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Lunar Eclipse 2025: 7 सितंबर को पूर्ण चंद्र ग्रहण, सूतक काल और राशियों पर असर

Lunar Eclipse 2025: 7 सितंबर की रात भारत सहित कई देशों में पूर्ण चंद्र ग्रहण दिखाई देगा। जानिए सूतक काल, ग्रहण का समय, 12 राशियों पर असर और पूजा-पाठ के नियम विस्तार से।

On: September 6, 2025 9:40 AM
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हाइलाइट्स
  • 7 सितंबर को भारत सहित कई देशों में पूर्ण चंद्र ग्रहण।
  • सूतक काल और पूजा नियम इस ग्रहण को खास बनाते हैं।
  • राशियों पर अलग-अलग असर, सतर्क रहना जरूरी।
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साल 2025 का पहला और बेहद खास Lunar Eclipse 2025 यानी चंद्र ग्रहण 7 सितंबर की रात को लगने जा रहा है। इस खगोलीय घटना का इंतजार दुनिया भर के लोग कर रहे हैं क्योंकि यह केवल भारत ही नहीं बल्कि एशिया, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, अमेरिका और अंटार्कटिका के हिस्सों में भी दिखाई देगा।

खास बात यह है कि यह ग्रहण पितृ पक्ष की शुरुआत के दिन पड़ रहा है। हिंदू धर्म में पितृ पक्ष का अपना अलग महत्व है और ऐसे में ग्रहण का लगना धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से और भी खास माना जा रहा है।

इस लेख में हम आपको बताएंगे कि 7 सितंबर 2025 के चंद्र ग्रहण का समय क्या होगा, सूतक काल कब से शुरू होगा, पूजा-पाठ और स्नान-दान के नियम क्या हैं और सबसे अहम—यह ग्रहण 12 राशियों पर किस तरह असर डालेगा।

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चंद्र ग्रहण और सूतक काल का समय

चरण समय (भारतीय समयानुसार)
सूतक काल आरंभ 7 सितंबर 2025, दोपहर 12:57 बजे
ग्रहण का स्पर्श (शुरुआत) 7 सितंबर 2025, रात 9:57 बजे
ग्रहण का मध्य (चरम) 7 सितंबर 2025, रात 11:41–11:49 बजे
ग्रहण का मोक्ष (समाप्ति) 8 सितंबर 2025, तड़के 1:26–1:27 बजे
कुल अवधि लगभग 3 घंटे 28 मिनट

हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार, सूतक काल ग्रहण शुरू होने से 9 घंटे पहले लग जाता है। इसलिए इस बार सूतक दोपहर 12:57 बजे से ही शुरू हो जाएगा और ग्रहण समाप्त होने तक जारी रहेगा।

क्यों खास है यह Lunar Eclipse 2025?

  1. पूर्ण चंद्र ग्रहण: यह आंशिक नहीं बल्कि पूर्ण चंद्र ग्रहण है, यानी चंद्रमा पूरी तरह से पृथ्वी की छाया में आ जाएगा।
  2. भारत में दिखाई देगा: भारत सहित एशिया के बड़े हिस्सों में यह साफ तौर पर नजर आएगा।
  3. पितृ पक्ष की शुरुआत: ग्रहण का दिन पितृ पक्ष के पहले दिन आ रहा है, जिससे इसका महत्व धार्मिक रूप से और भी बढ़ गया है।
  4. वैज्ञानिक और ज्योतिषीय दृष्टि: खगोलशास्त्रियों के लिए यह अध्ययन का अवसर है, वहीं ज्योतिष में इसे राशियों पर प्रभावी माना जाता है।

