- 20 गाँवों से 1500+ कावड़िये शामिल
- साड़स-मानूसगांव से निकली यात्रा
- दुर्गा वाहिनी व बच्चों की भागीदारी
मध्य प्रदेश के बुरहानपुर के शाहपुर और नेपानगर में आज श्रावण सोमवार को ऐसा नजारा देखने को मिला, जो हर किसी का दिल जीत गया। भगवान शिव की भक्ति में डूबे हजारों लोग सड़कों पर उतरे और “बोल बम” के जयकारों से पूरा इलाका शिवमय हो गया। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल, जिला ब्रह्मपुर के बैनर तले साड़स से गुप्तेश्वर महादेव मंदिर और मानूसगांव से शाहपुर नगर तक एक भव्य कावड़ यात्रा निकाली गई। इस यात्रा में 20 गांवों से आए 1500 से ज्यादा कावड़ियों ने हिस्सा लिया, जिसमें बच्चे, जवान, महिलाएं और बुजुर्ग सभी शामिल थे।
सुबह से शुरू हुआ उत्साह, भगवा रंग में रंगा माहौल
सुबह होते ही गांवों से लोग भगवा वस्त्रों में सजे, कावड़ हाथ में लिए सड़कों पर निकल पड़े। हर तरफ “बोल बम” और “हर-हर महादेव” के नारे गूंज रहे थे। बच्चे अपनी छोटी-छोटी कावड़ लेकर उत्साह से चल रहे थे, तो महिलाएं और बुजुर्ग भी इस भक्ति भरे माहौल का हिस्सा बनने से पीछे नहीं रहे। दुर्गा वाहिनी की बहनों ने भी भगवा पताका थामकर और नारे लगाकर माहौल को और जोश से भर दिया।
यात्रा जैसे ही साड़स से गुप्तेश्वर महादेव मंदिर की ओर बढ़ी, रास्ते में जगह-जगह लोगों ने कावड़ियों का स्वागत किया। सड़कों पर फूल बिछाए गए, और फलाहारी जलपान की व्यवस्था की गई। कहीं पुष्प वर्षा हो रही थी, तो कहीं ठंडे पानी और फलों का इंतजाम था। भक्तों का जोश देखते ही बनता था।
20 गांवों का संगम, एकजुटता की मिसाल
इस कावड़ यात्रा की खास बात थी 20 गांवों से आए लोगों की एकजुटता। साड़स, मानूसगांव और आसपास के गांवों के लोग एक साथ इस धार्मिक आयोजन में शामिल हुए। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने इस आयोजन को सफल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। जिला मंत्री युवराज पाटिल, प्रखंड मंत्री, संयोजक और कई बजरंगी कार्यकर्ता इस मौके पर मौजूद रहे। प्रचार-प्रसार प्रमुख दिनेश राठौड़ ने बताया कि इस यात्रा का मकसद भगवान शिव के प्रति आस्था को बढ़ाना और लोगों में एकता को मजबूत करना था।
दुर्गा वाहिनी और बच्चों ने बटोरी सुर्खियां
यात्रा में दुर्गा वाहिनी की बहनों का उत्साह देखते ही बनता था। वे भगवा पताका थामे, हर-हर महादेव के नारे लगाती हुईं कदम से कदम मिलाकर चल रही थीं। उनकी ऊर्जा ने पूरे माहौल को और जीवंत कर दिया। वहीं, छोटे-छोटे बच्चों की नन्हीं कावड़ और उनका जोश भी लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा। ये बच्चे अपनी छोटी-छोटी कावड़ लेकर पूरी लगन के साथ यात्रा में शामिल हुए।
शिव भक्ति में डूबा शाहपुर
शाहपुर और नेपानगर में इस तरह की भव्य कावड़ यात्रा हर साल लोगों की आस्था को और गहरा करती है। गुप्तेश्वर महादेव मंदिर तक पहुंचने वाली इस यात्रा में हर साल भक्तों की संख्या बढ़ रही है। इस बार भी हजारों लोग इस धार्मिक आयोजन का हिस्सा बने और भगवान शिव की भक्ति में डूब गए। रास्ते में जगह-जगह भक्तों ने भजन-कीर्तन किए, जिससे माहौल और भी भक्तिमय हो गया।
आयोजन की सफलता का श्रेय
इस भव्य आयोजन की सफलता का श्रेय विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को जाता है, जिन्होंने दिन-रात मेहनत करके इस यात्रा को यादगार बनाया। दिनेश राठौड़ ने बताया कि इस तरह के आयोजन न केवल धार्मिक आस्था को बढ़ाते हैं, बल्कि समाज में एकता और भाईचारे को भी मजबूत करते हैं।
क्यों खास थी ये कावड़ यात्रा?
- 20 गांवों की भागीदारी: आसपास के 20 गांवों से 1500+ कावड़ियों का शामिल होना।
- महिलाओं और बच्चों का जोश: दुर्गा वाहिनी और बच्चों ने यात्रा को और खास बनाया।
- संगठित आयोजन: विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल की मेहनत से यात्रा बनी भव्य।
- भक्ति और एकता का संदेश: बोल बम के जयकारों ने लोगों को एक सूत्र में बांधा।
आगे क्या?
शाहपुर की इस कावड़ यात्रा ने एक बार फिर साबित कर दिया कि भक्ति और एकता की ताकत क्या होती है। हर साल इस यात्रा में शामिल होने वाले भक्तों की संख्या बढ़ रही है, और आने वाले सालों में ये आयोजन और भी भव्य होने की उम्मीद है। अगर आप भी इस तरह के धार्मिक आयोजन का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो अगले साल की कावड़ यात्रा का इंतजार जरूर करें।