- सार्थक मिस्त्री ने रोपस्किपिंग में गोल्ड मेडल जीता
- नाशिक पुलिस प्रमुख दत्तात्रय कराडे ने किया सम्मान
- नंदुरबार और पुलिस परिवार में गर्व का माहौल
महाराष्ट्र के नंदुरबार जिले के सार्थक उत्तमकुमार मिस्त्री ने अपनी मेहनत और जिद के दम पर पूरे जिले का नाम रोशन किया है। दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय रोपस्किपिंग प्रतियोगिता और मुंबई में हुई राज्य स्तरीय चैंपियनशिप में सार्थक ने सुवर्ण पदक (Gold Medal) अपने नाम किया। इस कामयाबी ने नंदुरबार के खेल इतिहास में एक नया सुनहरा अध्याय जोड़ दिया है।
नाशिक विभागीय विशेष पुलिस महानिरीक्षक ने किया गौरव
इस शानदार उपलब्धि के बाद नाशिक विभागीय विशेष पुलिस महानिरीक्षक दत्तात्रय कराडे ने सार्थक का विशेष सम्मान किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा –
“सार्थक ने सिर्फ खेल में ही नहीं, बल्कि अनुशासन, कड़ी मेहनत और समर्पण के दम पर यह सफलता हासिल की है। उसके पीछे परिवार का सहयोग और शिक्षकों का मार्गदर्शन है, तभी वह इतनी ऊंचाई तक पहुंच सका है।”
शिक्षकों का मार्गदर्शन बना सफलता की कुंजी
सार्थक की सफलता में S.A. Mission High School, नंदुरबार के प्राचार्य पराग पॉल और प्रशिक्षक धीरज गायकवाड़ का बड़ा योगदान रहा। दोनों ने उसे खेल की बारीकियां, तकनीक और सही अभ्यास का तरीका सिखाया। लगातार प्रोत्साहन और सही दिशा मिलने की वजह से सार्थक ने राष्ट्रीय स्तर तक अपनी पहचान बनाई।
पुलिस परिवार का गौरव
सार्थक, नंदुरबार शहर पुलिस बल में पदस्थ हेड कॉन्स्टेबल विजया बोराडे उत्तमकुमार मिस्त्री का सुपुत्र है। बेटे की इस अभूतपूर्व उपलब्धि से पूरा पुलिस विभाग गर्व महसूस कर रहा है। वरिष्ठ अधिकारियों से लेकर साथी कर्मचारियों तक ने सार्थक को ढेरों शुभकामनाएं दीं।
युवाओं के लिए प्रेरणा
आज जहां अधिकांश बच्चे मोबाइल गेम्स और डिजिटल दुनिया में उलझ जाते हैं, वहीं सार्थक ने अपनी मेहनत और खेल के प्रति जुनून से सबको एक नई दिशा दी है। उसकी जीत ने न केवल नंदुरबार बल्कि पूरे इलाके के युवाओं को खेलों में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया है।
आने वाले समय की उम्मीदें
सार्थक की इस उपलब्धि के बाद अब सबकी नजर उसके भविष्य पर है। खेल विशेषज्ञों का मानना है कि अगर उसे इसी तरह मार्गदर्शन और अवसर मिलता रहा तो वह जल्द ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भारत का नाम रोशन करेगा।
सार्थक मिस्त्री की गोल्डन जीत नंदुरबार के हर परिवार के लिए गर्व की बात है। उसकी मेहनत और संघर्ष की यह कहानी आने वाली पीढ़ियों को खेलों में करियर बनाने की प्रेरणा देती रहेगी।