सूतक काल में क्या करें और क्या न करें

सूतक काल शुरू होने के बाद कई धार्मिक और सामाजिक नियम लागू हो जाते हैं।

  • क्या न करें:
  • भोजन पकाना और करना वर्जित माना जाता है।
  • शुभ कार्य, पूजा और यात्रा टालनी चाहिए।
  • गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।
  • क्या करें:
  • मंत्र जाप और ध्यान करना शुभ होता है।
  • तुलसी दल या कुशा जल में डालकर रखने से भोजन पर ग्रहण का असर नहीं होता।
  • ग्रहण समाप्ति के बाद स्नान और दान करना जरूरी है।

चंद्र ग्रहण के दौरान मंत्र जाप

ग्रहण के समय मंत्र जाप का विशेष महत्व है। माना जाता है कि इस दौरान किए गए जप का फल सामान्य समय की तुलना में कई गुना ज्यादा मिलता है।

  • ॐ नमः शिवाय
  • महामृत्युंजय मंत्र – “ॐ त्र्यम्बकं यजामहे…”
  • चंद्रमा शांति मंत्र – “ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चन्द्रमसे नमः”
  • हनुमान चालीसा या अपने इष्ट मंत्र

ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान करके घर के मंदिर को शुद्ध करना और दान करना अत्यंत शुभ माना गया है।

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12 राशियों पर Lunar Eclipse 2025 का असर

ज्योतिषीय दृष्टि से यह चंद्र ग्रहण सभी 12 राशियों को प्रभावित करेगा। आइए जानते हैं इसका असर विस्तार से।

मेष (Aries)

रुके हुए काम पूरे होंगे। शत्रुओं पर विजय मिल सकती है। कानूनी मामलों से छुटकारा मिलने की संभावना है।

वृषभ (Taurus)

आर्थिक लाभ होगा। करियर में नई शुरुआत और विदेश यात्रा के योग बन रहे हैं। रचनात्मक क्षेत्र वालों को विशेष फायदा होगा।

मिथुन (Gemini)

स्वास्थ्य को लेकर सावधान रहें। पारिवारिक विवाद और करियर में रुकावटें आ सकती हैं। तनाव से बचें।

कर्क (Cancer)

शिक्षा और करियर में कठिनाइयाँ आ सकती हैं। बड़े निर्णय टालें और स्वास्थ्य पर ध्यान दें।

सिंह (Leo)

व्यवसाय में परेशानी हो सकती है। दांपत्य जीवन में तनाव संभव है। बड़े निवेश फिलहाल टालें।

कन्या (Virgo)

पुरानी बीमारियों से राहत मिलेगी। रुके हुए काम पूरे होंगे। शत्रुओं पर विजय के योग हैं।

तुला (Libra)

करियर और रिश्तों में उतार-चढ़ाव रहेगा। पैसों का लेन-देन सोच-समझकर करें।

वृश्चिक (Scorpio)

परिवार में विवाद और संपत्ति को लेकर झगड़े हो सकते हैं। आंखों की सेहत पर ध्यान दें।

धनु (Sagittarius)

करियर में उन्नति होगी। प्रमोशन और ट्रांसफर के अवसर मिल सकते हैं। रुके हुए काम पूरे होंगे।

मकर (Capricorn)

पारिवारिक तनाव और आर्थिक नुकसान की संभावना है। मानसिक शांति बनाए रखें।

कुंभ (Aquarius)

यह ग्रहण आपकी ही राशि में है। सेहत और रिश्तों में परेशानी आ सकती है। जोखिम से बचें।

मीन (Pisces)

मानसिक तनाव और दुर्घटना की संभावना है। सावधानी बरतें और यात्रा टालें।

ग्रहण के बाद स्नान और दान का महत्व

ग्रहण समाप्त होते ही स्नान करना बेहद जरूरी माना गया है। धर्मशास्त्रों के अनुसार, कपड़े सहित स्नान करने से नकारात्मक प्रभाव खत्म होते हैं।

  • स्नान के बाद दान करना चाहिए। दान की वस्तुएं:
  • तिल, चावल, दाल
  • वस्त्र
  • फल, दूध, मिठाई
  • स्वर्ण या धन

दान करने से ग्रहण के दुष्प्रभाव कम होते हैं और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है।

चंद्र ग्रहण 2025 से जुड़े सवाल-जवाब (Q&A)

Q1. Lunar Eclipse 2025 भारत में कब दिखाई देगा?

