बुरहानपुर के शाहपुर में कल महाराष्ट्र की प्रसिद्ध लावणी नृत्यांगना गौतमी पाटिल के कार्यक्रम को लेकर आज हिंदू महासभा ने एक ज्ञापन दिया और आयोजकों के साथ ही नृत्यांगना पर भी एफ आई आर दर्ज करने की मांग की यह अलग बात है कि महाराष्ट्र में भी इस नृत्यांगना पर बिना अनुमति के कार्यक्रम में अपनी प्रस्तुति देने पर एफ आई आर दर्ज हुई है लेकिन बड़ा सवाल यह है कि कार्यक्रम के बाद ही क्यों आखिरकार हिंदू महासभा के पदाधिकारी जागे और अपने ज्ञापन के माध्यम से नित्यांगना पर फिर एफ आई आर करने की मांग कर बैठे
कार्यक्रम का आयोजन और बढ़ती भीड़ की समस्या
दरअसल कल बुरहानपुर के शाहपुर में दीपावली को लेकर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जिसका उद्घाटन पूर्व मंत्री,भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता एवं बुरहानपुर विधायक अर्चना चिटनिस ने किया उस दौरान उनके साथ शाहपुर नगर पंचायत के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष के साथ ही पार्षद गण भी मौजूद थे इन सभी ने व्यवस्थाएं अच्छी की थी लेकिन इन्हें क्या पता था कि मशहूर महाराष्ट्र की लावणी नृत्यांगना गौतमी पाटिल की एक झलक पाने के लिए दर्शन बेकाबू हो जाएंगे और स्टेज तक पहुंच कर इनके द्वारा की गई व्यवस्थाएं खराब हो जाएगी और इस दौरान एक बच्चा बेहोश भी हो गया जिसे शाहपुर थाना प्रभारी द्वारा तत्काल कार्रवाई करते हुए प्राथमिक उपचार दिया गया जिससे उसकी जान बच गई लेकिन यहां पर आयोजकों ने दर्शकों के लिए कोई कमी नहीं छोड़ी थी और उन्हें नहीं पता था कि बेकाबू भीड़ मशहूर लावणी नृत्यांगना गौतमी पाटिल की एक झलक पाने के लिए व्यवस्थाएं तोड़कर स्टेज तक पहुंच जाएगी और आयोजकों की किरकिरी होगी खैर इस मामले से आयोजकों ने सबक लिया और कार्यक्रम को एक घंटा पहले ही बंद कर दिया
हिंदू महासभा का ज्ञापन और एफआईआर की मांग सही या गलत?
लेकिन आज समझ से परे हिंदू महासभा द्वारा एक ज्ञापन दिया जाता है और उसके माध्यम से मशहूर महाराष्ट्र की लावणी की नृत्यांगना गौतमी पाटिल पर भी एफआईआर दर्ज करने की मांग कर बैठे हैं यह सारा मामला समझ से परे है अरे भाई इसमें नृत्यांगना की क्या गलती है उसे तो बुलाया गया और वह शाहपुर में आई उसने अपने नृत्य की प्रस्तुति दी जिसे देखकर भीड़ बेकाबू हो गई अब इसमें नित्यांगना की कोई गलती नहीं जिम्मेदार अगर कोई है तो स्थानीय आयोजन और पुलिस प्रशासन जिन्होंने इतने बड़े आयोजन को नहीं समझा और महाराष्ट्र की मशहूर लावणी की नृत्यांगना गौतमी पाटिल को कमजोर समझा इन्हें लगा कि नृत्यांगना को देखने के लिए भीड़ एकत्रित नहीं हो पाएगी जिसका खामिया का भी स्थानीय पुलिस प्रशासन और आयोजकों को भुगतना पड़ा जिसका परिणाम यह रहा की एक घंटा पहले ही कार्यक्रम बंद करना पड़ा बड़ा सवाल यह है कि अक्सर विवादों में गिरी रहने वाली मशहूर महाराष्ट्र की लावणी की नृत्यांगना गौतमी पाटिल के कार्यक्रम के आयोजन की सूचना सभी को थी और इस कार्यक्रम को लेकर दर्शक कहे या फिर और कुछ सभी लालायित भी थे लेकिन आज समझ से परे हिंदू महासभा ने गौतमी पाटिल के खिलाफ ही ज्ञापन दे दिया और उन पर एफआईआर दर्ज करने की मांग कर दी वाह रे महासभा इनको शायद पता नहीं कि वह हमारे यहां अतिथि थी और त्योहारों के समय अतिथियों का सत्कार किया जाता है ना कि उन पर एफआईआर करने की मांग की जाती है सनातन की तो हमारे हिसाब से यही परंपरा है अब उनके हिसाब से कुछ अलग हो तो पता नहीं खैर फिलहाल पूरी गेंद प्रशासन के पाले में है वह चाहे तो एफआईआर दर्ज कर सकती है लेकिन अतिथि देवो भव हमें लगा तो हमने इसका पूरा विश्लेषण किया
आयोजन की असफलता का कारण
खैर अब इस पूरे मामले पर देखना यह होगा कि क्या किसी कलाकार को बुलाए जाने पर और आयोजकों की गलती का खामियाजा किसी कलाकार को भुगतना चाहिए या नहीं यह तो हमारे पाठक और जिला प्रशासन तय करेगा फिलहाल तो संगठनों ने विभिन्न प्रकार से ज्ञापन देकर इस पूरे मामले पर अपनी इतिश्री कर दी है लेकिन बड़ा सवाल यह है कि कार्यक्रम होने की सूचना सभी को थी उसके पहले किसी को नहीं समझा किसी ने नहीं सोचा आखिर क्यों ऐसा हो रहा है यह भी राजनीति का नहीं आपसी सामंजस और कलाकारों के प्रति श्रद्धा और सम्मान का विषय है आज ही क्यों हिंदू महासभा जागती है और गौतमी पाटिल पर फिर करने की मांग करती है कहीं यह मामला विपक्षी दल और राजनीति से प्रेरित तो नहीं यह भी सोचना चाहिए फिलहाल इस खबर के माध्यम से हमने हमारा विश्लेषण कर हमारे सुधी पाठकों के लिए इतिश्री कर दी है
Recent Comments