- पिंपळनेर में खंडोजी महाराज की 197वीं वर्षगांठ पर दो दिनों में तीन लाख श्रद्धालुओं ने लिया भाग।
- मुस्लिम समाज ने जामा मस्जिद के पास पालखी का भव्य स्वागत कर सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश की।
- महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश समेत देशभर से आए मल्लों ने कुश्ती दंगल में दिखाया जोश और हुनर।
महाराष्ट्र के धुळे जिले के पिंपळनेर शहर में इस साल भी समर्थ खंडोजी महाराज की 197वीं वर्षगांठ का भव्य उत्सव मनाया गया। यह सिर्फ धार्मिक आस्था का पर्व नहीं रहा, बल्कि भाईचारा, सांस्कृतिक धरोहर और खेल भावना का अद्भुत संगम देखने को मिला।
नाम सप्ताह और भव्य झांकियां
24 अगस्त से शुरू हुआ नाम सप्ताह 31 अगस्त की रात रंग-बिरंगी झांकियों के साथ संपन्न हुआ। हजारों श्रद्धालुओं ने इन झांकियों का आनंद लिया।
- युवा संघर्ष मंडल ने महाकाली वीरभद्र का दृश्य पेश किया।
- जागृति मंडल ने कानबाई माता का देखावा दिखाया।
- भोईराज मित्र मंडल ने जय मल्हार विवाह कथा प्रस्तुत की।
- कलियुग मित्र मंडल ने श्रीकृष्ण लीला का जीवंत प्रदर्शन किया।
- वहीं, सुतार-लोहार समाज ने अहिल्या उद्धार की झांकी से श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया।
सिर्फ दो दिनों में लगभग तीन लाख श्रद्धालु पिंपळनेर पहुंचे। भीड़ देखकर साफ था कि यह यात्रा स्थानीय ही नहीं बल्कि राज्य और परराज्य के भक्तों के लिए भी आस्था का बड़ा केंद्र बन चुकी है।
सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल
इस आयोजन की सबसे खास बात रही सांप्रदायिक सौहार्द। जामा मस्जिद के पास आधी रात को विठ्ठल मंदिर के गुरु गादीवारस ह.भ.प. योगेश्वर महाराज और खंडोजी महाराज की पालखी का मुस्लिम समाज ने भव्य स्वागत किया।
जहुर जागीरदार, अल्ताफ शेख, लियाकत सैय्यद और नौशाद सैय्यद समेत मुस्लिम समाज के लोगों ने शाल और श्रीफल भेंट कर महाराज का सत्कार किया। हजारों श्रद्धालुओं ने इस अनोखे नजारे को देखा और तालियों से स्वागत किया। इस मौके पर DYSP संजय बांबळे और स्थानीय पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहे।
गलियों और चौक-चौराहों पर स्वागत
- शहर की हर गली-चौक में श्रद्धालुओं ने पालखी का स्वागत किया।
- माळी गली और गांधी चौक में युवाओं ने दूध वितरण किया।
- होळी चौक में फूलों की वर्षा की गई।
- बाजारपेठ में मुसाजी सन्स और दसवीं के विद्यार्थियों ने यात्रियों को मसालेदार दूध पिलाया।
मोहम्मद भाई पिंपळनेर वाला, कैलै समूह और रिकब सेठ जैन ने भी महाराज का सत्कार कर परंपरा को जीवंत बनाया।
कुश्ती दंगल का रोमांच
यात्रा का आकर्षण रही कुश्ती दंगल। शनिवार सुबह 9:30 बजे विधायक मंजुळाताई गावित, पूर्व सांसद बापूसाहेब चौरे और अन्य मान्यवरों की मौजूदगी में दंगल का उद्घाटन हुआ।
महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, पुणे, मुंबई और धुळे समेत कई जगहों से हजारों मल्ल पिंपळनेर पहुंचे। दर्शकों ने तालियों और जयकारों से दंगल का रोमांच बढ़ा दिया। विजेताओं को नकद पुरस्कार और घरेलू सामान देकर सम्मानित किया गया।
पंच की जिम्मेदारी सुदाम पगारे, संजय ढोले और राजेंद्र गांगुर्डे जैसे अनुभवी लोगों ने निभाई। आयोजन की बागडोर पी.एस. पाटील, दीपक खरोटे और उनकी टीम ने संभाली। पूरे दंगल का जोशीला समालोचन पैलवान नितीन नगरकर ने किया।
परंपरा, आस्था और सौहार्द का अद्भुत संगम
खंडोजी महाराज यात्रा ने एक बार फिर पिंपळनेर की पहचान को और मजबूत किया। तीन लाख श्रद्धालुओं की मौजूदगी, मुस्लिम समाज द्वारा किया गया स्वागत और कुश्ती दंगल ने इस 197 साल पुरानी परंपरा को और भी यादगार बना दिया।