A. 7 सितंबर 2025 की रात को भारत सहित एशिया, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और अमेरिका के कुछ हिस्सों में पूर्ण चंद्र ग्रहण दिखाई देगा।

Q2. चंद्र ग्रहण 2025 का सूतक काल कब से शुरू होगा?

A. सूतक काल 7 सितंबर को दोपहर 12:57 बजे शुरू होगा और 8 सितंबर की तड़के 1:27 बजे ग्रहण समाप्त होने तक जारी रहेगा।

Q3. चंद्र ग्रहण 2025 कितनी देर तक चलेगा?

A. यह ग्रहण लगभग 3 घंटे 28 मिनट तक चलेगा।

Q4. Lunar Eclipse 2025 पितृ पक्ष के किस दिन लग रहा है?

A. यह ग्रहण पितृ पक्ष के पहले दिन यानी 7 सितंबर को लगेगा, इसलिए इसका धार्मिक महत्व और बढ़ जाता है।

Q5. चंद्र ग्रहण 2025 में क्या करना चाहिए?

A. ग्रहण के दौरान मंत्र जाप, ध्यान और प्रार्थना करना शुभ माना जाता है। ग्रहण के बाद स्नान और दान अवश्य करें।

Q6. चंद्र ग्रहण के समय क्या नहीं करना चाहिए?

A. ग्रहण के दौरान भोजन पकाना, खाना, मंदिर जाना और शुभ कार्य करना वर्जित होता है। गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी रखनी चाहिए।

Q7. Lunar Eclipse 2025 किन राशियों के लिए शुभ रहेगा?

A. मेष, वृषभ, कन्या और धनु राशि वालों के लिए यह ग्रहण सकारात्मक प्रभाव लेकर आएगा।

Q8. किन राशियों को चंद्र ग्रहण 2025 में सावधान रहना चाहिए?

A. मिथुन, कर्क, सिंह, तुला, वृश्चिक, मकर, कुंभ और मीन राशि वालों को स्वास्थ्य और संबंधों में विशेष सावधानी बरतनी होगी।

Q9. चंद्र ग्रहण 2025 में कौन-से मंत्र का जाप करना चाहिए?

A. “ॐ नमः शिवाय”, “महामृत्युंजय मंत्र” और “चंद्रमा शांति मंत्र” का जाप विशेष शुभ माना जाता है।

Q10. चंद्र ग्रहण 2025 के बाद कौन-सा दान करना शुभ है?

A. तिल, चावल, दाल, फल, वस्त्र, दूध और स्वर्ण का दान करना सबसे उत्तम माना जाता है।

ग्रहण में सतर्क रहें और जीवन में नई ऊर्जा लाएँ

Lunar Eclipse 2025 केवल खगोलीय घटना नहीं है, बल्कि इसका धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व भी गहरा है। 7 सितंबर 2025 की रात भारत सहित कई देशों में दिखाई देने वाले इस चंद्र ग्रहण के दौरान लोग पूजा-पाठ, मंत्र जाप और दान से खुद को सकारात्मक ऊर्जा से जोड़ सकते हैं।

राशियों के हिसाब से यह ग्रहण कुछ लोगों के लिए शुभ तो कुछ के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। इसलिए सतर्क रहना और धर्मशास्त्र में बताए गए नियमों का पालन करना ही सबसे अच्छा उपाय है।

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पंडित जितेंद्र जोशी

ज्योतिष और धार्मिक अनुष्ठानों में विशेष पारंगत। स्व. बाल्या महाराज से दीक्षा प्राप्त। ग्रह-नक्षत्र की चाल और शास्त्रों का सार सरल भाषा में समझाने वाले, अनुभव के पक्के ज्योतिषाचार्य। संपर्क: 9826075813

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