हैं। लेकिन सवाल यह है कि क्या जवाब मांगे जाने से हालात सुधरेंगे या फिर यात्रियों को आगे भी जलभराव की मार झेलनी पड़ेगी?
वर्तमान स्थिति
फिलहाल प्रभावित मार्ग को खोल दिया गया है और यातायात सामान्य है। लेकिन जब तक निर्माण कंपनी जल निकासी की ठोस व्यवस्था नहीं करती, तब तक Burhanpur Waterlogging की समस्या बनी रहेगी।